आत्मनिर्भर भारत अभियान: स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव शुरू
Gaon Connection Support | Nov 21, 2025, 19:48 IST
लखनऊ में 10 दिवसीय खादी महोत्सव-2025 की शुरुआत, 160 से अधिक उद्यमियों एवं इकाइयों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन, युवाओं को बांटे गए टूल किट, किया गया पुरस्कृत
लखनऊ। स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने, खादी उद्योग को नया बाजार उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी मंडलों में खादी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 10 दिवसीय खादी महोत्सव-2025 की शुरुआत लखनऊ में हुई।
महोत्सव में अलग-अलग जिलों से आए 160 से अधिक उद्यमियों एवं इकाइयों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन किया।
प्रदेश के सभी 18 मंडलों में खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनियों का आयोजन कर ग्रामीण उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले वर्ष कुल 20 प्रदर्शनियों में 2000 से अधिक इकाइयों की भागीदारी रही। इस दौरान 44.38 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
वर्ष 2025 में 66,640 युवाओं को टूलकिट देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है। दोना मेकिंग मशीन, पॉपकॉर्न मशीन, हनी बॉक्स और विद्युत चालित चाक जैसे उपकरण ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। महोत्सव में अच्छा काम करने वाले उद्यमियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं चयनित लाभार्थियों को विभिन्न टूलकिट वितरित कर सम्मानित किया गया। मेरठ के दीपक कुमार को प्रथम पुरस्कार स्वरूप 40,000 रुपये, गोण्डा की ममता को द्वितीय पुरस्कार स्वरूप 30,000 रुपये तथा हाथरस के संजय सिंह को तृतीय पुरस्कार स्वरूप 20,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया।
महोत्सव में अलग-अलग जिलों से आए 160 से अधिक उद्यमियों एवं इकाइयों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन किया।
प्रदेश के सभी 18 मंडलों में खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनियों का आयोजन कर ग्रामीण उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले वर्ष कुल 20 प्रदर्शनियों में 2000 से अधिक इकाइयों की भागीदारी रही। इस दौरान 44.38 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
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वर्ष 2025 में 66,640 युवाओं को टूलकिट देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है। दोना मेकिंग मशीन, पॉपकॉर्न मशीन, हनी बॉक्स और विद्युत चालित चाक जैसे उपकरण ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। महोत्सव में अच्छा काम करने वाले उद्यमियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं चयनित लाभार्थियों को विभिन्न टूलकिट वितरित कर सम्मानित किया गया। मेरठ के दीपक कुमार को प्रथम पुरस्कार स्वरूप 40,000 रुपये, गोण्डा की ममता को द्वितीय पुरस्कार स्वरूप 30,000 रुपये तथा हाथरस के संजय सिंह को तृतीय पुरस्कार स्वरूप 20,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया।