डॉयल 181 का कमाल, लड़की के फोन पर रुकवाई गई प्रेमी की शादी, जल्द होंगे मनमर्जी से फेरे
गाँव कनेक्शन | Feb 06, 2017, 10:50 IST
अजय मिश्रा, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
कन्नौज। आशा ज्योति केंद्र की डायल 181 सेवा ने रविवार को एक लड़की को अपने प्यार से वापस मिलाने और शादी के लिए राजी कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। न सिर्फ आशा ज्योति केंद्र की टीम ने लड़की के लिए शादी रुकवाई, बल्कि उनके परिजनों को दोनों की शादी के लिए राजी होने के लिए समझाया भी।
विजय राठौर, संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग कन्नौज
असल में गाजियाबाद जिले के विजयनगर स्थित सेक्टर-9 के रहने वाले कृष्ण कुमार चौरसिया पेशे से इंजीनियर हैं। रविवार को उनकी शादी कन्नौज की एक लड़की से होनी थी। तैयारियां जोरों से चल रही थीं। अचानक आशा ज्योति केंद्र की टीम और कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। इससे वहां मौजूद लोग दंग रह गए। इस बीच केंद्र में कार्यरत सीआईसी काउंसलर किरन सागर ने बताया कि उनके पास लखनऊ हेड ऑफिस से कॉल आई है कि इस शादी में वर का किसी लड़की से पहले प्यार चल रहा है। संबंधित युवती ने इस संबंध में इसकी जानकारी हमें 181 नंबर पर दी है, इसलिए वह तहकीकत करने आई हैं।
परिजनों को समझाते पुलिसकर्मी और महिला बाल विकास विभाग की टीम। काउंसलर ने गाँव कनेक्शन संवाददाता को बताया कि इंजीनियर गाजियाबाद में पड़ोस की एक लड़की को आठ साल से जानते थे। पिछले साल इंजीनियर की सगाई कन्नौज में एक परिवार से हो गई और शादी की जानकारी मिलने पर लड़की ने केंद्र पर शिकायत दर्ज कराई। आशा ज्योति केंद्र कन्नौज टीम में शामिल देवांश प्रिया, श्रद्धा सिंह भदौरिया के अलावा पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार के आदेश पर एएसआई राजाबेटी और कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शादी को रोका। कांउसलर ने बताया कि बाद में गाजियाबाद से रेखा भी आ गईं और टीम की दखल और पंचायत के बाद वर पक्ष ने नई जगह शादी न करने की बात मान ली।
कृष्ण कुमार ने पहली प्रेमिका रेखा से शादी करने की सहमति जता दी। सीआईसी काउंसलर किरन सागर ने बताया कि लड़का तो पहले से ही रेखा को चाहता था, लेकिन परिजनों के दवाब की वजह से उसे फैसला बदलना पड़ा था। बाद में बरात लौट गई।
सीआईसी काउंसलर किरन सागर ने बताया कि वर पक्ष कन्नौज की युवती के परिजनों को पांच लाख रुपये इसलिए देगा क्योंकि उनका शादी की तैयारियों में काफी खर्च हुआ है। इस पर सहमति भी बन गई।
This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).
कन्नौज। आशा ज्योति केंद्र की डायल 181 सेवा ने रविवार को एक लड़की को अपने प्यार से वापस मिलाने और शादी के लिए राजी कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। न सिर्फ आशा ज्योति केंद्र की टीम ने लड़की के लिए शादी रुकवाई, बल्कि उनके परिजनों को दोनों की शादी के लिए राजी होने के लिए समझाया भी।
विजय राठौर, संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग कन्नौज
असल में गाजियाबाद जिले के विजयनगर स्थित सेक्टर-9 के रहने वाले कृष्ण कुमार चौरसिया पेशे से इंजीनियर हैं। रविवार को उनकी शादी कन्नौज की एक लड़की से होनी थी। तैयारियां जोरों से चल रही थीं। अचानक आशा ज्योति केंद्र की टीम और कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। इससे वहां मौजूद लोग दंग रह गए। इस बीच केंद्र में कार्यरत सीआईसी काउंसलर किरन सागर ने बताया कि उनके पास लखनऊ हेड ऑफिस से कॉल आई है कि इस शादी में वर का किसी लड़की से पहले प्यार चल रहा है। संबंधित युवती ने इस संबंध में इसकी जानकारी हमें 181 नंबर पर दी है, इसलिए वह तहकीकत करने आई हैं।
परिजनों को समझाते पुलिसकर्मी और महिला बाल विकास विभाग की टीम। काउंसलर ने गाँव कनेक्शन संवाददाता को बताया कि इंजीनियर गाजियाबाद में पड़ोस की एक लड़की को आठ साल से जानते थे। पिछले साल इंजीनियर की सगाई कन्नौज में एक परिवार से हो गई और शादी की जानकारी मिलने पर लड़की ने केंद्र पर शिकायत दर्ज कराई। आशा ज्योति केंद्र कन्नौज टीम में शामिल देवांश प्रिया, श्रद्धा सिंह भदौरिया के अलावा पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार के आदेश पर एएसआई राजाबेटी और कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शादी को रोका। कांउसलर ने बताया कि बाद में गाजियाबाद से रेखा भी आ गईं और टीम की दखल और पंचायत के बाद वर पक्ष ने नई जगह शादी न करने की बात मान ली।
कृष्ण कुमार ने पहली प्रेमिका रेखा से शादी करने की सहमति जता दी। सीआईसी काउंसलर किरन सागर ने बताया कि लड़का तो पहले से ही रेखा को चाहता था, लेकिन परिजनों के दवाब की वजह से उसे फैसला बदलना पड़ा था। बाद में बरात लौट गई।
वर पक्ष देगा पांच लाख
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