गाजर की खेती के लिए यह मशीनें हैं कमाल

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गाजर की खेती के लिए यह मशीनें हैं कमालबड़े काम की है ये मशीन।

लखनऊ। जो किसान गाजर की खेती करते हैं उनके लिए ये मशीन बड़े काम की है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह मशीनें न सिर्फ आपका काम हल्का करती हैं, बल्कि अधिक समय और पैसों की भी बचत करती है। आईये आपको ऐसी ही कुछ मशीनों के बारे में बताते हैं।

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बैड प्लांटर और मल्टी क्रौप बुआई मशीन

अगर किसान मजदूरों की कमी से परेशान हैं और उनको गाजर की बुआई के लिए कोई मजदूर नहीं मिल रहा है तो ऐसे किसान भाईयों के लिए यह मशीन कमाल की है। इस मशीन के जरिये किसानों का कम समय में अधिकतम काम पूरा हो जाएगा और गाजर को बाजार तक पहुंचाने के लिए उचित समय भी मिल जाएगा। इस मशीन का निर्माण हरियाणा के रहने वाले महावीर प्रसाद जांगड़ा ने किया है। साथ ही यह मशीन बोआई के साथ-साथ मेड़ भी बनाती है। वहीं, इस मशीन को सिर्फ गाजर की खेती के लिए ही नहीं, बल्कि इस मशीन से मूली, पालक, धनिया, हरा प्याज, अरहर, जीरा, मूंग, गेहूं, मटर, मक्का, चना, भिंडी, टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी, सरसों, राई और लोबिया जैसी तमाम फसलें बोई जा सकती हैं।

इस मशीन से होती है गाजर की धुलाई

तीन से चार महीनों के बाद जब खेत में गाजर की बड़ी पैदावार होती है तो गाजरों की धुलाई का काम भी बड़ा मुश्किल है। एक तरफ इसमें मजदूरों की जरूरत तो होती ही है, दूसरी ओर बड़ी मात्रा में पानी की भी आवश्यकता होती है। ऐसे में किसान, जिनके खेत के पास नहर या तालाब है तो उनके लिए तो उतनी परेशानी नहीं होती, मगर जिन किसानों के पास यह सुविधा नहीं है, उनको इस मशीन से काफी फायदा मिलेगा। वहीं, इस मशीन से सिर्फ गाजर ही नहीं, बल्कि अदरक और हल्दी जैसी फसलों की भी धुलाई कम पानी से हो सकती है। अच्छी बात यह है कि इस मशीन को ट्रैक्टर के सहारे कहीं भी ले जाया सकता है। इन मशीनों के बारे में किसान भाई अगर और जानकारी चाहें तो वह 09896822103, 09813048612, 01693-248612 पर संपर्क कर सकते हैं।

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