By Moinuddin Chishty
सिंघाड़े के अलावा सिंघाड़े के आटे की मांग भी पहले की तूलना में बढ़ी है। इसका प्रयोग कई प्रकार की दवाओं को बनाने में भी किया जाता है। थायराइड और घेंघा रोग को दूर करने में सिंघाड़े के आटे का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
सिंघाड़े के अलावा सिंघाड़े के आटे की मांग भी पहले की तूलना में बढ़ी है। इसका प्रयोग कई प्रकार की दवाओं को बनाने में भी किया जाता है। थायराइड और घेंघा रोग को दूर करने में सिंघाड़े के आटे का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
By Moinuddin Chishty
66 वर्षीय प्रगतिशील किसान जीवी कोंडैयाह आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले के गुंटकल तहसील के जी. कोट्टला गांव में अश्वगंधा की खेती से कीर्तिमान रच रहे हैं।
66 वर्षीय प्रगतिशील किसान जीवी कोंडैयाह आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले के गुंटकल तहसील के जी. कोट्टला गांव में अश्वगंधा की खेती से कीर्तिमान रच रहे हैं।
By Moinuddin Chishty
केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) जोधपुर जैसे शीर्ष अनुसंधान संस्थानों ने लम्बे शोध के बाद इन सूखे इलाकों की स्थानीय वानस्पतिक प्रजातियों से बेहतर आय पाने के अभिनव प्रयोगों में सफलता प्राप्त की है।
केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) जोधपुर जैसे शीर्ष अनुसंधान संस्थानों ने लम्बे शोध के बाद इन सूखे इलाकों की स्थानीय वानस्पतिक प्रजातियों से बेहतर आय पाने के अभिनव प्रयोगों में सफलता प्राप्त की है।
By Moinuddin Chishty
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Without any support, Khivraj Gurjar balances himself on a bicycle at a 120-ft high uneven upland. The hilly tract is surrounded by a deep trench on its side. Nevertheless, he manages to perch over the cliff, and pose various asana while balancing on the front wheel of his bicycle
Without any support, Khivraj Gurjar balances himself on a bicycle at a 120-ft high uneven upland. The hilly tract is surrounded by a deep trench on its side. Nevertheless, he manages to perch over the cliff, and pose various asana while balancing on the front wheel of his bicycle
By Moinuddin Chishty
युवा किसान ने खेती के लिए छोड़ दी पुलिस की नौकरी, पारंपरिक खेती में लागत ज्यादा, मुनाफा कम था, इसलिए हाथ नहीं आजमाया, फिर जंगलों को बचाने और विलुप्त हो रहे औषधीय पौधों को संरक्षित करने के उद्देश्य से जड़ी-बूटियों की खेती शुरू की, आज हर साल लाखों रुपए की कमाई हो रही है
युवा किसान ने खेती के लिए छोड़ दी पुलिस की नौकरी, पारंपरिक खेती में लागत ज्यादा, मुनाफा कम था, इसलिए हाथ नहीं आजमाया, फिर जंगलों को बचाने और विलुप्त हो रहे औषधीय पौधों को संरक्षित करने के उद्देश्य से जड़ी-बूटियों की खेती शुरू की, आज हर साल लाखों रुपए की कमाई हो रही है
By Moinuddin Chishty
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