गाय भैंस से ज्यादा दूध चाहिए तो दें संतुलित आहार ... ये है बनाने की पूरी विधि

Diti Bajpai | Mar 21, 2018, 14:28 IST

ज्यादातर पशुपालक अपने पशुओं को भरपूर पोषण नहीं देते है। ऐसे में पशुओं का शारीरिक विकास तो रूकता ही है साथ पशुओं में रोगी प्रतिरोधी क्षमता में भी कमी आ जाती है। इसलिए पशुपालकों को पशु आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि पशु स्वस्थ रहे और उसका दूध उत्पादन प्रभावित न हो।

"संतुलित आहार पशुओं के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को तो बढ़ाता ही साथ पशुओं के स्वस्थ भी रखता है। पशुपालक के पास जो उपलब्ध होता है वो ही खिला देता है। ऐसा बिल्कुल न करें। पशुओं में व्यस्क पशु, गाभिन पशु और बच्चे की आहार देने की मात्रा अलग-अलग होती है। पशुपालक उस पर भी ध्यान नहीं देते है।" ऐसा बताते हैं, भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान के न्यूट्रीशियन विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ पुतान सिंह।

पशु को 24 घण्टों में खिलाया जाने वाला आहार (दाना व चारा) जिसमें उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु भोज्य तत्व मौजूद हों, पशु आहार कहते है। जिस आहार में पशु के सभी आवश्यक पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध हों, उसे संतुलित आहार कहते हैं।

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संतुलित आहार के बारे में सिंह बताते हैं, ''अगर पशुपालक दाना, खली, चोकर, खनिज लवण मिलाकर संतुलित आहार तैयार करके पशु को प्रतिदिन दे तो पशु के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता में वृद्वि होती है। इसके साथ ही पशुओं के दूध उत्पादन में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होती है।"

कितनी मात्रा में खिलाएं पशुओं को आहार संतुलित दाना मिश्रण

पशु के शरीर की देखभाल के लिए

गाय के लिए 1.5 किलो प्रतिदिन व भैंस के लिए दो किलो प्रतिदिन

दुधारू पशुओं के लिए

गाय प्रत्येक 2.5 लीटर दूध के पीछे एक किलो दाना

भैंस प्रत्येक दो लीटर दूध के पीछे एक किलो दाना

गाभिन गाय या भैंस के लिए

छह महीने से ऊपर की गाभिन गाय या भैंस को एक से 1.5 किलो दाना प्रतिदिन फालतू देना चाहिए।

बछड़े या बछड़ियों के लिए

एक किलो से 2.5 किलो तक दाना प्रतिदिन उनकी उम्र या वजन के अनुसार देना चाहिए।

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सौ किलो संतुलित दाना बनाने की विधि

  • दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए। चाहें बताए गए दाने मिलाकर 35 प्रतिशत हो या अकेला कोई एक ही प्रकार का दाना हो तो भी खुराक का 35 प्रतिशत दे।
  • खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए। इनमें से कोई एक खली को दाने में मिला सकते है।
  • चोकर(गेंहू का चोकर, चना की चूरी, दालों की चूरी, राइस ब्रेन,) की मात्रा लगभग 35 किलो।
  • खनिज लवण की मात्रा लगभग 2 किलोनमक लगभग 1 किलो
  • इन सभी को लिखी हुई मात्रा के अनुसार मिलाकर अपने को पशु को खिला सकते है।

दाना मिश्रण के गुण व लाभ

  • गाय-भैंस अधिक समय तक दूध देते हैं।
  • पशुओं को स्वादिष्ट और पौष्टिक लगता है।
  • बहुत जल्दी पच जाता है।
  • खल, बिनौला या चने से सस्ता पड़ता हैं।
  • पशुओं का स्वास्थ्य ठीक रहता
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • बीमारी से बचने की क्षमता प्रदान करता हैं।
  • दूध और घी में भी बढ़ोत्तरी होती है।
  • भैंस ब्यांत नहीं मारती।
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