By Pintu Lal Meena
मार्च-अप्रैल के महीने में जिन किसानों के खेत आलू की खुदाई व सरसों की कटाई के बाद खाली हो जाते हैं, वो इस समय जायद की मूंग कर सकते हैं।
मार्च-अप्रैल के महीने में जिन किसानों के खेत आलू की खुदाई व सरसों की कटाई के बाद खाली हो जाते हैं, वो इस समय जायद की मूंग कर सकते हैं।
By Pintu Lal Meena
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार व भूमि शोधन के बाद ही बुवाई करनी चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए ..
चने की बुवाई से पहले बीजोपचार व भूमि शोधन के बाद ही बुवाई करनी चाहिए और जिस खेत में विल्ट का प्रकोप अधिक होता हैं वहां गहरी जुताई के बाद देरी से बुवाई करनी चाहिए ..
By Pintu Lal Meena
आवारा पशुओं और नीलगाय जैसे जंगली जानवरों की वजह से किसान खेती नहीं कर पाते हैं। फसलों को बचाने के लिए किसान तारबंदी करते हैं, लेकिन हर एक किसान के लिए तारबंदी करना मुश्किल होता है, क्योंकि इससे लागत बढ़ जाती है। लेकिन सरकार की इस योजना से हर कोई अपनी फसल बचा सकता है।
आवारा पशुओं और नीलगाय जैसे जंगली जानवरों की वजह से किसान खेती नहीं कर पाते हैं। फसलों को बचाने के लिए किसान तारबंदी करते हैं, लेकिन हर एक किसान के लिए तारबंदी करना मुश्किल होता है, क्योंकि इससे लागत बढ़ जाती है। लेकिन सरकार की इस योजना से हर कोई अपनी फसल बचा सकता है।
By Pintu Lal Meena
राजस्थान सरकार ने खेतों की तारबंदी योजना में बड़ा बदलाव किया है। अब सिर्फ़ 0.5 हेक्टेयर ज़मीन होने पर भी किसान नीलगाय और आवारा पशुओं से अपनी फसल बचा सकेंगे। सरकार दे रही है 50 से 70 प्रतिशत तक सब्सिडी, जो सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
राजस्थान सरकार ने खेतों की तारबंदी योजना में बड़ा बदलाव किया है। अब सिर्फ़ 0.5 हेक्टेयर ज़मीन होने पर भी किसान नीलगाय और आवारा पशुओं से अपनी फसल बचा सकेंगे। सरकार दे रही है 50 से 70 प्रतिशत तक सब्सिडी, जो सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
By Pintu Lal Meena
राजस्थान कृषि विभाग खेत तलाई (फार्म पॉन्ड) योजना के तहत 63 से 90 हजार रुपये तक का अनुदान दे रहा है। इस योजना के तहत किसान अपने खेत में तालाब खुदवाकर बारिश का पानी इकट्ठा कर सकते हैं।
राजस्थान कृषि विभाग खेत तलाई (फार्म पॉन्ड) योजना के तहत 63 से 90 हजार रुपये तक का अनुदान दे रहा है। इस योजना के तहत किसान अपने खेत में तालाब खुदवाकर बारिश का पानी इकट्ठा कर सकते हैं।
By Pintu Lal Meena
मिट्टी कि जांच से पता चलता है कि भूमि में कौन सा पोषक तत्त्व उचित, अधिक या कम मात्रा में है।
मिट्टी कि जांच से पता चलता है कि भूमि में कौन सा पोषक तत्त्व उचित, अधिक या कम मात्रा में है।
By Pintu Lal Meena
पपीता की खेती करते समय हमेशा अच्छे किस्म के पौधों का चयन करना चाहिए, इसलिए कोशिश करनी चाहिए की बीजों की बुवाई करके खुद से पौध तैयार करनी चाहिए।
पपीता की खेती करते समय हमेशा अच्छे किस्म के पौधों का चयन करना चाहिए, इसलिए कोशिश करनी चाहिए की बीजों की बुवाई करके खुद से पौध तैयार करनी चाहिए।
By Pintu Lal Meena
अगर आप भी आम, अमरूद, अनार जैसे फलों की बाग लगाने की तैयारी में हैं तो शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखकर नुकसान से बच सकते हैं। साथ ही अच्छा उत्पादन भी पा सकते हैं।
अगर आप भी आम, अमरूद, अनार जैसे फलों की बाग लगाने की तैयारी में हैं तो शुरू से कुछ बातों का ध्यान रखकर नुकसान से बच सकते हैं। साथ ही अच्छा उत्पादन भी पा सकते हैं।
By Pintu Lal Meena
अगर आप भी सरसों की बुवाई करना चाहते हैं तो यह बिल्कुल सही समय है, क्योंकि इस समय बुवाई के लिए पर्याप्त नमी रहती है।
अगर आप भी सरसों की बुवाई करना चाहते हैं तो यह बिल्कुल सही समय है, क्योंकि इस समय बुवाई के लिए पर्याप्त नमी रहती है।
By Pintu Lal Meena
अगस्त से सितम्बर और फरवरी से मार्च का महीना अनार के नए पौध लगाने का सबसे सही समय होता है, लेकिन बागवानी लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखकर किसान बढ़िया उत्पादन पा सकते हैं।
अगस्त से सितम्बर और फरवरी से मार्च का महीना अनार के नए पौध लगाने का सबसे सही समय होता है, लेकिन बागवानी लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखकर किसान बढ़िया उत्पादन पा सकते हैं।