यूपी में अनाज, फल-सब्जियों और दूध की इंडस्ट्री के लिए अपार संभावनाएं : शाही

Arvind Shukla | Feb 13, 2018, 18:52 IST

लखनऊ। "उत्तर प्रदेश में इस बार अनाज का बंपर उत्पादन हुआ है। हम दूध के साथ सब्जियों के उत्पादन में सबसे आगे हैं। उत्तर प्रदेश में अनाज, फल-सब्जियों के प्रसंस्करण में अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में इंडस्ट्री लगाने वालों को काफी फायदा होगा। कृषि विभाग प्रदेश में इनवेस्टर को लाने के लिए प्रयास रत है।" कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा।

शाही मंगलवार को फसल ऋण मोचन योजना पर अयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि यूपी में हमारे किसानों के परिश्रम और कृषि विभाग के अधिकारियों की सक्रियता की वजह से इस साल तेरह लाख मीट्रिक टन खरीफ का उत्पादन बढ़ा है। इसमें 11 लाख मीट्रिक टन चावल का उत्पादन बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में हमारी उत्पादकता भी दो कुंतल दस किलो प्रति हेक्टेयर बढ़ी है। इस बार रिकॉर्ड खद्यान्न पैदा हुआ है, 356 लाख मीट्रिक टन गेहूं पैदा हुआ, 28 लाख मीट्रिक टन दलहन पैदा हुआ, 10 लाख मीट्रिक टन तिलहन हुआ। प्रदेश के पास 170 लाख मीट्रिक टन सरप्लस खाद्यान्न का स्टॉक है।

शाही फसल ऋण मोचन योजना पर अयोजित प्रेसवार्ता में बोल रहे थे कृषि मंत्री ने 21-22 फरवरी को लखनऊ में होने वाली इन्वेस्टर समिट में शामिल होने वाले देशी-विदेशी निवेशकों को यूपी में अपने कारखाने लगाने का न्यौता भी दिया। उन्होंने कहा, यूपी में फूड प्रोसेसिंग में पूंजी निवेश की बहुत संभावना है। खासतौर पर गेहूं,चावल,दलहन व तिलहन पर आधारित उद्योगों के लिए। पिछले साल आलू का 151 लाख मीट्रिक टन का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ था। इस साल उससे भी ज्यादा यानि 160 लाख मीट्रिक टन आलू होने की संभावना है। इसके अलावा हमारे पास फल और सब्जियों का भी सरप्लस स्टॉक है। सब्जी के उत्पादन में यूपी देश में नंबर एक पर है, दूध के उत्पादन में भी यूपी टॉप पर बना हुआ है। इस समय यूपी में प्रोसेसिंग के बाद प्रतिदिन तीन करोड़ लीटर दूध सरप्लस रहता है। आने वाले दिनों में इसे और बढ़ाने की योजना है। लखनऊ में होने वाली इन्वेस्टर समिट में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए बहुत संभावनाएं हैं। कृषि विभाग और उसके सहयोगी उद्यान और पशुपालन विभाग मिलकर इन संभावनाओं को और बढ़ा रहे हैं। इसलिए देश-विदेश के निवेशकों के लिए अच्छा मौका है कि वे यूपी में अपनी यूनिट लगाएं। उनका प्रदेश में स्वागत है।

आलू किसानों की समस्या पर बोलते हुए शाही ने कहा आलू किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में जो मंत्री समूह का गठन हुआ था उसने अपने सिफारिशें पेश कर दी हैं। जल्द ही उन पर फैसला होने वाला है। किसानों के हित में कदम उठाए जाने की संस्तुति की गई है। योगी सरकार किसानों की सभी समस्याओं को हल करने के लिए संकल्पबद्ध है।

छुट्टा जानवरों की समस्या पर उन्होंने कहा, हम प्रयास कर रहे हैं कि छुट्टा पशुओं के लिए ललितपुर जनपद में पहली परियोजना की शुरूआत कर सकें। 160 एकड़ जमीन चिन्हित, स्कीम बना दी, काम शुरू है। अप्रैल के अंत तक पहला प्रोजेक्ट तैयार करके दिखाएंगे। इसे गोअभ्यारण्य कह सकते हैं। छुट्टा पशुओं के बंध्याकरण के लिए 2 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है।

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