बलरामपुर अस्पताल में बच्चे की आक्सीजन की कमी से नहीं हुई मौत
Rishi Mishra | Aug 14, 2017, 19:08 IST
लखनऊ। निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक, बलरामपुर चिकित्सालय, डा0 राजीव लोचन ने बलरामपुर चिकित्सालय में गम्भीर स्थिति में भर्ती बच्चे से आक्सीजन मास्क हटाये जाने की घटना को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय स्तर पर मरीज के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई तथा उसे लगातार आक्सीजन उपलब्ध कराई गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा अथवा चिकित्सालय के किसी भी अधिकारी द्वारा आक्सीजन मास्क हटाए जाने सबंधी बयान नहीं दिए गए।
डा0 राजीव लोचन आज बलरामपुर चिकित्सालय में बच्चे से मास्क हटाए जाने के प्रकरण को लेकर मीडिया को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि शहनूर पुत्र मन्नु उम्र छह वर्ष निवासी रहीमाबाद, सीतापुर को विगत 10 अगस्त कोे सायं 4ः25 बजे इमरजेन्सी ओ0पी0डी0 में भर्ती किया गया था। मरीज की हालत गम्भीर थी। वह पायरेक्सिया विद सेप्टीसीमिया विद लो जीसी विद स्माल एरिया आफ बर्न से ग्रसित था। इमजेन्सी ओ0पी0डी0 में तैनात चिकित्सकों द्वारा मरीज को देखा गया और उच्चतर उपचार के लिए किंग जार्ज मेडिकल विश्विवद्यालय भेजा गया था। जिसके बाद में चिकित्सालय प्रशासन ने मरीजों को एम्बुलेंस से केजीएमयू भिजवाया गया। निदेशक ने बताया कि मरीज के परिजन के0जी0एम0यू0 में उपचार न कराकर पुनः 11 अगस्त को रात्रि 02ः25 बजे उसे बलरामपुर चिकित्सालय ले आये।
तत्काल इमरजेन्सी ओ0पी0डी0 में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीज को देखा गया और उपचार देने के साथ ही चिकित्सालय में भर्ती कर लिया गया। चिकित्सकों के निर्देशानुसार मरीज को उच्च श्रेणी के एन्टीबाॅयोटिक, आई0वी0 फ्ल्यूड एवं आक्सीजन से उपचारित किया गया था। इसके अतिरिक्त मरीज की समस्त आवश्यक जांच भी कराई गई। फिर भी मरीज की 13 अगस्त को सांय मृत्यु हो गई।
डा0 राजीव लोचन आज बलरामपुर चिकित्सालय में बच्चे से मास्क हटाए जाने के प्रकरण को लेकर मीडिया को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि शहनूर पुत्र मन्नु उम्र छह वर्ष निवासी रहीमाबाद, सीतापुर को विगत 10 अगस्त कोे सायं 4ः25 बजे इमरजेन्सी ओ0पी0डी0 में भर्ती किया गया था। मरीज की हालत गम्भीर थी। वह पायरेक्सिया विद सेप्टीसीमिया विद लो जीसी विद स्माल एरिया आफ बर्न से ग्रसित था। इमजेन्सी ओ0पी0डी0 में तैनात चिकित्सकों द्वारा मरीज को देखा गया और उच्चतर उपचार के लिए किंग जार्ज मेडिकल विश्विवद्यालय भेजा गया था। जिसके बाद में चिकित्सालय प्रशासन ने मरीजों को एम्बुलेंस से केजीएमयू भिजवाया गया। निदेशक ने बताया कि मरीज के परिजन के0जी0एम0यू0 में उपचार न कराकर पुनः 11 अगस्त को रात्रि 02ः25 बजे उसे बलरामपुर चिकित्सालय ले आये।
तत्काल इमरजेन्सी ओ0पी0डी0 में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीज को देखा गया और उपचार देने के साथ ही चिकित्सालय में भर्ती कर लिया गया। चिकित्सकों के निर्देशानुसार मरीज को उच्च श्रेणी के एन्टीबाॅयोटिक, आई0वी0 फ्ल्यूड एवं आक्सीजन से उपचारित किया गया था। इसके अतिरिक्त मरीज की समस्त आवश्यक जांच भी कराई गई। फिर भी मरीज की 13 अगस्त को सांय मृत्यु हो गई।