'भारत माता की जय' पर दारुल उलूम देवबंद ने जारी किया फतवा
गाँव कनेक्शन | Sep 16, 2016, 16:10 IST
लखनऊ।'भारतमाता की जय' बोलने को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। मीडिया में आ रही ख़बरों की मानें तो अब इस मसले पर दारुल उलूम देवबंद ने फतवा जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जिस तरह 'वंदे मातरम' नहीं बोल सकते उसी तरह 'भारत माता' की जय भी नहीं बोल सकते।
फतवा जारी करते हुए दारुल उलूम ने कहा, ''इंसान ही इंसान को जन्म दे सकता है। धरती मां कैसे हो सकती है? मुसलमान अल्लाह के अलावा किसी की पूजा नहीं कर सकता तो भारत को देवी कैसे मानें? मुसलमानों को खुद को इस नारे से अलग कर लेना चाहिए। दारूल उलूम देवबंद ने कहा 'हम देश से प्यार करते हैं, लेकिन हम सिर्फ एक ईश्वर में यकीन रखते हैं।''
उल्लेखनीय है कि हाल ही में दारूल उलूम देवबंद ने एक फतवा जारी करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से स्वतंत्रता दिवस पर अपने घर पर तिरंगा फहराने को कहा था। दारुल उलूम देवबंद के प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने कहा कि देश की आजादी में उलेमाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। पूर्ण स्वतंत्रता की मांग दारुल उलूम ने ही उठाई थी जो बाद में पूर्ण स्वराज आंदोलन में तब्दील हो गई। उन्होंने कहा कि हुसैन अहमद मदनी से मौलवी अहमदुल्ला शाह तक स्वतंत्रता सेनानियों की लंबी फेहरिस्त होने का जिक्र भी किया।
फतवा जारी करते हुए दारुल उलूम ने कहा, ''इंसान ही इंसान को जन्म दे सकता है। धरती मां कैसे हो सकती है? मुसलमान अल्लाह के अलावा किसी की पूजा नहीं कर सकता तो भारत को देवी कैसे मानें? मुसलमानों को खुद को इस नारे से अलग कर लेना चाहिए। दारूल उलूम देवबंद ने कहा 'हम देश से प्यार करते हैं, लेकिन हम सिर्फ एक ईश्वर में यकीन रखते हैं।''
उल्लेखनीय है कि हाल ही में दारूल उलूम देवबंद ने एक फतवा जारी करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से स्वतंत्रता दिवस पर अपने घर पर तिरंगा फहराने को कहा था। दारुल उलूम देवबंद के प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने कहा कि देश की आजादी में उलेमाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। पूर्ण स्वतंत्रता की मांग दारुल उलूम ने ही उठाई थी जो बाद में पूर्ण स्वराज आंदोलन में तब्दील हो गई। उन्होंने कहा कि हुसैन अहमद मदनी से मौलवी अहमदुल्ला शाह तक स्वतंत्रता सेनानियों की लंबी फेहरिस्त होने का जिक्र भी किया।