खुलासा : रुपए कमाने की चाहत ने एडीएम के पुत्र को बनाया सुपारी किलर
गाँव कनेक्शन | Aug 19, 2017, 08:05 IST
गाँव कनेक्शन संवाददाता
लखनऊ। रुपए जल्द कमाने की चाहत एक एडीएम के बेटे के सिर पर इस कदर चढ़ गया कि वह हत्या की सुपारी से लेकर लूट की घटनाओं तक को अंजाम देने लगा। आगरा जिले में तैनात सिविल सप्लाई विभाग में तैनात एडीएम नरेंद्र सिंह का 21 वर्षीय पुत्र यथार्थ सिंह ने राजधानी के पीजीआई इलाके में बीते दिनों एक लाख रुपए की सुपारी लेकर एक टाइल्स कारीगर की निरर्मम हत्या कर दी। इस हत्याकांड की जांच कर रही पीजीआई पुलिस ने शुक्रवार दोपहर एडीएम के पुत्र सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, बीते आठ अगस्त को पीजीआई के अवध विहार कालोनी के पास नाले में एक टाइल्स कारोबारी का अधजला शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त राजेश रावत के रूप में हुई थी।
मृतक राजेश अपने पुत्र गुलशन और रौशन को बचपन से ही तिरस्कृत करते थे। साथ ही उनकी मां को घर से निकाल दिया और सगी बहन को कही लापता करवा दिया था। इसके बाद किसी दूसरी महिला को घर में लाकर रखने लगे थे। इससे नाराज छोटा बेटा गुलशन पिता राजेश से बचपन से ही नफरत करने लगा था और हर बार पिता की हत्या करवाने की धमकी देता रहता था, लेकिन उसकी इस बात को घरवालों ने नजरअंदाज कर दिया था।
पुलिस की माने तो इस दौरान गुलशन ने पिता के उपर जादू-टोटका करवाने के लिए चार वर्ष पूर्व एक तांत्रिक को 40 हजार रुपए दिए थे, लेकिन उससे पिता के उपर कोई फर्क नहीं पड़ा था। इस बीच गुलशन के दोस्त सरवन ने उसकी मुलाकात आर्यन नाम के शख्स से करवाई। जिसने गुलशन से उसकी पिता की हत्या करने के लिए एक लाख रुपए की सुपारी ले ली।
इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए आर्यन और उसके साथियों ने सरोजनीनगर इलाके में एक राहगीर को चाकू मार कर लूट की घटना को अंजाम दिया, जहां उन्हें लूट में एक मोबाइल फोन मिला, जिसे उन्होंने राजेश की हत्या में प्रयोग करने की साजिश बनाई। इसके पीछे उनका इरादा पुलिस को चकमा देने का था।
आरोपियों ने हत्या में कार प्रयोग करने के लिए खरगापुर निवासी ममता के घर के बाहर से उनकी कार चोरी कर ली। इसके बाद आरोपी आर्यन, यथार्थ और उसके अन्य साथियों ने टाइल्स कारीगर राजेश को पीजीआई के अवध विहार योजना में काम के बहाने बुलाया, जहां सभी आरोपियों ने राजेश की निरर्मम हत्या कर उसकी लाश तेजाब से जलाकर नाले में फेंक दिया।
एसओ पीजीआई बृजेश राय ने बताया, आरोपियों का तेजाब से लाश जलाने के पीछे मकसद केवल पुलिस को गुमराह कर शव की शिनाख्त को छिपाये रखना था, लेकिन पुलिस ने शव की शिनाख्त उसके घरवालों से करवा ली। आरोपियों ने हत्या अंजाम देने के बाद घटना में प्रयुक्त कार को चिनहट इलाके के आनंदी वार्टर पार्क के पास जला दी थी।
पुलिस ने सर्विलांस की मदद से राजेश के पुत्र गुलशन को पकड़ा तो उसने पूरे घटनाक्रम से राजफाश उतार दिया। गुलशन की निशानदेही पर पुलिस ने गुलशन के साथी यथार्थ, सरवन साहू, करन साहू और अनवर अली को पीजीआई के शिल्प ग्राम के निर्माणाधीन इमारत से गिरफ्तार कर लिया।
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।
लखनऊ। रुपए जल्द कमाने की चाहत एक एडीएम के बेटे के सिर पर इस कदर चढ़ गया कि वह हत्या की सुपारी से लेकर लूट की घटनाओं तक को अंजाम देने लगा। आगरा जिले में तैनात सिविल सप्लाई विभाग में तैनात एडीएम नरेंद्र सिंह का 21 वर्षीय पुत्र यथार्थ सिंह ने राजधानी के पीजीआई इलाके में बीते दिनों एक लाख रुपए की सुपारी लेकर एक टाइल्स कारीगर की निरर्मम हत्या कर दी। इस हत्याकांड की जांच कर रही पीजीआई पुलिस ने शुक्रवार दोपहर एडीएम के पुत्र सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, बीते आठ अगस्त को पीजीआई के अवध विहार कालोनी के पास नाले में एक टाइल्स कारोबारी का अधजला शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त राजेश रावत के रूप में हुई थी।
बदला लेने के लिए बेटे ने ही दी थी पिता की सुपारी
एक लाख की दी सुपारी
लूट के मोबाइल से रची हत्या की साजिश
चोरी की कार से हत्या को दिया गया अंजाम
तेजाब डालकर लाश को जलाने का किया प्रयास
सर्विलांस की मदद से पकड़े गए आरोपी
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।