सीआरपीएफ में अब रसोइए कहलाएंगे शेफ, नाई को कहा जाएगा हेयरस्टाइलिस्ट
Sanjay Srivastava | Feb 21, 2017, 19:45 IST
नई दिल्ली (भाषा)। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में धोबी, सफाई कर्मचारी, माली और मोची को जल्द नया अंग्रेजी पदनाम दिया जाएगा। इसके तहत रसोइये को शेफ तो नाई को हेयरस्टाइलिस्ट कहा जाएगा। नामकरण के इस नए रूप का सुझाव सरकार की तरफ से दिया गया था।
मिस्त्री को आटोमोटिव मेकेनिक कहा जाएगा, माली को गार्डनर या हॉर्टिकल्चरिस्ट और सफाई कर्मचारी हाउस कीपर कहलाएंगे। रसोई में काम करने वाले मसालची, कहार और पानी ले जाने वाले को अब सहायक शेफ के तौर पर जाना चाएगा। इसके अलावा अर्धसैनिक बल में धोबी को लॉन्ड्रीमैन तो चौकीदार को सुरक्षा सहायक और मोची को शू मेकर कहा जाएगा।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को इन बदलावों का सुझाव केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने कौशल विकास कार्यक्रम के तहत दिया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘केरिपुब में कार्यबल को मिलने वाला सम्मान बढ़ाने की उम्मीद में मंत्री चाहते थे कि चौकीदार, माली, मोची, सफाई कर्मचारी जैसे पदनाम हटाए जाएं।''
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनके पद और काम की प्रकृति में यद्यपि कोई अहम बदलाव नहीं आएगा लेकिन उनके उनके पदनाम में बदलाव प्रस्तावित है. इसके साथ ही इस मामले में कोई वित्तीय बाध्यता भी नहीं हैं।''
ये बदलाव केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल और असम राइफल्स जैसे दूसरे अर्धसैनिक बलों में भी इस बदलाव को साझा किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि कुछ समय पहले केरिपुब जवानों को सर्टीफिकेट जारी करते वक्त रुडी ने कहा था कि उन्हें लगता है कि उनके कौशल और कार्यबल से जुड़ा नाम पुरातन है और इसमें बदलाव की जरुरत है।
मिस्त्री को आटोमोटिव मेकेनिक कहा जाएगा, माली को गार्डनर या हॉर्टिकल्चरिस्ट और सफाई कर्मचारी हाउस कीपर कहलाएंगे। रसोई में काम करने वाले मसालची, कहार और पानी ले जाने वाले को अब सहायक शेफ के तौर पर जाना चाएगा। इसके अलावा अर्धसैनिक बल में धोबी को लॉन्ड्रीमैन तो चौकीदार को सुरक्षा सहायक और मोची को शू मेकर कहा जाएगा।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को इन बदलावों का सुझाव केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने कौशल विकास कार्यक्रम के तहत दिया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘केरिपुब में कार्यबल को मिलने वाला सम्मान बढ़ाने की उम्मीद में मंत्री चाहते थे कि चौकीदार, माली, मोची, सफाई कर्मचारी जैसे पदनाम हटाए जाएं।''
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनके पद और काम की प्रकृति में यद्यपि कोई अहम बदलाव नहीं आएगा लेकिन उनके उनके पदनाम में बदलाव प्रस्तावित है. इसके साथ ही इस मामले में कोई वित्तीय बाध्यता भी नहीं हैं।''
ये बदलाव केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल और असम राइफल्स जैसे दूसरे अर्धसैनिक बलों में भी इस बदलाव को साझा किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि कुछ समय पहले केरिपुब जवानों को सर्टीफिकेट जारी करते वक्त रुडी ने कहा था कि उन्हें लगता है कि उनके कौशल और कार्यबल से जुड़ा नाम पुरातन है और इसमें बदलाव की जरुरत है।