आयुष मंत्रालय की पहल: कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं का होगा वितरण
गाँव कनेक्शन | Sep 02, 2021, 15:00 IST
कोरोना महामारी की रोकथाम करने वाली आयुष दवाओं की किट में संशामणि वटी जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी भी कहा जाता है और अश्वगंधा घन वटी है। रोगनिरोधक आयुर्वेदिक दवाओं की इस किट और दिशानिर्देशों को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक मेडिसिन (CCRAS)ने तैयार किया है।
आयुर्वेदिक दवाओं को बढ़ावा देने और कोरोना की रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय ने नई पहल शुरू की है। आयुष रोग प्रतिरोधक दवाओं तथा आहार और जीवन शैली को लेकर तैयार किए गए दिशानिर्देशों के वितरण का अभियान शुरू किया।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत चल रहे आयुष सप्ताह में अपनी विभिन्न गतिविधियों की श्रृंखला में यह अभियान शुरू किया है। इसके तहत अगले एक साल में देश भर में 75 लाख लोगों के बीच रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं और कोरोना महामारी को काबू करने के उपायों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए लिखित दिशानिर्देशों का वितरण किया जाएगा।
आयुष मंत्रालय का यह अभियान 60 वर्ष व उससे अधिक उम्र के लोगों और अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों पर विशेष रूप से फोकस करेगा। केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई ने संयुक्त रूप से इस अभियान का शुभारंभ किया।
कोरोना महामारी की रोकथाम करने वाली आयुष दवाओं की किट में संशामणि वटी जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी भी कहा जाता है और अश्वगंधा घन वटी है। रोगनिरोधक आयुर्वेदिक दवाओं की इस किट तथा दिशानिर्देशों को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक मेडिसिन (CCRAS) ने तैयार किया है।
कोरोना महामारी की रोकथाम को ध्यान में रखकर शुरू किए गए इस विशेष अभियान के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों और अभियान को मूर्त रूप देने में योगदान देना है ताकि 'सभी के लिए स्वास्थ्य' सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सात कार्यों को सूचीबद्ध किया है और उनमें से पहला है बुजुर्गों की देखभाल करना।
"आयुष रोगनिरोधी दवाओं के वितरण से नागरिकों को नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि महामारी की दो लहरों के दौरान इस देश के लोगों ने हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में बहुत विश्वास दिखाया। उनके विश्वास ने हमें इस राष्ट्रव्यापी वितरण की शुरुआत करने के लिए प्रोत्साहित किया है, "सोनोवाल ने आगे कहा।
उन्होंने इस अभियान की सफलतापूर्वक योजना बनाने और उसे लागू करने के लिए सीसीआरएएस अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि रोगनिरोधी आयुष दवाओं के इस वितरण अभियान के साथ—साथ, परिषद बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। यह अभियान देश भर में 86 से अधिक आयुष संस्थानों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से चलाया जा रहा है।
आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक आयुष दवाओं और आहार और जीवन शैली दिशानिर्देशों के वितरण का यह अभियान भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए 'आजादी का अमृत महोत्सव' के मद्देनजर आरंभ किया है। साल भर चलने वाला यह अभियान अगस्त 2022 तक जारी रहेगा, जब भारत स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत चल रहे आयुष सप्ताह में अपनी विभिन्न गतिविधियों की श्रृंखला में यह अभियान शुरू किया है। इसके तहत अगले एक साल में देश भर में 75 लाख लोगों के बीच रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं और कोरोना महामारी को काबू करने के उपायों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए लिखित दिशानिर्देशों का वितरण किया जाएगा।
कोविड काल में देश के प्रत्येक व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए और हर परिवार को खुशहाल रखने के लिए दवाइयों के निःशुल्क वितरण के अभियान का आज शुभारंभ किया गया। इसकी शुरुआत माननीय आयुष मंत्री श्री @sarbanandsonwal एवं माननीय आयुष राज्य मंत्री @MunjaparaDr ने की। pic.twitter.com/uzOTli7JEm
— Ministry of Ayush (@moayush) September 2, 2021
कोरोना महामारी की रोकथाम करने वाली आयुष दवाओं की किट में संशामणि वटी जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी भी कहा जाता है और अश्वगंधा घन वटी है। रोगनिरोधक आयुर्वेदिक दवाओं की इस किट तथा दिशानिर्देशों को सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक मेडिसिन (CCRAS) ने तैयार किया है।
कोरोना महामारी की रोकथाम को ध्यान में रखकर शुरू किए गए इस विशेष अभियान के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों और अभियान को मूर्त रूप देने में योगदान देना है ताकि 'सभी के लिए स्वास्थ्य' सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सात कार्यों को सूचीबद्ध किया है और उनमें से पहला है बुजुर्गों की देखभाल करना।
"The Ministry had recently launched a distribution drive for AYUSH-64 to combat the second wave of the pandemic. The effort has been appreciated by one and all &motivated the team at Ayush who further planned this campaign" - @MunjaparaDr #AzadiKaAmritMahotsav pic.twitter.com/ny9MS7qSng
— Ministry of Ayush (@moayush) September 2, 2021
उन्होंने इस अभियान की सफलतापूर्वक योजना बनाने और उसे लागू करने के लिए सीसीआरएएस अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि रोगनिरोधी आयुष दवाओं के इस वितरण अभियान के साथ—साथ, परिषद बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। यह अभियान देश भर में 86 से अधिक आयुष संस्थानों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से चलाया जा रहा है।
आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक आयुष दवाओं और आहार और जीवन शैली दिशानिर्देशों के वितरण का यह अभियान भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए 'आजादी का अमृत महोत्सव' के मद्देनजर आरंभ किया है। साल भर चलने वाला यह अभियान अगस्त 2022 तक जारी रहेगा, जब भारत स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा।