कोहली को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है: अनुराग ठाकुर

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
कोहली को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है: अनुराग ठाकुरकोहली को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है: अनुराग ठाकुर

हमीरपुर (भाषा)। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पूर्व प्रमुख अनुराग ठाकुर ने अनिल कुंबले के भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद से मीडिया के निशाने पर और सोशल मीडिया में लोगों के गुस्से का सामना कर रहे कप्तान विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें बेवजह निशाना बनाया जा रहा है और क्रिकेट टीम का आने वाला समय कोहली के हाथों में सुरक्षित है।

हाल में कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा देने के बाद ट्विटर पर एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि कप्तान को मेरे तरीकों पर ऐतराज था और उन्हें मेरे कोच बने रहने पर आपत्ति थी। बीसीसीआई ने मुझे इस बारे में बताया जिस पर मुझे आश्चर्य हुआ क्योंकि मैंने हमेशा कप्तान और कोच के बीच की सीमाओं का सम्मान किया है।''

ये भी पढ़ें : किदांबी श्रीकांत ने जीती ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर सीरीज, मोदी ने दी बधाई

हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष ठाकुर ने कहा, ''विराट को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। मुझे लगता है कि इस चर्चा को बंद कर देना चाहिए। हिन्दुस्तान के क्रिकेट को अगर अगले 10 साल में बुलंदियों पर लेकर जाना है तो कोहली में ऐसा करने की काबिलियत है। ये पहला ऐसा उदाहरण नहीं है, जब ऐसा हुआ है। पहले भी कप्तानों, पूर्व कप्तानों को निशाना बनाया जाता रहा है

कुंबले को पिछले साल ही कोच नियुक्त किया गया था और तब BCCI की कमान ठाकुर के ही हाथों में थी। BCCI ने तब सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की सिफारिश पर कुंबले को कोच नियुक्त किया था।

ये भी पढ़ें : कोहली की ‘ड्रेसिंग रूम के अंदर झांकते’ हुए तस्वीर वायरल, लोगों ने किए मजेदार कॉमेंट्स

ठाकुर ने कहा, ''उस समय के बोर्ड के लोग इस तरह की चीजों को संभालने में ज्यादा परिपक्व थे। लोगों को तो बोर्ड को श्रेय देना चाहिए कि तब हमने सीएसी की सिफारिश का सम्मान किया, लेकिन ये भी ध्यान में रखा कि (कुंबले को) एक साल का ही अनुबंध दिया जाए ताकि आगे कोई दिक्कत आती है तो खेल के हित में बोर्ड किसी भी संभावना पर विचार कर सके।''

उन्होंने साथ ही मौजूदा बोर्ड पर परोक्ष रुप से निशाना साधते हुए कहा कि हमारे समय में हमने ऐसी बातें बाहर नहीं आने दीं। कुंबले को अनुबंध दिए जाने पर तब किसी ने यह नहीं कहा कि किसी को इसपर ऐतराज है। हम जब (बोर्ड में) सात-आठ महीने थे तब किसी ने ये नहीं कहा कि दोनों के बीच कोई मनमुटाव है। आज जो लोग बोर्ड चला रहे है ये सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ।''

ये भी पढ़ें : प्रिय कोहली, आप कभी कुंबले जैसा ‘विराट’ नहीं हो सकते

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.