तीन दोस्तों की मेहनत से ओड़िशा के इस गाँव में तैयार किए जा रहे हैं कल के आदर्श नेता

ओड़िशा के तिगिरिया में बचपन के तीन दोस्त कमाल कर रहे हैं। गाँव के एक सरकारी हाई स्कूल को न सिर्फ तीनों दोस्त पिछले कई साल से चला रहे हैं बल्कि उन्हें अफसर और नेता बनने का गुर भी बता रहे हैं।

Prachi RathiPrachi Rathi   20 Jun 2023 10:22 AM GMT

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तीन दोस्तों की मेहनत से ओड़िशा के इस गाँव में तैयार किए जा रहे हैं कल के आदर्श नेता

1962 में स्थापित, अर्जुन सुबुद्धि हाई स्कूल न केवल सीखने का केंद्र है, बल्कि उदाहरण भी है कि मित्र समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए क्या कर सकते हैं।

कटक (ओडिशा)। कहते हैं न कुछ दोस्त मिलकर कुछ भी कर सकते हैं और ये करके दिखाया है ओड़िशा के कटक के तिगिरिया ब्लॉक में अर्जुन सुबुद्धि हाई स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों ने।

इस सरकारी स्कूल को बचपन के तीन दोस्त चलाते हैं, आसपास के दर्जनों गाँवों के बच्चों के ये स्कूल शिक्षित कर रहा है। सुशांत कुमार साहू, कैलाश बेहरा और स्कूल के प्रिंसिपल (जो गुमनाम रहना चाहते हैं) बचपन के दोस्त हैं और टिगिरिया के ही रहने वाले हैं।

1962 में स्थापित, अर्जुन सुबुद्धि हाई स्कूल न केवल सीखने का केंद्र है, बल्कि उदाहरण भी है कि मित्र समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए क्या कर सकते हैं।


“स्कूल सरकार द्वारा लगभग छह दशक पहले शुरू किया गया था। हमने गाँव के बच्चों को शिक्षा देने की दिशा में काम करने का फैसला किया, ताकि लोगों के मन में गाँव वालों के प्रति केवल मज़दूर या गरीब किसान होने की पुरानी सोच को तोड़ा जा सके, "सुशांत कुमार साहू ने गाँव कनेक्शन को बताया। स्कूल में कक्षा छह से दस तक के 350 छात्र हैं।

तीनों कॉलेज के दोस्तों ने स्कूल में एक साथ काम करने का फैसला किया क्योंकि वो मिलकर कुछ बेहतर काम करना चाहते थे। जबकि प्रिंसिपल स्कूल के पूरे सँचालन की देखरेख करते हैं। साहू, जो एक विज्ञान शिक्षक हैं, छात्र की सीखने की यात्रा में लगन से सहयोग करते हैं। स्कूल के बेहतर कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए कैलाश मल्टी-टास्किंग स्टाफ के सदस्य हैं।

छात्रों को पढ़ाने के अलावा, तीनों दोस्त आस-पास के गाँवों से आने वाले छात्रों में नेतृत्व कौशल विकसित करने का प्रयास करते हैं। हाई स्कूल 'हमारा स्कूल कैबिनेट' का दावा करता है। यानि पढ़ाई के साथ साथ छात्रों को जिम्मेदारियाँ लेने और नेताओं के रूप में उभरने के लिए तैयार करना। जिस तरह सरकार के पास कैबिनेट होती है, उसी तरह स्कूल में ऐसे छात्र होते हैं जो स्कूल कैबिनेट के सदस्य होते हैं।


साहू ने कहा कि स्कूल कैबिनेट हमारे स्कूल की एक अनूठी विशेषता है जिसका मकसद बेहतर कल के लिए नेताओं का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, "कैबिनेट सदस्यों के रूप में विशिष्ट 'मंत्रालयों' के नाम से छात्र नेतृत्व और शासन के बारे में जरुरी सबक सीखते हैं।"

स्कूल की 'सरकार' हर दिन बैठक करती है, जिसमें मुख्यमंत्री और अन्य कैबिनेट मंत्रियों के रूप में अभिनय करने वाले एक छात्र द्वारा बैठकें आयोजित की जाती हैं। वे स्कूल के कामकाज के लिए तमाम एजेंडों, चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा करते हैं।

तीनों मित्रों के प्रयासों से इस सरकारी स्कूल में शिक्षा प्रदान करने के तरीके में बदलाव भी आया है। अब वे समय का इस्तेमाल मिलकर लेसन डिजाइन करने और रचनात्मक विचारों पर चर्चा करने के लिए करते हैं।

"स्कूल की सफलता में योगदान देने वाला एक महत्वपूर्ण कारक शिक्षकों और सरकार की तफ से ऑडियो-विजुअल शिक्षण विधियों को अपनाना भी है। प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर और मल्टीमीडिया तत्वों को शामिल करके, हमने छात्रों के जुड़ाव और उत्साह में वृद्धि देखी है।" कटक में तिगिरिया ब्लॉक के नुआपटना गाँव में खंड शिक्षा अधिकारी चक्रधर बेहरा ने कहा।


अधिकारी ने बताया कि ओड़िशा सरकार के शिक्षा विभाग की तरफ से तिगिरिया ब्लॉक में हाई स्कूल को सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के पुरस्कार के लिए चुना गया है।

साल 2020 में अंशुमान साहू और श्रद्धांजलि नाम के दो छात्रों ने मैट्रिक परीक्षा में कटक जिले में पहला स्थान हासिल किया।

इतिहास के शिक्षक अंशुमन जेना ने कहा कि पिछले दो साल सबसे अधिक फायदेमंद रहे, क्योंकि छात्र अकादमिक और खेल दोनों मोर्चों पर चमक रहे थे। शिक्षक ने कहा कि हाई स्कूल के छात्रों की भी ई-लाइब्रेरी तक पहुँच है।

हाल ही में, जिला स्तरीय कबड्डी और वॉलीबॉल मैचों में स्कूल का प्रतिनिधित्व करने के लिए दस छात्रों को चुना गया था। स्कूल प्रबंधन समिति और पूर्व छात्रों के संयुक्त प्रयास से विद्यार्थियों के लिए हॉकी का मैदान बनाने की योजना पर काम चल रहा है। छात्र आगे के सालों में फुटबॉल विश्व कप में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं क्योंकि वे ओड़िशा मेन्स हॉकी विश्वकप 2023 में चीयरलीडर का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं।

स्कूल के नौवीं कक्षा के छात्र गोपाल ने कहा, "स्कूल की वजह से मुझमें आत्मविश्वास आया है। मैं गणित शिक्षक और सिविल सेवक बनने का सपना लेकर इस हाई स्कूल में आया था। स्कूल ने शैक्षिक वीडियो और मेंटरशिप के जरिये मेरी अंग्रेजी में सुधार करने में मेरी मदद की है। अब क्लास के प्रेजेंटेशन में भी शामिल होता हूँ।"

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