HomeGUESTGirindranath JhaList Viewफणीश्वर नाथ रेणु की दुनिया- जिसके बिना हम अधूरे हैं ..By Girindranath Jhaरेणु की दुनिया हमें ऐसे रागों, रंगों, जीवन की सच्चाई से जोड़ती हैं जिसके बिना हमारे लिए यह दुनिया ही अधूरी है। अधूरे हम रह जाते हैं, अधूरे हमारे ख्वाब रह जाते हैं। रेणु की दुनिया में जहां प्रशांत है तो वहीं जित्तन भी है। रेणु की दुनिया हमें ऐसे रागों, रंगों, जीवन की सच्चाई से जोड़ती हैं जिसके बिना हमारे लिए यह दुनिया ही अधूरी है। अधूरे हम रह जाते हैं, अधूरे हमारे ख्वाब रह जाते हैं। रेणु की दुनिया में जहां प्रशांत है तो वहीं जित्तन भी है। Related News