युवराज, सुल्तान और अब मिलिए विराट से... जो है विश्व का सबसे महंगा भैंसा

Diti BajpaiDiti Bajpai   15 Nov 2018 6:19 AM GMT

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लखनऊ। उपेंद्र सिंह पिछले डेढ़ वर्षों से हर महीने विराट (भैंसा) पर हज़ारों रूपए खर्च कर रहे है। उनको उम्मीद है कि विराट छह महीने के बाद उनको हर महीने उनको लाखों की कमाई कराएगा।

हरियाणा, पंजाब के बाद अब यूपी में पिछले कुछ वर्षों से भैंसा पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ''हमारे जिले में कृषि मेला लगा था जहां पहली बार युवराज (भैंसा) को देखा था और पता चला कि इससे भी कमाई की जा सकती है। तब मैंने युवराज के सीमन को 20 लीटर दूध देने वाली भैंस से क्रॉस कराया।'' मेरठ जिले के कलेरा गाँव में रहने वाले उपेंद्र ने बताया, ''विराट अभी डेढ़ साल का हो गया है अगले छह महीनें में उससे सीमन की डोज तैयार होने लगेगी।'' उपेंद्र के पास मुर्रा नस्ल करीब 20 भैंसे भी है।


भारत में भैंसों की 13 नस्लों में से मध्य हरियाणा की मुर्रा भैंस की मांग सबसे ज्यादा है इस भैंस को 'नस्ल सुधारने' वाला माना जाता है यह नस्ल खासतौर पर अपनी ज्यादा दूध देने की क्षमता की वजह से मांग में है। इसीलिए डेयरी में पशुपालक इन्हीं भैंसों को ज्यादा पालते है। भारत में 54 प्रतिशत दूध भैंसों से प्राप्त होता है।

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विराट की दिनचर्या के बारे में उपेंद्र बताते हैं, ''पूरे दिन में यह 10 किलो सेब, 10 किलो दूध और 3 किलो चारा दाना देते है। इसके अलावा डेयरी में इसके लिए आठ से नौ फीट का तालाब भी खुदवाया हुआ है जहां पर यह दो घंटे नहाता है। इसकी देखरेख के लिए दो से ज्यादा कर्मचारी तैनात रहते है।'' उपेंद्र मेरठ जिले के पहले किसान है जो भैंसा पाल रहे है। उपेंद्र बताते हैं, ''शामली और मुज्जफनगर के कुछ डेयरी वालों ने भैंसा पालना शुरू किया है। धीरे-धीरे लोग इसको अब चलन में ला रहे है। हमारा उद्देश्य है कि इससे अच्छे बच्चे पैदा हो और नस्ल सुधार हो।''

19वीं पशुधन गणना के अनुसार पूरे देश में पशुओं की संख्या 51 करोड़ है, जिसमें दुधारू भैंसों की संख्या 48.64 मिलियन से बढ़कर 51.05 मिलियन हो गई है जो कि पिछली पशुधन गणना से 4.95 प्रतिशत अधिक है।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के करमवीर सिंह के भैंसा युवराज अपनी खूबियों के लिए 22 बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत चुका है। युवराज का की उम्र 9 साल और वज़न 14 कुंतल है। वर्तमान में युवराज की कीमत सवा 9 करोड़ से भी ज्यादा है। युवराज के 1416 मिली लीटर गुप्तमल से अब तक 700 भैंसों के गर्भाधान में किया जा चुका है। वहीं हरियाणा के कैथल जिले के नरेश बेनिवाल के भैंसे सुल्तान को खरीदने के लिए लोग करोड़ों की कीमत लगा चुके है। सुल्तान से साल भर में 30 से 35 हज़ार सीमन की डोज तैयार होती है, जिसको 300 रुपए प्रति डोज में बेचते हैं। सुल्तान से सप्ताह में दो बार सीमेन निकाला जाता है, जिसकी कीमत लाखों में है।''


       

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