By Sayantani Deb
गरीबी में पले-बढ़े शिक्षक दिपेन खानिकर की कोशिश है कि कोई भी बच्चा पढ़ाई में पीछे न रह जाए, तभी तो उनके इन प्रयासों की वजह से राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
गरीबी में पले-बढ़े शिक्षक दिपेन खानिकर की कोशिश है कि कोई भी बच्चा पढ़ाई में पीछे न रह जाए, तभी तो उनके इन प्रयासों की वजह से राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
By Gaon Connection
ये स्कूल खास बच्चों के लिए है, ऐसे बच्चे जिन एडमिशन कई बार दूसरे स्कूल में नहीं होता, लेकिन यहाँ के दरवाज़े ऐसे बच्चों के लिए हमेशा खुले रहते हैं। इस स्कूल के शुरू होने के पीछे की कहानी प्रेरणा देने वाली है।
ये स्कूल खास बच्चों के लिए है, ऐसे बच्चे जिन एडमिशन कई बार दूसरे स्कूल में नहीं होता, लेकिन यहाँ के दरवाज़े ऐसे बच्चों के लिए हमेशा खुले रहते हैं। इस स्कूल के शुरू होने के पीछे की कहानी प्रेरणा देने वाली है।
By Akankhya Rout
बच्चों को टीवी से दूर रखा जाता है, और जब स्कूल के स्मार्ट क्लास में टीवी से पढ़ाई शुरू हुई तो अभिभावकों को लगा कि यहाँ पढ़ाई नहीं होती, कई लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन जिस स्कूल में कभी 25 बच्चे आते थे, आज 150 बच्चे रेगुलर आते हैं।
बच्चों को टीवी से दूर रखा जाता है, और जब स्कूल के स्मार्ट क्लास में टीवी से पढ़ाई शुरू हुई तो अभिभावकों को लगा कि यहाँ पढ़ाई नहीं होती, कई लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन जिस स्कूल में कभी 25 बच्चे आते थे, आज 150 बच्चे रेगुलर आते हैं।
By Akankhya Rout
बर्फ़ की चादर से लिपटे पहाड़ों और तीन फीट बर्फ़ से जमी हुई सड़कों के बीच, जहाँ बिजली और इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बड़ी मुश्किल से पहुँचती है वहाँ पर शहर की सुख-सुविधाओं को छोड़कर पोर्शिया बस गई हैं, ताकि स्पीति के बच्चों की शिक्षा के लिए कुछ कर सकें।
बर्फ़ की चादर से लिपटे पहाड़ों और तीन फीट बर्फ़ से जमी हुई सड़कों के बीच, जहाँ बिजली और इंटरनेट कनेक्टिविटी भी बड़ी मुश्किल से पहुँचती है वहाँ पर शहर की सुख-सुविधाओं को छोड़कर पोर्शिया बस गई हैं, ताकि स्पीति के बच्चों की शिक्षा के लिए कुछ कर सकें।
By Akankhya Rout
पहाड़, झरने और जंगली जानवरों की परवाह किए बिना लगातार सात साल से पहाड़ चढ़कर बच्चों को पढ़ाने के लिए जाते हैं। उन्हें एक घंटे की चढ़ाई के बाद उतरने में भी एक घंटा लगता है।
पहाड़, झरने और जंगली जानवरों की परवाह किए बिना लगातार सात साल से पहाड़ चढ़कर बच्चों को पढ़ाने के लिए जाते हैं। उन्हें एक घंटे की चढ़ाई के बाद उतरने में भी एक घंटा लगता है।
By Divendra Singh
पिछले कुछ दिनों से बच्चों के कुछ वीडियो इंटरनेट पर छा गए हैं, लाल रंग के कपड़ों में सजे-संवरे बच्चे किसी सुपर मॉडल से कम नहीं नज़र आ रहे हैं, लेकिन शायद आपको यकीन न हो, ये सारे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चे हैं और इन्होंने ये कपड़े भी खुद से तैयार किए हैं।
पिछले कुछ दिनों से बच्चों के कुछ वीडियो इंटरनेट पर छा गए हैं, लाल रंग के कपड़ों में सजे-संवरे बच्चे किसी सुपर मॉडल से कम नहीं नज़र आ रहे हैं, लेकिन शायद आपको यकीन न हो, ये सारे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चे हैं और इन्होंने ये कपड़े भी खुद से तैयार किए हैं।
By Akankhya Rout
कभी साइकिल से अखबार बाँटा करते थे, जिससे वो अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल सकें। उनकी मेहनत ही थी जो आज उन्हें इस मुकाम तक लेकर आयी और राष्ट्रपति ने उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।
कभी साइकिल से अखबार बाँटा करते थे, जिससे वो अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल सकें। उनकी मेहनत ही थी जो आज उन्हें इस मुकाम तक लेकर आयी और राष्ट्रपति ने उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।
By Tameshwar Sinha
कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें अब उनकी क्लास बीएसएफ के खाली पड़े कैम्प में चलने लगी है।
कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें अब उनकी क्लास बीएसएफ के खाली पड़े कैम्प में चलने लगी है।
By Akankhya Rout
शिक्षक दिवस के मौके पर ओडिशा के संतोष कुमार को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। इसके पीछे उनकी बरसों की मेहनत और बच्चों को पढ़ाने का ख़ास अंदाज़ है, तभी वो दूसरे शिक्षकों के लिए उदाहरण बन रहे हैं।
शिक्षक दिवस के मौके पर ओडिशा के संतोष कुमार को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। इसके पीछे उनकी बरसों की मेहनत और बच्चों को पढ़ाने का ख़ास अंदाज़ है, तभी वो दूसरे शिक्षकों के लिए उदाहरण बन रहे हैं।
By Akankhya Rout
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के प्राथमिक विद्याल, भगेसर की चर्चा इन दिनों प्रदेश ही नहीं पूरे देश में हो रही है, वजह है यहाँ के प्रधानाध्यापक रविकांत द्वीवेदी, जिनको शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित करेंगी।
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के प्राथमिक विद्याल, भगेसर की चर्चा इन दिनों प्रदेश ही नहीं पूरे देश में हो रही है, वजह है यहाँ के प्रधानाध्यापक रविकांत द्वीवेदी, जिनको शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित करेंगी।
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By Manvendra Singh
By Gaon Connection
By Manish Mishra
By Manish Mishra
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By Gaon Connection