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Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में 1 जनवरी तक हाई अलर्ट
Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में 1 जनवरी तक हाई अलर्ट

By Gaon Connection

उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी, घने कोहरे और शीत दिवस की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 1 जनवरी 2026 तक सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। कम दृश्यता, गिरता तापमान और कोल्ड वेव का असर जनजीवन, यातायात और कृषि पर साफ़ दिखने लगा है। जानिए किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरा, कितना गिरेगा तापमान और किसानों व आम लोगों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह।

उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी, घने कोहरे और शीत दिवस की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 1 जनवरी 2026 तक सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। कम दृश्यता, गिरता तापमान और कोल्ड वेव का असर जनजीवन, यातायात और कृषि पर साफ़ दिखने लगा है। जानिए किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरा, कितना गिरेगा तापमान और किसानों व आम लोगों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह।

Weather Update: उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक रहेगा घना कोहरा, किसानों के लिए ज़रूरी सलाह
Weather Update: उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक रहेगा घना कोहरा, किसानों के लिए ज़रूरी सलाह

By Divendra Singh

उत्तर प्रदेश में सर्दी का असर तेज़ हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी और पूर्वी यूपी में अगले कुछ दिनों तक घना से अत्यंत घना कोहरा छाया रह सकता है। तराई जिलों में इसका असर सबसे ज़्यादा रहेगा, जिससे तापमान गिरने के साथ शीत दिवस और भीषण शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने रबी फसलों को लेकर किसानों के लिए विशेष सलाह भी जारी की है।

उत्तर प्रदेश में सर्दी का असर तेज़ हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी और पूर्वी यूपी में अगले कुछ दिनों तक घना से अत्यंत घना कोहरा छाया रह सकता है। तराई जिलों में इसका असर सबसे ज़्यादा रहेगा, जिससे तापमान गिरने के साथ शीत दिवस और भीषण शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने रबी फसलों को लेकर किसानों के लिए विशेष सलाह भी जारी की है।

क्या आने वाली पीढ़ियाँ गोडावण को सिर्फ़ किताबों में देखेंगी?
क्या आने वाली पीढ़ियाँ गोडावण को सिर्फ़ किताबों में देखेंगी?

By Divendra Singh

थार रेगिस्तान का गोडावण आज विलुप्ति के कगार पर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश, विशेषज्ञ समितियों की सिफ़ारिशें और ज़मीन पर संघर्ष- यह कहानी सिर्फ़ एक पक्षी की नहीं, बल्कि विकास और प्रकृति के बीच संतुलन की है।

थार रेगिस्तान का गोडावण आज विलुप्ति के कगार पर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश, विशेषज्ञ समितियों की सिफ़ारिशें और ज़मीन पर संघर्ष- यह कहानी सिर्फ़ एक पक्षी की नहीं, बल्कि विकास और प्रकृति के बीच संतुलन की है।

यूपी पंचायत चुनाव: 12.69 करोड़ मतदाता, गाँवों में लोकतंत्र की नई ताक़त
यूपी पंचायत चुनाव: 12.69 करोड़ मतदाता, गाँवों में लोकतंत्र की नई ताक़त

By Gaon Connection

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों से पहले जारी हुई नई मतदाता सूची गाँवों में बदलते सामाजिक और लोकतांत्रिक परिदृश्य की तस्वीर पेश करती है। 12.69 करोड़ मतदाताओं के साथ यह सूची न केवल संख्या में बढ़ोतरी का संकेत देती है, बल्कि महिलाओं, युवाओं और प्रवासी मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी को भी रेखांकित करती है।

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों से पहले जारी हुई नई मतदाता सूची गाँवों में बदलते सामाजिक और लोकतांत्रिक परिदृश्य की तस्वीर पेश करती है। 12.69 करोड़ मतदाताओं के साथ यह सूची न केवल संख्या में बढ़ोतरी का संकेत देती है, बल्कि महिलाओं, युवाओं और प्रवासी मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी को भी रेखांकित करती है।

जब लैब से खेत तक पहुँचा विज्ञान: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 में अरोमा मिशन को बड़ी पहचान
जब लैब से खेत तक पहुँचा विज्ञान: राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 में अरोमा मिशन को बड़ी पहचान

By Girindranath Jha

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 समारोह में भारत ने वैज्ञानिक उत्कृष्टता, टीमवर्क और समाजोपयोगी नवाचार का उत्सव मनाया। मरणोपरांत विज्ञान रत्न से सम्मानित जयंत नारलिकर से लेकर पर्पल रिवोल्यूशन को गति देने वाले अरोमा मिशन तक, इस आयोजन ने दिखाया कि भारतीय विज्ञान किस तरह प्रयोगशाला से निकलकर आम लोगों के जीवन को बदल रहा है।

राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 समारोह में भारत ने वैज्ञानिक उत्कृष्टता, टीमवर्क और समाजोपयोगी नवाचार का उत्सव मनाया। मरणोपरांत विज्ञान रत्न से सम्मानित जयंत नारलिकर से लेकर पर्पल रिवोल्यूशन को गति देने वाले अरोमा मिशन तक, इस आयोजन ने दिखाया कि भारतीय विज्ञान किस तरह प्रयोगशाला से निकलकर आम लोगों के जीवन को बदल रहा है।

खेत से फै़सले तक: बिहार की महिलाएं कैसे बदल रही हैं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर
खेत से फै़सले तक: बिहार की महिलाएं कैसे बदल रही हैं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर

By Gaon Connection

जलवायु संकट, छोटे खेत और अनिश्चित आय के बीच बिहार के गाँवों में एक खामोश लेकिन गहरा बदलाव हो रहा है। यह बदलाव ट्रैक्टरों या बड़ी मशीनों से नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास, निर्णय और नेतृत्व से आ रहा है, जो अब केवल खेतों में काम नहीं कर रहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की दिशा तय कर रही हैं।

जलवायु संकट, छोटे खेत और अनिश्चित आय के बीच बिहार के गाँवों में एक खामोश लेकिन गहरा बदलाव हो रहा है। यह बदलाव ट्रैक्टरों या बड़ी मशीनों से नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास, निर्णय और नेतृत्व से आ रहा है, जो अब केवल खेतों में काम नहीं कर रहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की दिशा तय कर रही हैं।

चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों को सौगात, लखनऊ में सीड पार्क की शुरुआत
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों को सौगात, लखनऊ में सीड पार्क की शुरुआत

By Gaon Connection

किसान सम्मान दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसानों, वैज्ञानिकों और एफपीओ को सम्मानित करते हुए कृषि क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। लखनऊ में सीड पार्क की शुरुआत, ट्रैक्टर वितरण और तकनीक आधारित खेती को उन्होंने किसान समृद्धि की नई राह बताया।

किसान सम्मान दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसानों, वैज्ञानिकों और एफपीओ को सम्मानित करते हुए कृषि क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। लखनऊ में सीड पार्क की शुरुआत, ट्रैक्टर वितरण और तकनीक आधारित खेती को उन्होंने किसान समृद्धि की नई राह बताया।

जब शहर थमे, प्रकृति बदली, लॉकडाउन में चिड़ियाँ फिर जंगल जैसी क्यों हो गईं?
जब शहर थमे, प्रकृति बदली, लॉकडाउन में चिड़ियाँ फिर जंगल जैसी क्यों हो गईं?

By Manvendra Singh

लॉकडाउन के दौरान पक्षियों को फिर से बीज, कीड़े और प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर होना पड़ा, जिसके लिए लंबी और पतली चोंच ज़्यादा उपयोगी साबित होती है। वैज्ञानिक मानते हैं कि यही बदलाव चोंच की बनावट में दिखा।

लॉकडाउन के दौरान पक्षियों को फिर से बीज, कीड़े और प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर होना पड़ा, जिसके लिए लंबी और पतली चोंच ज़्यादा उपयोगी साबित होती है। वैज्ञानिक मानते हैं कि यही बदलाव चोंच की बनावट में दिखा।

सहकारिता के भरोसे आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश: ड्रोन दीदी से लेकर पैक्स तक बदली ग्रामीण अर्थव्यवस्था
सहकारिता के भरोसे आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश: ड्रोन दीदी से लेकर पैक्स तक बदली ग्रामीण अर्थव्यवस्था

By Gaon Connection

उत्तर प्रदेश में सहकारिता आंदोलन तेज़ी से ग्रामीण बदलाव का आधार बनता जा रहा है। ड्रोन दीदियों को प्रमाण पत्र, एम-पैक्स के ज़रिये उर्वरक आपूर्ति, जन औषधि केंद्रों से सस्ती दवाएं, सोलर रूफटॉप और गोदाम निर्माण जैसे कदमों ने सहकारिता को सिर्फ़ एक संस्था नहीं, बल्कि किसानों और युवाओं की आर्थिक रीढ़ बना दिया है।

उत्तर प्रदेश में सहकारिता आंदोलन तेज़ी से ग्रामीण बदलाव का आधार बनता जा रहा है। ड्रोन दीदियों को प्रमाण पत्र, एम-पैक्स के ज़रिये उर्वरक आपूर्ति, जन औषधि केंद्रों से सस्ती दवाएं, सोलर रूफटॉप और गोदाम निर्माण जैसे कदमों ने सहकारिता को सिर्फ़ एक संस्था नहीं, बल्कि किसानों और युवाओं की आर्थिक रीढ़ बना दिया है।

अरावली विवाद: क्या बढ़ेगा वन्यजीवों और पर्यावरण का संकट?
अरावली विवाद: क्या बढ़ेगा वन्यजीवों और पर्यावरण का संकट?

By Preeti Nahar

सुप्रीम कोर्ट ने अरावली में जंगलों की परिभाषा को लेकर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। अब राज्य सरकारें पहाड़ियों की ऊंचाई के आधार पर जमीन का स्वामित्व निर्धारित करेंगी, जिससे अरावली के क्षेत्र में वन्यजीवों और पर्यावरण का संकट पैदा हो सकता है। इस फैसले का सीधा असर दिल्ली-एनसीआर के वायुमंडल, जलस्रोत और गर्मी पर पड़ेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने अरावली में जंगलों की परिभाषा को लेकर महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। अब राज्य सरकारें पहाड़ियों की ऊंचाई के आधार पर जमीन का स्वामित्व निर्धारित करेंगी, जिससे अरावली के क्षेत्र में वन्यजीवों और पर्यावरण का संकट पैदा हो सकता है। इस फैसले का सीधा असर दिल्ली-एनसीआर के वायुमंडल, जलस्रोत और गर्मी पर पड़ेगा।

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