By Gaon Connection
जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और पराग एलर्जी मिलकर एक ऐसा स्वास्थ्य संकट बना रहे हैं, जिसका असर बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर किसी पर पड़ रहा है। बढ़ता तापमान, लंबा पराग मौसम और जहरीली हवा सांस की बीमारियों को गंभीर बना रही है।
जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और पराग एलर्जी मिलकर एक ऐसा स्वास्थ्य संकट बना रहे हैं, जिसका असर बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर किसी पर पड़ रहा है। बढ़ता तापमान, लंबा पराग मौसम और जहरीली हवा सांस की बीमारियों को गंभीर बना रही है।
By Gaon Connection
भारत में प्रजनन अंगों से जुड़े कैंसर एक गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखा किया गया सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बनते जा रहे हैं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों के आंकड़े बताते हैं कि देश में हर सातवां कैंसर मामला प्रजनन अंगों से जुड़ा है, जिसमें महिलाओं पर बोझ असमान रूप से अधिक है।
भारत में प्रजनन अंगों से जुड़े कैंसर एक गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखा किया गया सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बनते जा रहे हैं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों के आंकड़े बताते हैं कि देश में हर सातवां कैंसर मामला प्रजनन अंगों से जुड़ा है, जिसमें महिलाओं पर बोझ असमान रूप से अधिक है।
By Preeti Nahar
ठंड के मौसम में अपने शरीर को गर्म रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बाजरा, ज्वार, रागी और मक्के जैसे अनाज का सेवन करें। इनके द्वारा बनने वाली रोटियाँ सर्दी-जुकाम से बचाती है होती हैं। ये superfood कहे जाने वाले अनाज न केवल सेहत के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि आपको मौसम के प्रभावों से भी बचाने में मदद करते हैं।
ठंड के मौसम में अपने शरीर को गर्म रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बाजरा, ज्वार, रागी और मक्के जैसे अनाज का सेवन करें। इनके द्वारा बनने वाली रोटियाँ सर्दी-जुकाम से बचाती है होती हैं। ये superfood कहे जाने वाले अनाज न केवल सेहत के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि आपको मौसम के प्रभावों से भी बचाने में मदद करते हैं।
By Preeti Nahar
सर्दियों की हवा इतनी ज़हरीली क्यों हो जाती है? कौन-कौन सी खतरनाक बीमारियाँ हमारे शरीर में चुपचाप घर कर लेती हैं? और सबसे ज़रूरी हम खुद और अपने परिवार को इस जहरीली हवा से कैसे बचा सकते हैं? ये जानिए King George Medical University, लखनऊ के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वेद प्रकाश से।
सर्दियों की हवा इतनी ज़हरीली क्यों हो जाती है? कौन-कौन सी खतरनाक बीमारियाँ हमारे शरीर में चुपचाप घर कर लेती हैं? और सबसे ज़रूरी हम खुद और अपने परिवार को इस जहरीली हवा से कैसे बचा सकते हैं? ये जानिए King George Medical University, लखनऊ के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वेद प्रकाश से।
By Preeti Nahar
खाने के तुरंत बाद पानी पीना सही या गलत? जानिए पूरा सच | Digestion & Health Tips
खाने के तुरंत बाद पानी पीना सही या गलत? जानिए पूरा सच | Digestion & Health Tips
By Preeti Nahar
खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए या नहीं, ये सवाल अभी भी कन्फ्यूज़न का पार्ट बना हुआ है। कभी किसी ने कहा कि इससे पाचन खराब होता है, तो किसी ने बताया कि इससे मोटापा बढ़ता है। लेकिन सच क्या है? क्या सचमुच खाने के तुरंत बाद पानी पीना नुकसान करता है या फिर यह बस एक मिथ है? इन्ही सवालों के जवाब जानिए डायटिशियन से।
खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए या नहीं, ये सवाल अभी भी कन्फ्यूज़न का पार्ट बना हुआ है। कभी किसी ने कहा कि इससे पाचन खराब होता है, तो किसी ने बताया कि इससे मोटापा बढ़ता है। लेकिन सच क्या है? क्या सचमुच खाने के तुरंत बाद पानी पीना नुकसान करता है या फिर यह बस एक मिथ है? इन्ही सवालों के जवाब जानिए डायटिशियन से।
By Gaon Connection
नया वैज्ञानिक अध्ययन बताता है कि बुखार शरीर की एक शक्तिशाली एंटीवायरल रक्षा है, लेकिन पक्षियों से आए कुछ इन्फ्लुएंजा वायरस ऊँचे तापमान में भी आसानी से बढ़ते हैं। यही कारण है कि ऐसे वायरस इंसानों में ज़्यादा गंभीर बीमारी और महामारी का रूप ले सकते हैं
नया वैज्ञानिक अध्ययन बताता है कि बुखार शरीर की एक शक्तिशाली एंटीवायरल रक्षा है, लेकिन पक्षियों से आए कुछ इन्फ्लुएंजा वायरस ऊँचे तापमान में भी आसानी से बढ़ते हैं। यही कारण है कि ऐसे वायरस इंसानों में ज़्यादा गंभीर बीमारी और महामारी का रूप ले सकते हैं
By Divendra Singh
जलवायु परिवर्तन सिर्फ मौसम को नहीं, बल्कि जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को भी गहराई से प्रभावित कर रहा है। दुनिया भर के 200 से अधिक अध्ययनों के विश्लेषण से पता चलता है कि तापमान, बारिश और नमी ज़ूनोटिक रोगों के फैलाव में अहम भूमिका निभाते हैं, हालांकि यह प्रभाव हर बीमारी और हर क्षेत्र में अलग-अलग दिखाई देता है। यह शोध भविष्य की महामारी तैयारियों के लिए एक अहम चेतावनी है।
जलवायु परिवर्तन सिर्फ मौसम को नहीं, बल्कि जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को भी गहराई से प्रभावित कर रहा है। दुनिया भर के 200 से अधिक अध्ययनों के विश्लेषण से पता चलता है कि तापमान, बारिश और नमी ज़ूनोटिक रोगों के फैलाव में अहम भूमिका निभाते हैं, हालांकि यह प्रभाव हर बीमारी और हर क्षेत्र में अलग-अलग दिखाई देता है। यह शोध भविष्य की महामारी तैयारियों के लिए एक अहम चेतावनी है।
आजकल युवा उम्र में बालों से जुड़ी समस्याएँ जैसे बाल झड़ना, डैंड्रफ और स्कैल्प में खुजली बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। ये समस्याएँ न केवल दिखावट बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डालती हैं। इन दिक्कतों के पीछे कई बाहरी और अंदरूनी कारण होते हैं। इन्हीं कारणों और उनके समाधान को समझने के लिए “गाँव कनेक्शन” ने La Densitae की हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. शशी चौहान से बातचीत की।
आजकल युवा उम्र में बालों से जुड़ी समस्याएँ जैसे बाल झड़ना, डैंड्रफ और स्कैल्प में खुजली बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। ये समस्याएँ न केवल दिखावट बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डालती हैं। इन दिक्कतों के पीछे कई बाहरी और अंदरूनी कारण होते हैं। इन्हीं कारणों और उनके समाधान को समझने के लिए “गाँव कनेक्शन” ने La Densitae की हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. शशी चौहान से बातचीत की।
By Gaon Connection
भारतीय वैज्ञानिकों ने लीवर सिरोसिस के मरीजों के लिए एक नई चिकित्सा पद्धति विकसित की है। VEGF-C से युक्त नैनोकैरियर्स लसीका जल निकासी में सुधार करते हैं, जिससे एसाइटिस (पेट में तरल भराव) और प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्याओं को कम किया जा सकता है। यह शोध लीवर रोगों के इलाज में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने लीवर सिरोसिस के मरीजों के लिए एक नई चिकित्सा पद्धति विकसित की है। VEGF-C से युक्त नैनोकैरियर्स लसीका जल निकासी में सुधार करते हैं, जिससे एसाइटिस (पेट में तरल भराव) और प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्याओं को कम किया जा सकता है। यह शोध लीवर रोगों के इलाज में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
By Gaon Connection
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By Divendra Singh
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