गोशालाओं में गायों के मरने पर योगी हुए सख्त, आठ अधिकारियों को किया निलंबित

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गोशालाओं में गायों के मरने पर योगी हुए सख्त, आठ अधिकारियों को किया निलंबित

लखनऊ। पिछले कुछ दिनों में बाराबंकी, रायबरेली, हरदोई, प्रयागराज समेत 5 जिलों में गोशालाओं में बदइंतजामी के कारण कई गायों की मौत हो गई थीं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या और मिर्जापुर के जिलाअधिकारी को नोटिस जारी किया है साथ ही इन दोनों जिलों के आठ अधिकारियों को निलंबित भी किया है।

हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, हरदोई, रायबरेली, मिर्जापुर, प्रयागराज और सीतापुर समेत कई जिलों में गोवंश की मौत के लिए जिलाअधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर यह कार्रवाई की है। कांफेंसिंग के दौरान सीएम ने कहा है कि लापरवाह लोगों पर गोवध अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण के तहत कार्रवाई की जाएगी।

डीएम और सीवीओ के ऊपर होगी गोवंश के भरण पोषण की जिम्मेदारी

गोशालाओं में उचित इंतजाम न होने के कारण मुख्यमंत्री गोवंश आश्रय स्थल की पूरी जिम्मेदारी जिलाअधिकारी और सीवीओ को सौंपते हुए कहा कि गोवंश के चारे, टीकाकरण और शेड निर्माण का समुचित प्रबंध किया जाए।



इसके साथ ही विद्यालयों में गोवंश रखने की शिकायत मिलने पर ग्राम प्रधान, पंचायत अधिकारी और संबंधित पशुपालक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

गोवंश को छुट्टा छोड़ा तो होगी सजा और जुर्माना

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पशुपालक गायों का दूध दुहकर उन्हें सड़कों को छुट्टा छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों को चिहिंत करके उन पर जुर्माना लगाया जाएगा साथ ही दंड भी दिया जाएगा।

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इसके अलावा वृहद गोसंरक्षण केंद्रों का निर्माण कराने के साथ निराश्रित गोवंश का भरण-पोषण करने के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध धनराशि का सदुपयोग करने को कहा। प्रति निराश्रित पशु के लिए 30 रुपये प्रतिदिन की दर से धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश देने के साथ इस रकम का दुरुपयोग न करने की हिदायत दी।

जलभराव की स्थिति में पशुओं को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाए जाने के निर्देश

बारिश और अन्य कारणों से जलभराव होने की स्थिति में छुट्टा गोवंश को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जाए और उनके चारा-पानी, छाया और दवाओं के लिए योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए है। साथ ही बीमार और बूढ़े हो गए पशुओं को कम उम्र और मादा पशुओं से अलग रखने की व्यवस्था की जाए और उनके चारा-पानी की व्यवस्था अलग की जाए।

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