क्या आपका आधार दस साल पहले बना था और अब तक अपडेट नहीं किया है? यहाँ बता रहे हैं कैसे कर सकते हैं इसे अपडेट

आधार कार्ड ज़्यादातर लोगों के पास होता है, कुछ लोगों के पास तो दस साल से होगा, लेकिन बड़ा सवाल है कि वो अपडेट है या नहीं? नहीं है तो कैसे करें?, कहाँ करें? कौन कौन से दस्तावेज़ इसके लिए ज़रूरी हैं या पैसे कितने लगते हैं? ऐसे कई सवाल हैं जिनका ज़वाब यहाँ दे रहे हैं।

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo

अभी तक आधार कार्ड आपने अपडेट नहीं किया है तो तुंरत करा लें। इससे न सिर्फ आपको ज़रूरी काम काज में सहुलियत होगी बल्कि सरकारी सुविधाओं का भी लाभ मिल सकेगा।

अपडेट करने की ज़रूरत क्यों है ?

आधार कार्ड में आपकी व्यक्तिगत जानकारी होती है, जिसे हमेशा सही रखना ज़रूरी है। जैसे आपका वर्तमान पता, आपका मोबाइल नंबर और आपकी फोटो। अगर एक भी बदला तो आधार कार्ड के ज़रिए आसानी से होने वाला आपका काम प्रभावित हो सकता है।

अक्सर कुछ कामों में आपको अपनी पहचान या निवास स्थान का सबूत देना पड़ जाता है, वहाँ अगर पुराना पता या आपकी पुरानी फोटो होगी तो दिक्कत हो सकती है। ऐसे में आपसे से जुड़ी जानकारी अगर सही होगी तो काम आसान होने के साथ समय की बचत भी होगी।

आधार कार्ड अपडेट हो तो इसके कई फ़ायदें हैं। आपको जानकार हैरानी होगी अभी इसके लाभार्थियों को 1100 से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।

मसलन 'एक देश,एक राशन कार्ड' योजना का आपको लाभ मिल सकेगा। इसके तहत लाभार्थी देश में कहीं से भी राशन ले सकता है।

आधार की मदद से बैंकों में खाता खुलवाना और आसान हो गया है।

अगर छात्र हैं और पढ़ाई के लिए छात्रवृति लेनी है तो वहाँ भी इसके होने से काम आसान हो जाता है।

बैंकों से कर्ज़ लेने की प्रक्रिया इससे और सुविधाजनक हो जाती है।

इनकम टैक्स रिटर्न ई-वेरीफाई करना इससे किसी के लिए पहले से ज्यादा आसान है।

क्या-क्या अपडेट करा सकते हैं?

केवल निवास पते को ऑनलाइन और पोस्ट के ज़रिए ऑफ़लाइन अपडेट किया जा सकता है। आप अपने सभी बायोमेट्रिक और विवरणों को नज़दीकी आधार केंद्र पर जाकर अपडेट करा सकते हैं।

आधार में आप अपना नाम, पता, जन्म तिथि, लिंग, मोबाइल नंबर, ईमेल के साथ-साथ बायोमेट्रिक्स फिंगर प्रिंट, आइरिस और फोटोग्राफ को अपडेट करा सकते हैं।

UIDAI के मुताबिक कोई भी आधार कार्ड रखने वाला अपने पूरे जीवन में सिर्फ दो बार ही नाम बदलवा सकता है। इसके लिए पहले आधार कार्ड करेक्शन फॉर्म भरना होगा और इससे जुड़ा कोई दस्तावेज़ लेकर नज़दीकी आधार कार्ड सेंटर जाना होगा।

अब, आप घर बैठे आधार कार्ड अपडेट के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकते हैं और आसानी से आधार सेवा केंद्र जाकर अपना नाम या सरनेम सुधार सकते हैं। इसके लिए जो पेपर आपको दिखाना होगा उनमें -

पासपोर्ट

बैंक स्टेटमेंट/ पासबुक

राशन/ PDS फोटो कार्ड

वोटर कार्ड

ड्राइविंग लाइसेंस

आर्म्स लाइसेंस

NREGS जॉब कार्ड

फ्रीडम फाइटर कार्ड

पेंशनर कार्ड

किसान पासबुक

फोटो बैंक एटीएम कार्ड

फोटो क्रेडिट कार्ड शामिल है। इनमें से कोई भी आपके पास होना चाहिए।

अपना पता बदलने के लिए, आपको पते के प्रमाण की स्कैन की हुई कॉपी जमा करनी होगी। इसके लिए जो दस्तावेज़ आपको देने होंगे उनमें

जन्म प्रमाण पत्र

पासपोर्ट

मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान द्वारा जारी जन्म तिथि वाला फोटो आईडी कार्ड

पैन कार्ड

या केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवा योजना फोटो कार्ड की कॉपी भी दे सकते हैं।

जन्म तिथि में बदलाव के लिए आधार कार्ड की स्व-सत्यापित (सेल्फ अटेस्टेड) कॉपी के साथ जन्म तिथि का वैध प्रमाण जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, पैन कार्ड की कॉपी जमा करनी होगी।

UIDAI ने हाल-फिलहाल अपने आधार सेल्फ सर्विस अपडेट पोर्टल जो अब माई आधार पोर्टल है उसपर ऑनलाइन आधार कार्ड जेंडर करेक्शन सर्विस चालू कर दिया है। ऑनलाइन बदलवाने के लिए 50 रूपए चार्ज है।

अगर आपका मोबाइल UIDAI के पास रजिस्टर्ड नहीं है, तो आप आधार से संबंधित किसी भी ऑनलाइन सुविधा का लाभ नहीं उठा पाएंगे। इसके लिए आधार एनरोलमेंट सेंटर पर जाकर आप अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक करवा सकते हैं।

इसके लिए एक अनरजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के ज़रिए OTP का उपयोग करके वैरीफिकेशन का विकल्प चुन सकते हैं। यह सुविधा ऑनलाइन है।


UIDAI के साथ अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करने के लिए, पास के आधार नामांकन केंद्र पर जाएँ और आधार नामांकन/सुधार फॉर्म में अपने मोबाइल नंबर का उल्लेख करते हुए सबमिट करें। आपको अपने मोबाइल नंबर को आधार के साथ रजिस्टर्ड करने के लिए कोई प्रमाण नहीं देना होगा।

आपको अपना मोबाइल नंबर अपडेट या बदलने के लिए भी कोई दस्तावेज़ देने की ज़रूरत नहीं है। बस आधार एनरोलमेंट या करेक्शन फॉर्म भरें और इसे 25 रुपये के अपडेशन चार्ज के साथ जमा कर दें।

ईमेल के लिए भी यही प्रकिया है। आपको नज़दीकी आधार नामांकन केंद्र पर जाकर इसे एक फॉर्म भर कर देना होगा।

आधार कार्ड का बायोमेट्रिक डाटा भी अगर पुराना हो तो बैंक, राशन वितरण या प्रज्ञा केंद्र में आपका फिंगरप्रिंट स्कैन नहीं लेगा। कभी कभी अंगुली की छाप आधार कार्ड में काम नहीं करती है। इसके लिए आपको आधार केंद्र पर जाकर 100 रूपये की फीस के साथ अंगुली की छाप और आँखों की फोटो देनी होती है।

कैसे करें आधार कार्ड अपडेट?

चलिए अब आपको बताते हैं आधार में दस्तावेजों को अपडेट करने की ऑनलाइन प्रक्रिया क्या है ?

सबसे पहले लॉग इन करना है

इसके लिए myaadaar.uidai.gov.in पर जाकर अपना आधार नंबर और ओटीपी आपको इस्तेमाल करना होगा।

इसके बाद बारी आती है दस्तावेज अपडेट की।

अपने पहचान का प्रमाण (POI) / पते का प्रमाण पत्र (POA)' दस्तावेजों को अपलोड करें

इसे करते ही सत्यापन का ऑप्शन आएगा।

ध्यान रहे इसमे प्रदर्शित विवरण जैसे नाम, जन्मतिथि, लिंग और पता के अपलोड करने वाले पीओआई / पीओए दस्तावेजों के समान हो।.

इसे पूरा करके सब अपलोड करें। यानी अपने वैध पीओआई /पीओए दस्तावेज अपलोड करें जिसमें सत्यापित विवरण हो।

इसके बाद बारी आती है भुगतान की।

इस प्रक्रिया के पूरा होते ही सबमिट पर जाए। लेकिन ध्यान रहे इसे भेजने से पहले अपने सारे विवरण यानी जो भी जानकारी आपने दिया है चेक करलें सब ठीक तो लिखा है। अगर सही है तो सबमिट कर दें।

इसके तुरंत बाद आपको रसीद मिल जाएगी। URN नंबर की रसीद को डाउनलोड करें और इसे संदर्भ के लिए संभाल कर रखें।

आधार केंद्रों में अपने दस्तावेजों को कैसे अपडेट करे इसकी प्रक्रिया भी समझा देते हैं।

सबसे पहले ये मालूम करें कि आपके घर के करीब आधार केंद्र कौन सा है ? इसे जानने के लिए वेबसाइट की मदद लें। https://bhuvan.nrsc.gov.in/aadhaar पर जाए

इसके बाद अपने पहचान का प्रमाण (POI) पते का प्रमाण (POA) के मूल दस्तावेजों को आधार केंद्र में लेकर जाएँ।

तीसरी प्रक्रिया है POI / POA के अनुसार अपना आधार नामांकन फ़ॉर्म को सावधानी से भरना।

अपडेट करने की अंतिम प्रक्रिया से पहले। स्क्रीन पर ऑपरेटेर द्वारा भरे गए डेमोग्राफ़िक विवरणों को जांच लें।

आपको दस्तावेज अपडेट के लिए 50 रुपये का भुगतान करना होगा।

इसके बाद ये ध्यान रखे आपको EID नंबर और भुगतान की रसीद लेनी है।

अपने दस्तावेजों के जमा हो जाने के बाद ,दोबारा अपडेट करने से पहले ,यू आई डी ए आई द्वारा आगे की जानकारी का इंतजार करे।

एक बात और, अक्सर लोगों को शिकायत रहती है कि उनकी तरफ से सब ठीक से भरने के बाद भी आधार कार्ड नहीं बना या अपडेट नहीं हुआ। जबकि ऐसा नहीं है।

आधार संशोधन की रिक्वेस्ट तभी रिजेक्ट होती है जब आपकी ओर से कुछ गलती हो रही हो। कहने का मतलब ये कि कहीं ऐसा तो नहीं जो दस्तावेज़ देना है उसकी जगह आप कुछ और दे रहे हैं या वो पूरा नहीं है। आपके आधार में कोई भी बदलाव करने से पहले जानकारी की जाँच करने के लिए UIDAI कुछ विशेष शर्तों का पालन करता है। ये जानकारी अपडेट होने पर ही UIDAI अपने सिस्टम में फिर उसे अपडेट करता है।

किन वजहों से रिजेक्ट होता है फॉर्म?

कुछ ख़ास बातों का अगर ध्यान रखेंगे तो आपका फार्म या रिक्वेस्ट कभी रिजेक्ट नहीं होगा।

जैसे -

जब भी आधार में अपडेशन या करेक्शन के लिए फॉर्म दें तो ध्यान रखें कि फॉर्म ठीक से भरा हो। अक्सर कुछ लोग इसमें जल्द बाजी कर देते हैं और फॉर्म रिजेक्ट हो जाता है।

कोई भी जानकारी जो आपकी तरफ से दी जा रही है वो अधूरी न हो, न ही कोई गलती हो। इसका भी ध्यान रखें।

वेरिफिकेशन के लिए आपसे फॉर्म के साथ कुछ दस्तावेज मांगे जाते हैं, जो आपको देना ही होगा।

सबसे ज़रूरी बात, आपके फॉर्म के साथ दिए जा रहे डॉक्यूमेंट्स यानी दस्तावेज़ सेल्फ अटेस्टेड है या नहीं ये ज़रूर देखें। अगर नहीं है तो रिजेक्ट हो सकता है।

यही नहीं, अगर फॉर्म में दी गई जानकारी जाँच के लिए दिए गए दस्तावेज़ से मेल नहीं खाती है, तो भी आपकी रिक्वेस्ट फेल हो जाएगी।

लेकिन निराश होने की कोई ज़रूरत नहीं है। अगर इनमें से किसी कारण से आपका अपडेशन रिक्वेस्ट रिजेक्ट हो भी जाता है, तो आप अपने फॉर्म की गलती ठीक कर ,सेल्फ अटेस्टेड डॉक्यूमेंट्स के साथ नई रिक्वेस्ट दे सकते हैं।

हर किसी को झट से न दें अपना आधार कार्ड

अंत में एक और ज़रूरी बात,

आपसे हर एक कदम पर आधार कार्ड ऐसे माँग लिया जाता है जैसे हर किसी को इसे माँगने का या आधार की कॉपी लेने का, हक़ है। चाहे नया फ़ोन कनेक्शन लेना हो या अस्पताल में पर्चा बनवाना हो, या फिर किसी कॉलोनी में जाना हो। आपसे झट् से आधार कार्ड माँग लिया जाता है, और आप तुरंत दे देते हैं। क्यूँकि आपको लगता है कि ये ज़रूरी है। ये ग़लत है, ग़ैर क़ानूनी है और प्राइवसी के आपके अधिकार के ख़िलाफ़ है।

आधार कार्ड देना कहाँ ज़रूरी और कहाँ नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत साफ़ फ़ैसला भी सुनाया है, जिसमें कहाँ है कि मोबाइल सिम लेने, बैंक अकाउंट खुलवाने या स्कूलों में एडमिशन के लिए आधार की कोई ज़रूरत नहीं है। 14 साल से कम उम्र के बच्चे को आधार कार्ड नहीं होने के कारण सरकारी सुविधाओं से दूर भी नहीं किया जा सकता है।

कोर्ट ने सीबीएससी, नीट और यूजीसी की परीक्षाओं में भी इसकी ज़रूरत को खत्म कर दिया है। गाँव कनेक्शन आपको सावधान करना चाहता है ताकि आप बड़े नुक़सान से बच सकें। आधार कार्ड की जानकारी सरकार को सरकारी योजनाओं के लिए दें। आधार कार्ड की जानकारी चुराकर लोगों के लाखों रुपए उड़ा लिए जाते हैं। अगर इसे किसी फ्रॉड ने अपने कब्ज़े में लिया, तो न सिर्फ वे आपके डिजिटल बैंकिंग को हैक कर सकता है, बल्कि आपके खाते से ऑनलाइन पैसा भी निकाल सकता है।

(अगर आधार कार्ड से जुड़ी कोई और जानकारी लेनी है तो सरकार की तरफ से दिए गए फोन नंबर 1947 पर कॉल कर सकते हैं। या [email protected] पर ई मेल लिख सकते हैं।)

BaatPateKi #Aadhar Card 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.