साइबर डाकुओं का शिकार होने पर डायल करें ये हेल्पलाइन नंबर, मिल सकता है पैसा वापस

साइबर ठगी का शिकार होने वाले लोगों के लिए हेल्पलाइन नम्बर ज़ारी किया गया है। इस नंबर पर शिकायत दर्ज करते ही साइबर क्राइम करने वाले पर कार्रवाई शुरू हो जाती है, जिससे पैसा वापस आने में आसानी होती है।

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साइबर डाकुओं का शिकार होने पर डायल करें ये हेल्पलाइन नंबर, मिल सकता है पैसा वापस

अगर आपके साथ भी बैंक फ्रॉड हुआ है या किसी ने अकाउंट से पैसा निकाल लिया है तो तुरंत हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर फोन कीजिये।

जी हाँ, ये वही नंबर है जो साइबर क्राइम होने की स्थिति में आपकी फौरन मदद करेगा।

साइबर क्राइम से निपटने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से ये हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर डायल करके आप शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

कैसे काम करता है हेल्पलाइन नंबर

आप जब अपने रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर से 1930 पर फोन करते हैं तो तुरंत इसकी जानकारी सभी संबंधित बैंक और इससे जुड़े संस्थानों के पास पहुँच जाती है, और रकम निकले से लेकर दूसरे खाते में जाने की पड़ताल शुरू हो जाती है। समय पर इसकी जानकारी मिलने से फ्रॉड करने वाला आपका पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर निकाल नहीं पाता है।

पहले यह हेल्पलाइन नंबर 155260 था, इसी को अपग्रेड कर 1930 कर दिया गया है, जो काफी कारगर है। इससे आपको फाइनेंसियल फ्रॉड (वित्तीय धोखाधड़ी) और बैंकिंग फ्रॉड में तत्काल सहायता मिलती है।


राष्‍ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में साइबर ठगी के 65,893 मामले रजिस्टर किए गए।

साइबर क्राइम से निपटने में जुटे एक्सपर्ट कहते हैं ज़्यादातर मामलों में छोटी सी लापरवाही ही फ्रॉड की वजह बनती है। अगर हम आर्थिक लेनदेन यानी बैंक से जुड़े मामलों में सजग रहें तो किसी भी फ्रॉड से बच सकते हैं।

फ्रॉड से कैसे बचे?

साइबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिए कभी ऑनलाइन केवाईसी ना भरें। कोई भी कंपनी ऑनलाइन केवाईसी नहीं माँगती है।

किसी के कहने पर कोई भी ऐप डाउनलोड न करें। जितने भी ऑनलाइन सर्विस ऐप हैं उनके अंदर ही कस्टमर केयर का नम्बर होता है ऑनलाइन सर्विस प्रयोग करने पर एप के बाहर से नम्बर न ले।

एटीएम में पासवर्ड भरते समय हाथ से ढककर पासवर्ड डालें, अपना एटीएम कभी किसी को न दें।

ज़्यादातर लोग एटीएम कार्ड को लेदर के पर्स में रखते हैं, ऐसे में एटीएम में साइबर हैकर लाइन में पीछे खड़े होकर अपने कपड़ों में मशीन छिपाकर कार्ड की डिटेल पता कर लेते हैं और खाते से पैसे निकाल लेते हैं।

कुछ बैंकों ने "वीजा कार्ड" शुरू किया है जिसमें बिना पिन और पासवर्ड के दो हज़ार रुपए तक निकाल सकते है। इसे "टैप एंड पे" कार्ड कहते हैं । एटीएम कार्ड रखने के लिए सामान्य वायलेट की जगह एंटी आरएसआई वालेट जो मेटल के होते हैं उनका इस्तेमाल करें और कार्ड को आगे वाली जेब में रखे।

साइबर ठगी से सुरक्षित रहने के लिए आपको हमेशा सतर्क और सावधान रहने की ज़रूरत है। एसएमएस और ईमेल पर आने वाले किसी भी तरह के अनजाने लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारियाँ न दें। किसी भी तरह के संदिग्ध फोन, मैसेज या मेल का जवाब न दें और उन्हें ब्लॉक कर दें। इस तरह आप साइबर फ्रॉड का ख़तरा कम कर सकते हैं।

Cyber fraud 

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