साल 2024 में भी सबसे अधिक गर्मी की चेतावनी क्यों दे रहे हैं वैज्ञानिक?

गाँव कनेक्शन | Jun 28, 2024, 05:44 IST
गुजरे साल बढ़ती तपिश पूरी दुनिया में महसूस की गई। इंसानी गतिविधियों ने भी जलवायु परिवर्तन में अपना योगदान दिया, जिसमें अल-नीनो ने कुदरती तौर पर अपनी भूमिका निभाई। इस साल पड़ रही भीषण गर्मी किसी बड़ी घटना का संकेत तो नहीं है?
साल 2024 में भी सबसे अधिक गर्मी की चेतावनी क्यों दे रहे हैं वैज्ञानिक?
अमेरिकी मौसम एजेंसी NOAA यानी नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि साल 2024 वैश्विक स्तर पर पचास फीसदी तक सबसे गर्म हो सकता है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल 30 मई को दो दिन पहले ही केरल में आ गया था। बावजूद इसके 24 जून तक बारिश 18 प्रतिशत कम रही है, जिसके चलते मई तक भारत का 24 फीसदी हिस्सा सूखे की चपेट में था। इसका असर देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में अधिक तापमान के रूप में देखा जा रहा है। ये दोनों क्षेत्र खरीफ फसलों खासकर धान, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास और मोटे अनाज के लिए जाने जाते हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम एशिया में सूखा की स्थिति विस्तार ले रही है, जिसका फैलाव उत्तरी भारत से थाईलैंड तक है और पश्चिमी चीन से मंगोलिया तक जा रहा है। पिछले कई साल से एशिया में असामान्य रूप से गर्म तापमान महसूस किया गया है।

मौसम वैज्ञानिक मनीष रानालकर का कहना है कि मौसम में हो रहे मौजूदा बदलाव में ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन या हरियाली की कमी को भी वजह मानने से इंकार नहीं किया जा सकता है। मौसम उन वस्तुओं में से है जिन्हे हमें सहन करना ही पड़ता है। हम कही भी रहते हो मौसम के प्रभाव से बच नहीं सकते।

अभी कैसा है भारत में मौसम?

उत्तर भारत के कई राज्यों में हालाँकि पिछले एक दो दिनों से तापमान कुछ कम हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में 48 घंटे के भीतर मानसून आ सकता है।

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां पूरी तरह अब अनुकूल है। आज से पूर्वी उत्तर प्रदेश में कही-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है। प्रदेश के कई हिस्सों में कल से रुक-रुक कर बूंदाबांदी होने और हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। इससे हीट वेव का कहर भी थम जाएगा।

यूपी के इन जिलों में हो सकती है तेज़ बारिश

उत्तरा प्रदेश के कुछ जिलों में तेज़ बारिश का अनुमान है। इनमें आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्दार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, अम्बेडकरनगर और आसपास के इलाके शामिल हैं।

इन जिलों में अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है।

इन राज्यों में भी है बारिश का अनुमान

देश के जिन दूसरे राज्यों में कुछ दिनों में बारिश का अनुमान है उनमें गुजरात, मध्य प्रदेश के बाकी हिस्से, राजस्थान के कुछ और हिस्से, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के बाकी हिस्से, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, पंजाब के उत्तरी भाग और हरियाणा शामिल है।

भारत मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 5 दिनों में कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश के शिमला में फिर बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने यहाँ बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। सैलानियों को खासतौर पर इस दौरान एहतियात बरतने की अपील की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य की ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के मैदानी इलाकों में विजिबिलिटी भी कम रहने वाली है। शिमला के अलावा सोलन, सिरमौर, मंडी और कांगड़ा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। अगर आप यहाँ घूमने के लिए जा रहे हैं पूरी तैयारी और सावधानी से जाए। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 28 जून के बाद धीरे-धीरे बारिश में बढ़ोतरी होगी।

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