खेतों में नहीं आएंगे चूहे अगर अपनाएंगे ये उपाय

गाँव कनेक्शन | Jun 11, 2019, 09:19 IST
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सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)। फसलों और अनाज को नुकसान पहुंचाने वालों में से चूहे भी होते हैं, एक दिन में एक चूहा 10-60 ग्राम तक अनाज खा सकता है। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि चूहे कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं।

चूहों की संख्या मनुष्य की संख्या से 6 गुना अधिक है। कुल उत्पादित खाद्यान्न का लगभग 8 से 10 प्रतिशत चूहे ही बरबाद कर देते हैं। खाने के साथ-साथ अपने मल मूत्र से अनाज को भी दूषित करते हैं और बीमारियां भी फैलते हैं।

एक जोड़ी चूहा 1 वर्ष में 8 से 10 बार बच्चे देते हैं और एक बार में 6 से 12 बच्चे दे सकती हैं। एक जोड़ी चूहे को नियंत्रित न हो तो एक वर्ष में 1000 से 1200 तक की संख्या तक बढ़ा सकते हैं। चूहों की संख्या जून माह में कम होती है, यही समय चूहा नियंत्रण अभियान के लिए सही है। क्षेत्र विशेष गांव के लोगों को मिलकर सामूहिक रुप से चलाना चाहिए। आदमी का भी सबसे बड़ा शत्रु चूहा है।

नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बरासिन सुलतानपुर के अध्यक्ष प्रो. रवि प्रकाश मौर्य ने बताते हैं, "संसार भर में चूहों की 500 से अधिक जातियां पाई जाती हैं। इनमें से हमारे देश में 110 जातियां मिलती हैं। इन्हें चार श्रेणियों मे बांटा गया है। घर का चूहा, पड़ोसी चूहा, खेत का चूहा और जंगली चूहा।"

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इनके प्रबंधन के लिए कम से कम 30 से 40 व्यक्तियों की टोली होनी आवश्यक है। पहले दिन बिलों का निरीक्षण करना चाहिए और उन्हें मिट्टी से बंद कर 2 फीट का डंडा लगा देना चाहिए। दूसरे दिन खुले हुए बिल के पास भूना दाना चना/चावल 10 ग्राम की कागज की पुड़ि़या बनाकर रखना चाहिए और बंद बिल के पास के डंडे हटा दें। तीसरे दिन फिर से चारा रखना चाहिए। चौथे दिन बिष चारा 8-10 ग्राम की कागज की पुड़िया बनाकर प्रति बिल में शाम को रखना चाहिए। बिष चारा के लिये 98 ग्राम दाना भूना चना/चावल, दो ग्राम जिंक फॉस्फाइड और 2 ग्राम सरसों का तेल लकड़ी से मिलाकर बनाये। बिष चारा रखने के दूसरे दिन सुबह मरे हुए चूहों और बचे हुए बिष चारा को एकत्र करके गड्ढ़ा खोदकर ढक देना चाहिये। चूहे को मीठा पसंद होता है। किसान खेतों में हो या घर पर, अनाज भण्डारण गृह में जलेबी का पाक जो आसानी से मिल जाता है, जलेबी के पाक में रूई की छोटी-छोटी गोली बना कर डूबा दें। जब वो गोलियां पूरी तरह से भीग जाएं तो चूहों के बिल के पास रख दें।

चूहा उसे आसानी से खा लेता हैं। वह रूई की गोली चूहे की आंतों में फंस जाती है। कुछ समय के बाद चूहे की मौत हो जाती है। प्याज की खुशबू चूहों से बर्दाश्त नही होतीं। इसलिए उन जगहों पर प्याज के टुकड़े डाल दें, जहां से चूहे आते हैं।

लाल मिर्च खाने में प्रयोग होने वाली लाल मिर्च चूहों को भगाने के लिए काफी कारगर है। जहां से चूहें ज्यादा आते हैं, वहां पर लालमिर्च का पाउडर डाल दें। इंसानों के बाल से भी चूहे भागते हैं। क्योंकि इसको निगलने से इनकी मौत हो जाती है इसलिए इसके नजदीक आने से ये काफी डरते हैं।



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