पूसा कृषि विज्ञान मेला: 9 से 11 मार्च तक लगेगा किसान मेला, यहां मिलेगी स्मार्ट और प्राकृतिक खेती की जानकारी

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान यानी पूसा में 9 से 11 मार्च तक किसान मेला लगने वाला है, इस बार किसानों को स्मार्ट व प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी जाएगी।

पूसा कृषि विज्ञान मेला: 9 से 11 मार्च तक लगेगा किसान मेला, यहां मिलेगी स्मार्ट और प्राकृतिक खेती की जानकारी

पूसा कृषि मेले में आयोजित कृषि गोष्ठी में किसान वैज्ञानिकों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं। फोटो: दिवेंद्र सिंह

अगर आप भी प्राकृतिक खेती, हाइड्रोपोनिक, एरोपोनिक्स, संरक्षित व वर्टिकल खेती की जानकारी चाहते हैं, तो यह आपके लिए बढ़िया मौका है, पूसा कृषि विज्ञान मेला में सारी जानकारियां आपको एक ही जगह पर एक साथ मिल जाएंगी।

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के ग्राउंड में लगने वाला तीन दिवसीय कृषि मेला 9 से 11 मार्च तक चलेगा। इस बार कृषि मेले में संरक्षित व वर्टिकल फार्मिंग के साथ ही किसानों को हाइड्रोपोनिक, एरोपोनिक खेती भी जानकारी दी जाएगी।

साथ ही किसानों को स्मार्ट खेती की तकनीकियों के बारे में भी बताया जाएगा। भारत सरकार लगातार प्राकृतिक यानी नेचुरल खेती की बात कर रही है, इस बार किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी जाएगी।


पूसा कृषि विज्ञान मेला में किसानों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, के साथ ही राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, आईसीएआर के संस्थानों सहित 300 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे।

पूसा कृषि मेले की शुरूआत 1972 में हुई थी, मेले के माध्यम से किसानों को न केवल कृषि की नई तकनीक की जानकारी होती है, साथ ही तीन दिवसीय कृषि मेले में आयोतिक कृषि गोष्ठियों में किसान वैज्ञानिकों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं।

हर वर्ष की तरह इस बार भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा संस्थान) देश के चुनिंदा प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करेगा। व्यवहारिक कृषि प्रोद्योगिकियों व तकनीक को विकसित और प्रसारित करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए पूसा संस्थान हर साल पूसा कृषि विज्ञान मेले में लगभग 25-30 उन्नतशील किसानों को आईएआरआई नवोन्मेषी किसान (IARI Innovative Farmer) और आईएआरआई-अध्येता किसान (IARI Fellow Farmer) पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इस बार तीन दिवसीय किसान मेला में किसानों को सम्मानित किया जाएगा।

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