काबुल के सैनिक अस्पताल में आतंकी हमला, दो लोगों की मौत, 12 घायल

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
काबुल के सैनिक अस्पताल में आतंकी हमला, दो लोगों की मौत, 12 घायलआतंकी हमाला।

काबुल(एएफपी)। काबुल स्थित अफगानिस्तान के सबसे बड़े सैन्य अस्पताल में आज चिकित्सकों की वेशभूषा में आये आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसके बाद शहर विस्फोट और गोलीबारी से दहल उठा। हमले में अभी तक कम से कम दो लोगों की मौत और 12 अन्य के घायल होने की खबर है।

अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने सरदार दाउद खान अस्पताल में किये गये हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब गर्मियों में तालिबान के हमले शुरु होने से पहले ही उसके आतंकवादियों के हमले बढ़ गये हैं। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक अस्पताल में हमलावरों का कहर जारी था।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कम से कम लोग मारे गये हैं और 12 अन्य घायल हो गये हैं। हमला शुरु होने के करीब दो घंटे बाद अस्पताल में फंसे चिकित्सा कर्मियों ने सोशल मीडिया पर मदद मांगी है। अस्पताल के एक कर्मचारी ने फेसबुक पर लिखा,‘हमलावर अस्पताल के अंदर हैं। हमारे लिये दुआ कीजिये।’ अस्पताल प्रशासकों ने एएफपी को बताया कि विस्फोट के बाद चिकित्सकों के सफेद कोट पहने तीन बंदूकधारी अस्पताल में घुस आये जिससे वहां अफरातफरी मच गयी। इस अस्पताल में 400 बेड हैंं।

अस्पताल प्रशासक अब्दुल हाकिम ने एएफपी को टेलीफोन पर जल्दबाजी में बताया, ‘हमलावर हर जगह गोलियां चला रहे हैं। हम स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश कर रहे हैंं।’ जब अफगान विशेष बल हमलावरों को काबू में करने की कोशिश कर रहे थे तो कम से कम दो अन्य तेज धमाकों की आवाज सुनी गयी। अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने कहा, ‘यह एक आपराधिक कृत्य है। अस्पतालों पर हमले को किसी भी तरह न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता। हम इन अपराधियों को कभी माफ नहीं करेंगे।

दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इस हमले में कुछ लोग मारे गये। चिकित्सकों के भेष में हमलावरों ने पीछे के गेट से प्रवेश किया।’ इससे एक सप्ताह पहले काबुल में दो सुरक्षा परिसरों पर तालिबान के आत्मघाती हमलों में 16 लोग मारे गये थे। बढ़ती हिंसा आतंकवादी संगठन तालिबान को लेकर अफगानिस्तान में बढ़ रही असुरक्षा को दर्शाती है। तालिबान के साथ शांति वार्ता नाकाम होने के कारण गर्मियों के मौसम में तेज होने वाले हमलों से निपटने के लिए देश अपने आप को तैयार कर रहा है।

काबुल ने गत महीने अमेरिकी जनरल जॉन निकोलसन की उस मांग का समर्थन किया था जिसमें उन्होंने गर्मियों में आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए अफगानिस्तान में गठबंधन सेना के हजारों अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करने के लिए कहा था। पेंटागन ने इस वर्ष कहा था कि वह गर्मियों में अकेले हेलमंद प्रांत में ही करीब 300 अमेरिकी नौसैनिकों को तैनात करेगा।

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.