पश्चिमी विक्षोभ का असर : कई राज्यों में आने वाले दिनों में हो सकती है बारिश, किसानों को रखना होगा इन बातों का ध्यान

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते आने दिनो में कई राज्यों में बारिश हो सकती है, ऐसे में किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Divendra SinghDivendra Singh   1 Jun 2021 5:22 AM GMT

पश्चिमी विक्षोभ का असर : कई राज्यों में आने वाले दिनों में हो सकती है बारिश, किसानों को रखना होगा इन बातों का ध्यान

बाराबंकी जिले में बारिश के बाद खेतों में पानी भर गया है। फोटो: अरविंद शुक्ला

पिछले कुछ दिनों में ताऊते और यास जैसे चक्रवात की वजह से देश के कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। एक बार कई राज्यों में बारिश हो रही है। ऐसे में लगातार बारिश से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।

इस समय बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान जायद की उड़द-मूंग जैसी फसलों को हो रहा है, क्योंकि फसलें तैयार हो गईं हैं और ज्यादा बारिश होने पर खेत में सड़ने लगती हैं, साथ ही दाने अंकुरित होने लगते हैं। जिन किसानों ने करेला, मिर्च, टमाटर और कद्दू वर्गीय सब्जियां लगा रखी हैं, उनका भी काफी नुकसान हो रहा है।

मौसम विज्ञान विभाग,पुणे के एग्रोमेट निदेशक डॉ. एन चट्टोपाध्याय बताते हैं, "पश्चिमी विक्षोभ के कारण अभी अलग-अगल राज्यों में बारिश हो रही है, अभी मानसून नहीं आया है यह प्री मानसून की बारिश है। अभी एक दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा।"

वो आगे कहते हैं, "क्योंकि सबसे पहले मानसून केरल में आता है, अभी वहां भी मानसून नहीं आया है। वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के असर से बारिश हो रही है, यह देश के अलग-अलग राज्यों में दिखायी दे रही है। जब मानसून आता है तो लगातार बारिश होती है, ऐसे ही चक्रवात के आने पर तेज हवाएं भी चलती हैं, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण होने वाली बारिश ज्यादा देर तक नहीं होती है।"

आने वाले दिनों में कई राज्यों में बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बिजली की चमक के साथ बारिश हो सकती है। मेघ गर्जना, धूल भरी आंधी और बारिश हो सकती है। इसके साथ ही उत्तर पूर्व भारत, तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों और केरल के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

लक्षद्वीप, केरल, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

उत्तर प्रदेश, मौसम विभाग के निदेशक डॉ. जेपी गुप्ता बताते हैं, "पश्चिमी विक्षोभ के कारण इस समय बारिश हो रही है, अभी मानसून आने में देरी है, लेकिन अगले दो-दिनों तक छिटपुट बारिश होती रहेगी।"

आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, विदर्भ, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लू जारी रह सकती है।

कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को दी सलाह कि क्या करें और क्या न करें?

हल्की से मध्यम बारिश की संभावना को देखते हुए खरीफ फसलों की बुवाई 21 मई तक रोक दें और बाद में मौसम साफ होने के बाद ही बुवाई करें।

गेहूं के भूसे व घर में खुले में पड़े अनाज को ढक लें व सुरक्षित स्थानों पर अवश्य रख लें।

सब्जियों, बागों व खड़ी फसलों में सिंचाई व रासायनिक छिड़काव अगले चार दिनों तक न करें।

बारिश की संभावना को देखते हुए फसलों व सब्जियों में पानी निकलने का उचित प्रबंध करें ताकि बारिश का ज्यादा पानी फसलों व सब्जियों में ज्यादा समय तक न रह सके।

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