किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद करेगा इको फ्रेंडली खादी प्राकृतिक पेंट

इस नवाचार से अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए केवीआईसी ने इस परियोजना को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत शामिल किया है।

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किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद करेगा इको फ्रेंडली खादी प्राकृतिक पेंट

खादी प्राकृतिक पेंट बनाने के लिए संयंत्र कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज संस्थान (केएनएचपीआई), जयपुर के परिसर में स्थापित किया गया है। सभी: पीआईबी

गाय के गोबर से बनने वाली खाद और बॉयो गैस जैसे उत्पाद के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन अब आपके घरों को गाय के गोबर से बने पेंट से रंगा जाएगा। जोकि पूरी तरह इको फ्रेंडली है, जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होगा।

आज सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नितिन गडकरी ने आज जयपुर स्थित खादी प्राकृतिक पेंट की नई स्वचालित निर्माण इकाई का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया।

नितिन गडकरी ने अपने आपको खादी प्राकृतिक पेंट का "ब्रांड एंबेसेडर" घोषित करते हुए कहा कि वह इस पेंट को पूरे देश में बढ़ावा देंगे ताकि युवा उद्यमियों को गाय के गोबर से पेंट का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। गडकरी ने प्रौद्योगिकी नवाचार की सराहना की और कहा कि यह देश में ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक लंबा रास्ता तय करेगा।

नया संयंत्र कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज संस्थान (केएनएचपीआई), जयपुर के परिसर में स्थापित किया गया है, जो खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) की एक इकाई है। इससे पहले प्राकृतिक पेंट का निर्माण प्रोटोटाइप परियोजना पर मैन्युअली रूप से किया जा रहा था। नई विनिर्माण इकाई चालू होने से प्राकृतिक पेंट की उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। वर्तमान में प्राकृतिक पेंट का दैनिक उत्पादन 500 लीटर है, जिसे बढ़ाकर प्रतिदिन 1000 लीटर कर दिया जाएगा।

गडकरी ने आगे कहा कि कहा कि लाखों करोड़ रुपए की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करना इतना सुखद और संतोषजनक नहीं है, जितना इस विनिर्माण इकाई का उद्घाटन करना रहा है। उन्होंने इस सफल अनुसंधान के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग की सराहना की।

उन्होंने कहा कि खादी प्राकृतिक पेंट में समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति के लाभ के लिए सतत विकास करने की व्यापक संभावनाएं हैं और हमारा लक्ष्य प्रत्येक गांव में कम से कम एक प्राकृतिक पेंट इकाई स्थापित करने का होना चाहिए।


खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि नया संयंत्र आधुनिक प्रौद्योगिकीऔर मशीनरी से लैस है, जो गुणवत्ता और एकरूपता के मामले में उत्पाद के उच्चतम मानकों को भी सुनिश्चित करेगा।

गडकरी ने 12 जनवरी, 2021 को खादी प्राकृतिक पेंट का शुभारंभ किया था। यह पेंट किसानों की आय बढ़ाने और देश में स्वरोजगार पैदा करने के दोहरे उद्देश्यों के साथ लॉन्च किया गया है।

इस नवाचार से अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए केवीआईसी ने इस परियोजना को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत शामिल किया है, जो रोजगार सृजन के लिए केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है। यह पेंट दो किस्मों- डिस्टेंपर और इमल्शन में उपलब्ध है। इसमें "अष्टलाभ" यानी आठ लाभ शामिल हैं, जैसे एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और प्राकृतिक थर्मल इंसुलेशन गुण। यह पेंट पर्यावरण के अनुकूल, नॉन-टॉक्सिक, गंधहीन और सस्ता है।

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