लखीमपुर में विपक्षी दल नेताओं के खिलाफ योगी सरकार ने की कार्रवाई, कई लोगों को किया गिरफ्तार
गाँव कनेक्शन | Oct 04, 2021, 12:37 IST
आज पहले प्रियंका गांधी वाड्रा और अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद, राज्य की राजधानी लखनऊ में आम आदमी पार्टी के कम से कम 25 प्रदर्शनकारी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों और तीन भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने आज 4 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस पार्टी के नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्र के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें से कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया।
"उन्हें [प्रियंका गांधी वाड्रा] को सुबह करीब 5 बजे गिरफ्तार किया गया था। वह संघर्ष स्थल से केवल तीस-चालीस किलोमीटर दूर थी। दीपेंद्र हुड्डा [भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद], धीरज गुर्जर जी [एआईसीसी राष्ट्रीय सचिव], उनके निजी सहायक, और अजय कुमार लल्लू जी [उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष] को भी गिरफ्तार किया गया, "नोएडा स्थित कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट की पंखुड़ी पाठक कांग्रेस ने गांव कनेक्शन को बताया।
"वे अब किसी को सीतापुर या लखीमपुर तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं। हमारी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को लखनऊ और सीतापुर सीमा पर गिरफ्तार किया गया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा, "जिस तरह से किसानों को दबाया जा रहा है, उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। कई महीनों से किसान आवाज उठा रहे हैं। सरकार उनकी नहीं सुन रही है। जो कुछ हुआ उससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों को खत्म करने के लिए राजनीति कर रही है।
कांग्रेस पार्टी के नेता ने आगे कहा, "मैं पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए निकली हूं। मैंने क्या गलत किया है? तुम मुझे रोक रहे हो, मेरी कार, तुम ऐसा क्यों कर रहे हो?"
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त करने और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग की है, जिसका नाम यूपी पुलिस द्वारा प्राथमिकी में दर्ज किया गया है।
लखीमपुर खीरी संघर्ष
कथित तौर पर, केंद्रीय मंत्री मिश्रा के बेटे को ले जा रही कार के चालक ने कल 3 अक्टूबर को तिकुनिया, लखीमपुर खीरी में किसानों के एक समूह को कुचल दिया। हालांकि, मंत्री ने इस घटना में अपने बेटे की मौजूदगी से इनकार किया है। "लखीमपुर खीरी कांड वाली जगह पर मेरा बेटा मौजूद नहीं था; वीडियो सबूत हैं, "उन्होंने कहा।
मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर पथराव किया गया जो पलट गई और दो व्यक्ति इसके नीचे आ गए और उनकी मौत हो गई। मंत्री ने दावा किया कि इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ लखीमपुर खीरी में झड़प स्थल पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कल की हिंसक झड़पें राजनीतिक ड्रामा में बदल गई हैं, जिसमें कई राजनेता लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि योगी सरकार ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को आज 4 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य की राजधानी लखनऊ में उनके आवास के बाहर से गिरफ्तार कर लिया, जहां उन्होंने लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के बाद विरोध प्रदर्शन किया।
यादव ने मृतक किसानों के परिवारों के लिए दो करोड़ रुपये अनुग्रह राशि की मांग की है। "जिन किसानों ने अपनी जान गंवाई है, उन्हें 2 करोड़ रुपए दिए जाने चाहिए। उनके परिवारों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए, "समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग में अपने घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा। बाद में उन्हें यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह को हिरासत में लिया गया है. "उन्हें [संजय सिंह] को कल रात 2:30 बजे हिरासत में लिया गया था। उन्हें बिसवा (सीतापुर के पास) एक गेस्ट हाउस में हिरासत में लिया गया है। किसी को भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं है, "वैभव प्रकाश, राज्य अध्यक्ष, सोशल मीडिया विभाग, आप, ने गांव कनेक्शन को बताया।
"लखनऊ में आम आदमी पार्टी के विरोध कर रहे पच्चीस से तीस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव को भी गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी की कार को आज पुलिस बैरिकेड तोड़कर लखीमपुर खीरी में संघर्ष स्थल की ओर जाते देखा गया।
इस बीच, यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ हवाई अड्डे से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस रंधावा को हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं देने को कहा है।
"उत्तर प्रदेश सरकार मुझे राज्य में नहीं आने देने का फरमान जारी कर रही है। क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया है? अगर लखीमपुर में धारा 144 है तो तानाशाह सरकार आपको लखनऊ में उतरने से क्यों रोक रही है?" छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया।
तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर किसानों और भारत सरकार के बीच साल भर से विवाद चल रहा है, किसान तब से प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच, कल जारी एक बयान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर की घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया है। राज्य सरकार गहराई में जाकर घटना में शामिल तत्वों का पर्दाफाश करेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, प्रेस बयान में कहा गया है।
राज्य सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को सरकारी नौकरी और 45 लाख रुपये देने का फैसला किया है। आरोपी के पिता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने प्रत्येक मृतक भाजपा कार्यकर्ता के परिवारों को 50 लाख रुपये अनुग्रह राशि की मांग की है।
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"उन्हें [प्रियंका गांधी वाड्रा] को सुबह करीब 5 बजे गिरफ्तार किया गया था। वह संघर्ष स्थल से केवल तीस-चालीस किलोमीटर दूर थी। दीपेंद्र हुड्डा [भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद], धीरज गुर्जर जी [एआईसीसी राष्ट्रीय सचिव], उनके निजी सहायक, और अजय कुमार लल्लू जी [उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष] को भी गिरफ्तार किया गया, "नोएडा स्थित कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट की पंखुड़ी पाठक कांग्रेस ने गांव कनेक्शन को बताया।
"वे अब किसी को सीतापुर या लखीमपुर तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं। हमारी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को लखनऊ और सीतापुर सीमा पर गिरफ्तार किया गया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा, "जिस तरह से किसानों को दबाया जा रहा है, उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। कई महीनों से किसान आवाज उठा रहे हैं। सरकार उनकी नहीं सुन रही है। जो कुछ हुआ उससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों को खत्म करने के लिए राजनीति कर रही है।
भाजपा सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है, किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है। pic.twitter.com/51R5Kmt41B
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 4, 2021
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त करने और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग की है, जिसका नाम यूपी पुलिस द्वारा प्राथमिकी में दर्ज किया गया है।
Congress demands immediate dismissal of Union Minister of State for Home Ajay Mishra and arrest of his son who has been named in FIR by UP Police after death of eight people, including four farmers, in violent clashes in #Lakhimpur Kheri
— Press Trust of India (@PTI_News) October 4, 2021
कथित तौर पर, केंद्रीय मंत्री मिश्रा के बेटे को ले जा रही कार के चालक ने कल 3 अक्टूबर को तिकुनिया, लखीमपुर खीरी में किसानों के एक समूह को कुचल दिया। हालांकि, मंत्री ने इस घटना में अपने बेटे की मौजूदगी से इनकार किया है। "लखीमपुर खीरी कांड वाली जगह पर मेरा बेटा मौजूद नहीं था; वीडियो सबूत हैं, "उन्होंने कहा।
मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर पथराव किया गया जो पलट गई और दो व्यक्ति इसके नीचे आ गए और उनकी मौत हो गई। मंत्री ने दावा किया कि इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ लखीमपुर खीरी में झड़प स्थल पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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कल की हिंसक झड़पें राजनीतिक ड्रामा में बदल गई हैं, जिसमें कई राजनेता लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि योगी सरकार ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
अखिलेश यादव गिरफ्तार
लखीमपुर खीरी जाने से रोके जाने पर अपने घर के बाहर धरने पर बैठे @yadavakhilesh को किया गया गिरफ्तार #lakhimpurkheri #FarmerProtest #लखीमपुर @samajwadiparty pic.twitter.com/TFzXJfXWQZ
— GaonConnection (@GaonConnection) October 4, 2021
आप नेता हिरासत में
योगी जी की सरकार में, किसानों की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त करना अपराध है।
मैं लखीमपुर के रास्ते मे हूँ और मुझे रात के 2:30 बजे सीतापुर के बिसवां में भारी पुलिस बल लगाकर रोक लिया।
SDM तहसीलदार इंस्पेक्टर सब मौजूद हैं लेकिन कोई मेरा अपराध बताने को तैयार नहीं - @SanjayAzadSln pic.twitter.com/0L1vjrSUPS
— Aam Aadmi Party- Uttar Pradesh (@AAPUttarPradesh) October 4, 2021
इसके अलावा, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी की कार को आज पुलिस बैरिकेड तोड़कर लखीमपुर खीरी में संघर्ष स्थल की ओर जाते देखा गया।
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इस बीच, यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ हवाई अड्डे से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस रंधावा को हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं देने को कहा है।
"उत्तर प्रदेश सरकार मुझे राज्य में नहीं आने देने का फरमान जारी कर रही है। क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया है? अगर लखीमपुर में धारा 144 है तो तानाशाह सरकार आपको लखनऊ में उतरने से क्यों रोक रही है?" छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया।
धारा 144 लखीमपुर में लगी है, फिर लखनऊ आने से क्यों रोका जा रहा है? pic.twitter.com/9q2TLEwTPE
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 4, 2021
इस बीच, कल जारी एक बयान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर की घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया है। राज्य सरकार गहराई में जाकर घटना में शामिल तत्वों का पर्दाफाश करेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, प्रेस बयान में कहा गया है।
मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि, ए.डी.जी. कानून-व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ तथा आई.जी. लखनऊ मौजूद हैं तथा स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं। घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 3, 2021
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