किसानों को बीज और खाद उपलब्ध कराने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे केंद्र और राज्य
गाँव कनेक्शन | Apr 20, 2022, 12:24 IST
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य - 3280, दलहन के लिए 295.5 और तिलहन के लिए 413.4 लाख टन निर्धारित किया गया है।
देश में फसलों की उत्पादकता बढ़ाने और किसानों तक जरूरी जानकारी व खाद बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खरीफ अभियान-2022 की शुरूआत की गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 19 अप्रैल को कृषि के लिए खरीफ अभियान 2022-23 पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस सम्मेलन के जरिए फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए पूर्ववर्ती फसल सीजनों के दौरान फसल निष्पादन की समीक्षा व आकलन करना और राज्य सरकारों के परामर्श के साथ खरीफ सीजन के लिए फसल-वार लक्ष्य निर्धारित करना, महत्वपूर्ण इनपुटों की आपूर्ति सुनिश्चित करना और नई प्रौद्योगिकियों को किसान की पहुंच में लाना है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि द्वितीय अग्रिम आकलनों (2021-22) के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3160 लाख टन अनुमानित है जो एक सर्वकालिक रिकॉर्ड होगा। दलहन और तिलहन का उत्पादन क्रमशः 269.5 और371.5 लाख टन होगा। तृतीय अग्रिम आकलनों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान बागवानी उत्पादन 3310.5 लाख टन होगा जो भारतीय बागवानी क्षेत्र के लिए सबसे अधिक है।
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि किसानों के लिए इनपुट लागतों में कमी लाने के लिए केंद्र व राज्य कीटनाशकों और बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक साथ मिल कर काम करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार को प्राकृतिक और जैविक कृषि पर जोर देना जारी रखना चाहिए। जहां कृषि निर्यातों में बढोतरी हुई है, गुणवत्ता उत्पादों पर ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे कि वे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धा कर सकें। निर्यातकों और किसानों दोनों को लाभ पहुंचना चाहिए।
सम्मेलन में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य चालू वर्ष के दौरान 3160 लाख टन के अनुमानित उत्पादन की तुलना में 3280 लाख टन निर्धारित किया गया है। दलहन और तिलहन के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य क्रमशः 295.5 लाख टन व 413.4 लाख टन निर्धारित किया गया है। पोषक अनाजों के उत्पादन का लक्ष्य वित्त वर्ष 2021-22 के 115.3 लाख टन से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 205.0 लाख टन कर दिया गया है।
इस सम्मेलन के जरिए फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए पूर्ववर्ती फसल सीजनों के दौरान फसल निष्पादन की समीक्षा व आकलन करना और राज्य सरकारों के परामर्श के साथ खरीफ सीजन के लिए फसल-वार लक्ष्य निर्धारित करना, महत्वपूर्ण इनपुटों की आपूर्ति सुनिश्चित करना और नई प्रौद्योगिकियों को किसान की पहुंच में लाना है।
आज नई दिल्ली में खरीफ अभियान - 2022 के लिए आयोजित राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का शुभारम्भ किया...
आत्मनिर्भर भारत, उन्नत कृषि और समृद्ध किसान, इस उद्देश्य के लिए हम सब समर्पित हों...#NationalConference #KharifCampaign https://t.co/2rKYiNaxcR pic.twitter.com/uH31aWVNCP
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) April 19, 2022
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि किसानों के लिए इनपुट लागतों में कमी लाने के लिए केंद्र व राज्य कीटनाशकों और बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक साथ मिल कर काम करेंगे।
माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री @nstomar ने NASC कॉम्प्लेक्स, पूसा, नई दिल्ली में 'कृषि खरीफ अभियान- 2022' पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।#NationalConference #KharifCampaign pic.twitter.com/WfW24wIOsg
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) April 19, 2022
सम्मेलन में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य चालू वर्ष के दौरान 3160 लाख टन के अनुमानित उत्पादन की तुलना में 3280 लाख टन निर्धारित किया गया है। दलहन और तिलहन के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खाद्यान्न का राष्ट्रीय लक्ष्य क्रमशः 295.5 लाख टन व 413.4 लाख टन निर्धारित किया गया है। पोषक अनाजों के उत्पादन का लक्ष्य वित्त वर्ष 2021-22 के 115.3 लाख टन से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 205.0 लाख टन कर दिया गया है।