कहीं आपके आम में भी तने से तो नहीं निकल रहे बौर; समय रहते सावधान हो जाइए
Dr SK Singh | Mar 04, 2025, 12:33 IST
आम के पेड़ का मुख्य तने से मंजर और फल निकलना एक गंभीर समस्या का संकेत है। यह दर्शाता है कि पेड़ अत्यधिक पुराना, कमजोर और पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहा है। यदि समय पर उचित उपचार नहीं किया गया, तो पेड़ जल्दी ही सूख सकता है।
जब आम के पेड़ से मंजर और फल (जिसे कॉलीफ्लोरी कहा जाता है) मुख्य तने से निकलने लगते हैं, तो यह शुभ संकेत नहीं होता। यह दर्शाता है कि पेड़ लंबे समय से उपेक्षित है और उसकी जीवनशक्ति कमजोर हो रही है। अगर आपके बाग में ऐसा कोई पेड़ है, तो तुरंत सावधान हो जाएं और जरूरी सुधारात्मक उपाय करें।
आम के पेड़ में मंजर (फूल) आमतौर पर शाखाओं पर निकलते हैं, लेकिन जब यह मुख्य तने से निकलने लगे, तो यह असामान्य स्थिति होती है, जिसे कॉलीफ्लोरी कहा जाता है। यह घटना अधिकतर पुराने पेड़ों में देखने को मिलती है और यह दर्शाती है कि पेड़ अब अपनी अंतिम अवस्था में है।
कुछ पेड़ों जैसे कटहल में मुख्य तने पर फल लगना स्वाभाविक होता है, लेकिन अगर आम या नींबू के पेड़ में ऐसा हो, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत होता है।
अगर आपके बाग में ऐसा कोई पेड़ है, तो उसे बचाने के लिए इन कदमों का पालन करें:
पोषण प्रबंधन: सही उर्वरकों का उपयोग करें
आम के पेड़ को आवश्यक पोषण देने के लिए निम्नलिखित उर्वरकों का उपयोग करें:
✅ खाद और उर्वरकों को वृक्ष के मुख्य तने से 6-8 फीट दूर वृत्ताकार (रिंग) में मिलाएं।
✅ यह खुराक 10 साल या उससे अधिक उम्र के पेड़ों के लिए उपयुक्त है।
छंटाई और उपचार (Pruning & Treatment)
🔹 सूखी और रोगग्रस्त टहनियों की छंटाई करें।
🔹 छंटाई के बाद बोर्डो पेस्ट से मुख्य तने की 5-5.5 फीट तक पुताई करें, ताकि तने को संक्रमण और फफूंद से बचाया जा सके।
फफूंद एवं रोग नियंत्रण (Fungal & Disease Control)
✅ साफ नामक फफूंदनाशक @ 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर पत्तियों और तने पर छिड़काव करें।
✅ इससे पेड़ की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और जीवित रहने की संभावना भी।
✅ यदि बाग में कई पेड़ों में यह लक्षण दिखाई दें, तो यह संकेत हो सकता है कि बाग की समुचित देखभाल नहीं हो रही।
✅ नियमित रूप से उर्वरकों का प्रयोग, जल निकासी और छंटाई का ध्यान रखें।
✅ मिट्टी की जांच कराएं और उसमें आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
✅ हर साल पेड़ों की छंटाई और फफूंदनाशक का छिड़काव जरूर करें।
✅ समय पर सही पोषण और देखभाल से हम पेड़ को बचा सकते हैं और उसे फिर से स्वस्थ और उत्पादक बना सकते हैं।
✅ बाग प्रबंधन का सही तरीका अपनाकर भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
📌 याद रखें: आम का स्वस्थ विकास सही पोषण, उचित देखभाल, और समय पर रोग नियंत्रण से ही संभव है!
वैज्ञानिक विश्लेषण
आम और नींबू में असामान्य कॉलीफ्लोरी का संकेत
मुख्य कारण:
- पेड़ की लंबे समय तक उपेक्षा
- पोषण और उर्वरक प्रबंधन में कमी
- मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी
- पेड़ की बुढ़ापे की अवस्था (20-25 वर्ष से अधिक पुराना)
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सुधारात्मक उपाय: आम के पेड़ को पुनर्जीवित करने के तरीके
पोषण प्रबंधन: सही उर्वरकों का उपयोग करें
आम के पेड़ को आवश्यक पोषण देने के लिए निम्नलिखित उर्वरकों का उपयोग करें:
| उर्वरक का नाम | मात्रा (प्रति वृक्ष) |
| डायअमोनियम फॉस्फेट (DAP) | 500-550 ग्राम |
| यूरिया | 850 ग्राम |
| म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP) | 750 ग्राम |
| खाद (सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट) | 25 किग्रा |
✅ यह खुराक 10 साल या उससे अधिक उम्र के पेड़ों के लिए उपयुक्त है।
छंटाई और उपचार (Pruning & Treatment)
🔹 सूखी और रोगग्रस्त टहनियों की छंटाई करें।
🔹 छंटाई के बाद बोर्डो पेस्ट से मुख्य तने की 5-5.5 फीट तक पुताई करें, ताकि तने को संक्रमण और फफूंद से बचाया जा सके।
फफूंद एवं रोग नियंत्रण (Fungal & Disease Control)
✅ साफ नामक फफूंदनाशक @ 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर पत्तियों और तने पर छिड़काव करें।
✅ इससे पेड़ की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और जीवित रहने की संभावना भी।
सावधानी और सतत प्रबंधन है ज़रूरी
✅ नियमित रूप से उर्वरकों का प्रयोग, जल निकासी और छंटाई का ध्यान रखें।
✅ मिट्टी की जांच कराएं और उसमें आवश्यक पोषक तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
✅ हर साल पेड़ों की छंटाई और फफूंदनाशक का छिड़काव जरूर करें।
✅ समय पर सही पोषण और देखभाल से हम पेड़ को बचा सकते हैं और उसे फिर से स्वस्थ और उत्पादक बना सकते हैं।
✅ बाग प्रबंधन का सही तरीका अपनाकर भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
📌 याद रखें: आम का स्वस्थ विकास सही पोषण, उचित देखभाल, और समय पर रोग नियंत्रण से ही संभव है!