2024-25 में बागवानी क्षेत्रफल और उत्पादन दोनों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
Gaon Connection | Nov 26, 2025, 18:12 IST
2024-25 के तृतीय अग्रिम अनुमान के अनुसार भारत के बागवानी क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। सरकार का दावा है कि किसानों की मेहनत, वैज्ञानिक अनुसंधान और आधुनिक तकनीकों ने कृषि को वैश्विक नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ाया है।
बागवानी फसलों के क्षेत्रफल में 4 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले वर्ष के 290.86 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2024-25 में 294.88 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2024-25 की बागवानी फसलों के क्षेत्रफल और उत्पादन के तृतीय अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का कृषि और बागवानी क्षेत्र बेहद तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। किसानों की मेहनत, वैज्ञानिक नवाचार और सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं का परिणाम अब आंकड़ों में साफ दिखाई दे रहा है।
वहीँ उत्पादन में भी उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला है। कुल बागवानी उत्पादन 3547.44 लाख टन से बढ़कर 3690.55 लाख टन होने का अनुमान है - यानी लगभग 143.11 लाख टन की वृद्धि।
मंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनुसार, यह उपलब्धि देश के किसानों की लगन का प्रमाण है, साथ ही कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान, केंद्र सरकार की योजनाओं, बेहतर बीज उपलब्धता, आधुनिक तकनीक, सिंचाई और बाज़ार तक आसान पहुँच ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सबसे बड़ा योगदान फलों और सब्ज़ियों की श्रेणी में रिकॉर्ड वृद्धि से आया है।
फलों का उत्पादन 5.12% बढ़कर 1187.60 लाख टन होने का अनुमान है।
इसमें केला, आम, तरबूज, कटहल, मंदारिन, पपीता और अमरूद जैसी फसलें बड़ी हिस्सेदार हैं।
सब्ज़ियों का उत्पादन 4.09% बढ़कर 2156.84 लाख टन होने की उम्मीद है।
विशेष रूप से प्याज़ उत्पादन में 26.88% की ज़बरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है , जो पिछले वर्ष के 242.67 लाख टन से बढ़कर 307.89 लाख टन तक पहुंच सकता है।
आलू उत्पादन भी 1.85% बढ़कर 581.08 लाख टन होने की संभावना है।
इसके अलावा, सुगंधित और औषधीय पौधों का उत्पादन 7.26 लाख टन से बढ़कर 7.81 लाख टन होने का अनुमान है।
मसाला श्रेणी का उत्पादन भी बढ़कर 125.03 लाख टन होने की संभावना है, जिसमें लहसुन, अदरक और हल्दी के उत्पादन में खास सुधार देखा गया है।
टमाटर उत्पादन 194.68 लाख टन रहने का अनुमान है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार कृषि और बागवानी सेक्टर में नई तकनीकें — जैसे उच्च गुणवत्ता वाले पौधरोपण सामग्री, सटीक खेती, पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट और आधुनिक सप्लाई चेन — का विस्तार कर रही है, जिससे किसानों की उत्पादकता और आय दोनों में वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि बागवानी में बढ़ते निवेश और तकनीकी नवाचार के कारण भारत कृषि के क्षेत्र में तेजी से वैश्विक लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
अंत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को केंद्र में रखते हुए कृषि क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है और आने वाले वर्षों में सरकार का लक्ष्य है कि हर किसान को अधिक आय, बेहतर बाजार और सुरक्षित भविष्य मिले।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2024-25 की बागवानी फसलों के क्षेत्रफल और उत्पादन के तृतीय अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का कृषि और बागवानी क्षेत्र बेहद तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। किसानों की मेहनत, वैज्ञानिक नवाचार और सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं का परिणाम अब आंकड़ों में साफ दिखाई दे रहा है।
वहीँ उत्पादन में भी उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला है। कुल बागवानी उत्पादन 3547.44 लाख टन से बढ़कर 3690.55 लाख टन होने का अनुमान है - यानी लगभग 143.11 लाख टन की वृद्धि।
मंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनुसार, यह उपलब्धि देश के किसानों की लगन का प्रमाण है, साथ ही कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान, केंद्र सरकार की योजनाओं, बेहतर बीज उपलब्धता, आधुनिक तकनीक, सिंचाई और बाज़ार तक आसान पहुँच ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सबसे बड़ा योगदान फलों और सब्ज़ियों की श्रेणी में रिकॉर्ड वृद्धि से आया है।
फलों का उत्पादन 5.12% बढ़कर 1187.60 लाख टन होने का अनुमान है।
इसमें केला, आम, तरबूज, कटहल, मंदारिन, पपीता और अमरूद जैसी फसलें बड़ी हिस्सेदार हैं।
सब्ज़ियों का उत्पादन 4.09% बढ़कर 2156.84 लाख टन होने की उम्मीद है।
विशेष रूप से प्याज़ उत्पादन में 26.88% की ज़बरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है , जो पिछले वर्ष के 242.67 लाख टन से बढ़कर 307.89 लाख टन तक पहुंच सकता है।
आलू उत्पादन भी 1.85% बढ़कर 581.08 लाख टन होने की संभावना है।
इसके अलावा, सुगंधित और औषधीय पौधों का उत्पादन 7.26 लाख टन से बढ़कर 7.81 लाख टन होने का अनुमान है।
मसाला श्रेणी का उत्पादन भी बढ़कर 125.03 लाख टन होने की संभावना है, जिसमें लहसुन, अदरक और हल्दी के उत्पादन में खास सुधार देखा गया है।
टमाटर उत्पादन 194.68 लाख टन रहने का अनुमान है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार कृषि और बागवानी सेक्टर में नई तकनीकें — जैसे उच्च गुणवत्ता वाले पौधरोपण सामग्री, सटीक खेती, पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट और आधुनिक सप्लाई चेन — का विस्तार कर रही है, जिससे किसानों की उत्पादकता और आय दोनों में वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि बागवानी में बढ़ते निवेश और तकनीकी नवाचार के कारण भारत कृषि के क्षेत्र में तेजी से वैश्विक लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
अंत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को केंद्र में रखते हुए कृषि क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है और आने वाले वर्षों में सरकार का लक्ष्य है कि हर किसान को अधिक आय, बेहतर बाजार और सुरक्षित भविष्य मिले।