0

बढ़ता तापमान, बदलते मौसम चक्र और वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा पौधों के व्यवहार को बदल रही है।
बढ़ता तापमान, बदलते मौसम चक्र और वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा पौधों के व्यवहार को बदल रही है।

By Gaon Connection

बढ़ता तापमान, बदलते मौसम चक्र और वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा पौधों के व्यवहार को बदल रही है।

बढ़ता तापमान, बदलते मौसम चक्र और वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा पौधों के व्यवहार को बदल रही है।

पराग यानी पौधों के प्रजनन कण, जो हवा के ज़रिए फैलते हैं।
पराग यानी पौधों के प्रजनन कण, जो हवा के ज़रिए फैलते हैं।

By Gaon Connection

पराग यानी पौधों के प्रजनन कण, जो हवा के ज़रिए फैलते हैं।

पराग यानी पौधों के प्रजनन कण, जो हवा के ज़रिए फैलते हैं।

जलवायु परिवर्तन की नई मार: जब पराग एलर्जी और वायु प्रदूषण बन गए स्वास्थ्य का सबसे बड़ा खतरा
जलवायु परिवर्तन की नई मार: जब पराग एलर्जी और वायु प्रदूषण बन गए स्वास्थ्य का सबसे बड़ा खतरा

By Gaon Connection

जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और पराग एलर्जी मिलकर एक ऐसा स्वास्थ्य संकट बना रहे हैं, जिसका असर बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर किसी पर पड़ रहा है। बढ़ता तापमान, लंबा पराग मौसम और जहरीली हवा सांस की बीमारियों को गंभीर बना रही है।

जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और पराग एलर्जी मिलकर एक ऐसा स्वास्थ्य संकट बना रहे हैं, जिसका असर बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर किसी पर पड़ रहा है। बढ़ता तापमान, लंबा पराग मौसम और जहरीली हवा सांस की बीमारियों को गंभीर बना रही है।

यह हालात नए साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2026 तक बने रह सकते हैं।<br>
यह हालात नए साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2026 तक बने रह सकते हैं।<br>

By Gaon Connection

यह हालात नए साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2026 तक बने रह सकते हैं।

यह हालात नए साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2026 तक बने रह सकते हैं।

Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में 1 जनवरी तक हाई अलर्ट
Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में 1 जनवरी तक हाई अलर्ट

By Gaon Connection

उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी, घने कोहरे और शीत दिवस की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 1 जनवरी 2026 तक सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। कम दृश्यता, गिरता तापमान और कोल्ड वेव का असर जनजीवन, यातायात और कृषि पर साफ़ दिखने लगा है। जानिए किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरा, कितना गिरेगा तापमान और किसानों व आम लोगों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह।

उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी, घने कोहरे और शीत दिवस की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 1 जनवरी 2026 तक सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। कम दृश्यता, गिरता तापमान और कोल्ड वेव का असर जनजीवन, यातायात और कृषि पर साफ़ दिखने लगा है। जानिए किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरा, कितना गिरेगा तापमान और किसानों व आम लोगों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह।

समिति ने राजस्थान में 14,013 वर्ग किलोमीटर को Priority Conservation Area घोषित करने की सिफ़ारिश की।
समिति ने राजस्थान में 14,013 वर्ग किलोमीटर को Priority Conservation Area घोषित करने की सिफ़ारिश की।

By Gaon Connection

समिति ने राजस्थान में 14,013 वर्ग किलोमीटर को Priority Conservation Area घोषित करने की सिफ़ारिश की।

समिति ने राजस्थान में 14,013 वर्ग किलोमीटर को Priority Conservation Area घोषित करने की सिफ़ारिश की।

विकास की दौड़ इसी तरह चलती रही, तो गोडावण सिर्फ़ तस्वीरों, किताबों और लोककथाओं तक सीमित रह जाएगा।
विकास की दौड़ इसी तरह चलती रही, तो गोडावण सिर्फ़ तस्वीरों, किताबों और लोककथाओं तक सीमित रह जाएगा।

By Gaon Connection

विकास की दौड़ इसी तरह चलती रही, तो गोडावण सिर्फ़ तस्वीरों, किताबों और लोककथाओं तक सीमित रह जाएगा।

विकास की दौड़ इसी तरह चलती रही, तो गोडावण सिर्फ़ तस्वीरों, किताबों और लोककथाओं तक सीमित रह जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इस बात को भी स्वीकार किया कि गोडावण का संरक्षण सिर्फ़ प्रशासनिक नीति नहीं, बल्कि लोक परंपरा और नैतिक जिम्मेदारी का विषय है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इस बात को भी स्वीकार किया कि गोडावण का संरक्षण सिर्फ़ प्रशासनिक नीति नहीं, बल्कि लोक परंपरा और नैतिक जिम्मेदारी का विषय है।

By Gaon Connection

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इस बात को भी स्वीकार किया कि गोडावण का संरक्षण सिर्फ़ प्रशासनिक नीति नहीं, बल्कि लोक परंपरा और नैतिक जिम्मेदारी का विषय है।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इस बात को भी स्वीकार किया कि गोडावण का संरक्षण सिर्फ़ प्रशासनिक नीति नहीं, बल्कि लोक परंपरा और नैतिक जिम्मेदारी का विषय है।

सुमेर सिंह और बाकी ग्रामीणों के प्रयासों से थार मरुस्थल में गोडावण का स्मृति स्थल भी बनाया गया है।
सुमेर सिंह और बाकी ग्रामीणों के प्रयासों से थार मरुस्थल में गोडावण का स्मृति स्थल भी बनाया गया है।

By Gaon Connection

सुमेर सिंह और बाकी ग्रामीणों के प्रयासों से थार मरुस्थल में गोडावण का स्मृति स्थल भी बनाया गया है।

सुमेर सिंह और बाकी ग्रामीणों के प्रयासों से थार मरुस्थल में गोडावण का स्मृति स्थल भी बनाया गया है।

भारत में सर्वाइकल, ओवेरियन और प्रोस्टेट कैंसर क्यों बन रहे हैं बड़ी चुनौती
भारत में सर्वाइकल, ओवेरियन और प्रोस्टेट कैंसर क्यों बन रहे हैं बड़ी चुनौती

By Gaon Connection

भारत में प्रजनन अंगों से जुड़े कैंसर एक गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखा किया गया सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बनते जा रहे हैं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों के आंकड़े बताते हैं कि देश में हर सातवां कैंसर मामला प्रजनन अंगों से जुड़ा है, जिसमें महिलाओं पर बोझ असमान रूप से अधिक है।

भारत में प्रजनन अंगों से जुड़े कैंसर एक गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखा किया गया सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बनते जा रहे हैं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों के आंकड़े बताते हैं कि देश में हर सातवां कैंसर मामला प्रजनन अंगों से जुड़ा है, जिसमें महिलाओं पर बोझ असमान रूप से अधिक है।

Follow us
Contact
  • Gomti Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh 226010
  • neelesh@gaonconnection.com

© 2025 All Rights Reserved.