किसानों की मांग पर केंद्र सरकार ने प्याज की इन दो किस्मों के निर्यात को दो मंजूरी
गाँव कनेक्शन 10 Oct 2020 3:52 PM GMT
केंद्र सरकार ने कर्नाटक के किसानों को छूट देते हुए बंगलोर रोज और कृष्णपुरम किस्म के प्याज के निर्यात को कुछ शर्तों के साथ अनुमति दे दी है। देश में प्याज की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए सरकार ने प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर 14 सितंबर को पाबंदी लगा दी थी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 31 मार्च 2021 तक बंगलोर रोज और कृष्णापुरम प्याज के 10,000 टन तक के निर्यात की अनुमति दी है। निर्यात केवल चेन्नई बंदरगाह से किया जायेगा। कर्नाटक के किसान और बेंगलुरु से सांसद तेजश्वी सूर्या ने भी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल से प्याज की इन किस्मों के निर्यात की अपील की थी क्योंकि भारत में इनकी खपत नहीं है।
We requested govt to exempt Bangalore Rose onions from export ban. 90% of it is sent to SE Asia & farmers were worried onions would go waste
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) October 9, 2020
Grateful I got chance to bring issue to Hon @CimGOI Sri @PiyushGoyal's notice. I thank him for coming to aid of farmers#ModiWithFarmers pic.twitter.com/O8RIay2ZIv
विदेश व्यापार महानिदेशालय वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एक इकाई है, जो आयात-निर्यात से जुड़े मामलों को देखती है। पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार के इस फैसले किसानों का सशक्तिकरण होगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी।
कर्नाटक के किसानों ने सरकार से अपील की थी कि उन्हें नुकसान से बचाने के लिए सरकार बेंगलुरु राज किस्म के 10 हजार टन प्याज के निर्यात को अनुमति दे।
Empowering farmers & increasing their income, Govt permits export of Bangalore Rose Onions & Krishnapuram Onions of up to 10,000 MT each 🧅
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) October 9, 2020
किसान सशक्तिकरण व आय में वृद्धि हेतु सरकार ने बैंगलोर Rose Onions व Krishnapuram Onions के निर्यात को 10,000 MT तक की अनुमति दी। pic.twitter.com/CNTtS6Qd0J
कोलार और चिक्काबल्लापुर जिलों में किसानों ने इस साल प्याज की इस किस्म के 10,000 टन से अधिक का उत्पादन किया है। यह किस्म दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे मलेशिया, सिंगापुर, थाइलैंड और ताइवान को निर्यात की जाती है क्योंकि घरेलू बाजार में इसकी ज्यादा मांग नहीं है।
Updating...
More Stories