किसानों को 72 घंटे में बिना कागजी कार्रवाई लोन देगा इफको, पुराने ट्रैक्टर पर भी फाइनेंस

इफको की इस सुविधा के तहत किसाानों को आसान तरीकों से लोन दिया जाएगा। योजना के तहत पुराने ट्रैक्टर पर लोन सुविधा जारी है, जल्द इफको भी नए ट्रैक्टर फाइनेंस करेंगा।

Arvind ShuklaArvind Shukla   22 Sep 2018 5:54 AM GMT

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लखनऊ/उदयपुर। कितना अच्छा होगा कि किसानों को बिना ज्यादा कागजी तामझाम के लोन मिलेगा। पुराने ट्रैक्टर पर भी किसानों को जरुरत के मुताबिक लोन मिलेगा। देश की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको ने किसानों के लिए फाइनेंस की सुविधा शुरु की है, जिसके 72 घंटे के अंदर किसानों को लाखों का लोन दिया जा सकेगा।

इफको की सहभागी संस्था 'किसान रूरल फाइनेंस' के चीफ मार्केटिंग अधिकारी नवीन चौधरी ने गांव कनेक्शन को बताया, इफको की कोशिश किसानों को उनके समय पर लोन देकर उन्हें साहूकारों के चुंगल से बचाने की है। समय पर लोन मिलने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। ये लोन बिना की कागजी कार्रवाई और बिना दौड़भाग के दिया जाएगा।"

एक किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए संस्था के निदेशक रंजन शर्मा ने एक समारोह में कहा खेत में जैसे खाद की जरुरत होती है वैसे ही किसानों को पैसे की जरुरत है। लेकिन किसानों की समस्या ये है कि जब उन्हें जरुरत होती है पैसा नहीं मिलता। बैंकों का चक्कर काटने में किसान का वक्त लगता है, जिससे किसानों को नुकसान हो जाता है। इसीलिए इफको ने नई कंपनी शुरु की है, जिससे किसानों को बिना कागजात पैसा मुहैया कराया जाएगा।'

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इफको के किसान सम्मेलन में शामिल सीएमओ नवीन चौधरी, निदेशक रंजन शर्मा और अन्य अधिकारी और किसान।

किसानों को सस्ता और आसानी से लोन दिलाने वाली इफको की इस कंपनी को अभी 3 महीने ही हुए हैं। किसान फाइनेंस ने राजस्थान, यूपी और मध्य प्रदेश में काम जारी है। इफको की योजना के अनुसार इसे जल्द ही देश के हर गांव तक पहुंचाया जाएगा।

कॉपरेटिव के जरिए काम करने वाली इफको भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है। जिसमें अकेले भारत से 5 करोड़ किसान सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। इफको रासायनिक फर्टीलाइजर, बॉयो फर्टीलाइजर और नैनोफर्टीलाइजर के साथ ही किसानों को फसल सुरक्षा और मौसम की जानकारी, बीज आदि के क्षेत्र में काम कर रही है। किसानों को मोबाइल के माध्यम से संदेश पहुंचाने के लिए साल 2007 में इफको किसान संचार की शुरुआत हुई थी। किसान संचार के निदेशक रंजन शर्मा ने बताया, उनकी संस्था के द्वारा रोजाना अलग-अलग भाषाओं में 400 वाणी संदेश बनाए जाते हैं और उन्हें मोबाइल के माध्यम से पूरे देश के किसानों को मुफ्त भेजा जाता है। फिलहाल इस योजना से रोजाना करीब 45 लाख ग्रामीण लाभ ले रहे हैं।'

इफको देश के 108 एग्रो इकनामिक जोन, यानि देश जिले में कौन सी फसल होती है, कैसा मौसम है, कैसा मौसम होने वाला है आदि के आधार पर वाणी संदेश भेजता है। इफको ने इसके लिए मोबाइल प्रदाता कंपनी एयरटेल से भी करार किया है।

लोन के साथ ही इफको ने किसानों को बीमा का लाभ दिलाने के लिए एक नई शुरुआत की है। इफको किसान ने इसके लिए एचडीएफसी लाइफ के साथ हाथ मिलाया है। पिछले दिनों राजस्थान में उदयपुर जिले के ऐतिहासिक मेनार गांव से इसकी शुरुआत हुई।

किसानों के लिए बीमा की सुविधा को क्रांतिकारी बताते हुए इफको किसान संचार लिमिटेड के मुख्य विपणन अधिकारी (सीएमओ) नवीन चौधरी ने कहा " हम लोग इफको टोकियो के माध्यम से जनरल इंश्योरेंस पहले से थे, अब किसान और उनके परिजनों के लिए एचडीएफसी लाइफ के साथ मिलकर 50 पॉलिसी शुरू की है जिसे राजस्थान के बाद, मध्य प्रदेश, पंजाब, यूपी फिर दूसरे सभी राज्यों में भी शुरू किया जाएगा।"

उन्होंने इफको के किसान लोन सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा " ये लोन किसानों को कम ब्याज पर लोन देकर उन्हें साहूकारों के चंगुल से बचाने के लिए शुरू की गयी है।"

इफको किसान संचार के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर नवीन चौधरी।




    

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