देश में चीनी रिकवरी मामले में उत्तर प्रदेश नम्बर वन

Sanjay SrivastavaSanjay Srivastava   6 Dec 2017 6:57 PM GMT

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देश में चीनी रिकवरी मामले में उत्तर प्रदेश नम्बर वनपश्चिमी यूपी में एक चीनी मिल के बाहर गन्ना किसान । फोटो फाइल

लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश में अब तक 15.98 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ है। इसके सापेक्ष महाराष्ट्र में 16.81, कर्नाटक में 4.16 और गुजरात में 2 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। इस दौरान प्रदेश की औसत चीनी रिकवरी 9.90 प्रतिशत रही, जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में यह क्रमश: 9.38 एवं 8.61 प्रतिशत रही।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र 2017-18 में उत्तर प्रदेश राज्य की चीनी रिकवरी गन्ना उत्पादक पश्चिमी राज्यों यथा महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात से भी अधिक रही। उत्तर प्रदेश में वर्तमान पेराई सत्र में चीनी मिलों का संचालन गत वर्ष के मुकाबले पहले शुरू कराया गया और इसी के परिणामस्वरुप उत्तर प्रदेश गन्ना पेराई, चीनी उत्पादन और चीनी रिकवरी में अग्रणी चल रहा है।

प्रमुख सचिव ने जानकारी दी कि वर्तमान सत्र 2017-18 में अब तक संचालित 112 चीनी मिलों द्वारा 161.33 लाख टन गन्ने की पेराई सुनिश्चित कर 15.98 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है और औसत चीनी रिकवरी 9.90 प्रतिशत है, जबकि गत वर्ष में इस तिथि तक 107 चीनी मिलों द्वारा 102.47 लाख टन गन्ने की पेराई करके 10.05 लाख टन चीनी बनाई गई थी तथा चीनी रिकवरी 9.81 प्रतिशत थी।

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उन्होंने यह भी कहा कि शासन की शीर्ष प्राथमिकता के अनुसार गन्ना किसानों को त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके फलस्वरुप पेराई सत्र 2017-18 में देय गन्ना मूल्य रुपए 2500.98 करोड़ का भुगतान अब तक सुनिश्चित कराया जा चुका है, जबकि गत वर्ष इस तिथि तक मात्र रु. 928.75 करोड़ का ही गन्ना मूल्य भुगतान हो सका था।

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