सरकार 90 हजार टन चना दाल का करेगी आयात
गाँव कनेक्शन | Oct 20, 2016, 13:12 IST
नई दिल्ली (भाषा)। सरकार चना-दाल और चीनी की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकारी क्षेत्र की व्यापार कंपनी एमएमटीसी के माध्यम से 90,000 टन चना-दाल का आयात करेगी और चीनी पर आयात-शुल्क कम करने का विचार करेगी ताकि इन जिंसों की आपूर्ति बढ़ाई जा सके।
मंत्रिमंडलीय सचिव पीके सिन्हा ने महंगाई की स्थिति की समीक्षा की और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय से कहा कि आवश्यक जिंसों के दामों पर अंकुश रखने के सभी विकल्पों पर विचार किया जाए। बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि सिन्हा ने उपभोक्ता मामले, कृषि, खाद्य, वाणिज्य, परिव्यय और अन्य मंत्रालयों के सचिवों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में आवश्यक जिंसों की उपलब्धता के साथसाथ उनकी कीमतों के बारे में समीक्षा की।
प्रदेश के सरकारों को स्टॉक रखने की सीमा को लागू करने तथा जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है ताकि चालू त्यौहारी सत्र के दौरान सभी आवश्यक जिंसों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके।
बयान में कहा गया है, ऐसा पाया गया कि केंद्र सरकार द्वारा हाल में किए गए उपायों ने अधिकांश दलहनों की कीमतों पर अंकुश लगाने में मदद की है जिनमें गिरावट का रख दिखाई दे रहा हैं तथा चना और चीनी को छोड़कर अन्य आवश्यक जिंसों की कीमतों में भी गिरावट का रख है। सूत्रों के अनुसार उपभोक्ता मामलों के विभाग को चीनी पर आयात शुल्क में कटौती किए जाने पर विचार करने को कहा गया है। यह इस समय 40 प्रतिशत है।
सूत्रों के अनुसार इसके अलावा सरकार 90,000 टन चना-दाल के आयात पर भी विचार कर रही है, जो एमएमटीसी के माध्यम से आयात किया जाएगा और इसके लिए निविदाएं शीघ्र जारी की जाएंगी।
उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे को राज्यों पर स्टॉक रखने की सीमा को लागू करने के संदर्भ में तथा जमाखोरी के खिलाफ अभियान चलाने के लिए बात करने को कहा ताकि चालू त्यौहारी सत्र के दौरान आवश्यक जिंसों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके। बैठक में बफर स्टॉक से राज्य सरकारों को दलहनों के वितरण के बारे में भी समीक्षा की गई।
प्रदेशों में सरकार के बिक्री केंद्रों के अभाव में केंद्र सरकार ने हाल में देशभर में रियायती दलहनों, मुख्यत: तुअर, उडद और चना जैसे दलहनों की बिक्री डाकघरों के विशाल संजाल के माध्यम से करने का फैसला किया है। केंद्र सरकार ने घरेलू बाजार में किसानों से सीधा खरीद तथा आयात के जरिए दलहन का 20 लाख टन का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस समय चना दाल औसतन 110 रुपए के आस-पास है जबकि इसकी उच्चतम दर 145 रुपए प्रति किलो ग्राम तक है। चीनी भी औसतन 40 रुपए किलो है जबकि कहीं-कही 47 रुपए का भी भाव है। दिल्ली में इनके भाव औसतन क्रमश: 136 रुपए और 43 रुपए हैं।
मंत्रिमंडलीय सचिव पीके सिन्हा ने महंगाई की स्थिति की समीक्षा की और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय से कहा कि आवश्यक जिंसों के दामों पर अंकुश रखने के सभी विकल्पों पर विचार किया जाए। बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि सिन्हा ने उपभोक्ता मामले, कृषि, खाद्य, वाणिज्य, परिव्यय और अन्य मंत्रालयों के सचिवों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में आवश्यक जिंसों की उपलब्धता के साथसाथ उनकी कीमतों के बारे में समीक्षा की।
प्रदेश के सरकारों को स्टॉक रखने की सीमा को लागू करने तथा जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है ताकि चालू त्यौहारी सत्र के दौरान सभी आवश्यक जिंसों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके।
चीनी पर आयात शुल्क में कटौती करने पर विचार
सूत्रों के अनुसार इसके अलावा सरकार 90,000 टन चना-दाल के आयात पर भी विचार कर रही है, जो एमएमटीसी के माध्यम से आयात किया जाएगा और इसके लिए निविदाएं शीघ्र जारी की जाएंगी।
स्टॉक रखने की सीमा को लागू करें राज्य : हेम पांडे
डाकघर बेचेंगे दालें
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस समय चना दाल औसतन 110 रुपए के आस-पास है जबकि इसकी उच्चतम दर 145 रुपए प्रति किलो ग्राम तक है। चीनी भी औसतन 40 रुपए किलो है जबकि कहीं-कही 47 रुपए का भी भाव है। दिल्ली में इनके भाव औसतन क्रमश: 136 रुपए और 43 रुपए हैं।