आम, लीची, जामुन, ड्रैगन फ्रूट के बाद अंगूर का हुआ निर्यात, दुबई पहुंची बर्मी अंगूर की पहली खेफ
गाँव कनेक्शन | Jun 29, 2021, 06:41 IST
असम में पैदा होने वाले बर्मी अंगूर का निर्यात दुबई किया गया, इसे असमिया में 'लैटिको' कहा जाता है।
बिहार की लीची और आम, यूपी की जामुन, महाराष्ट्र के ड्रैगन फ्रूट के निर्यात के बाद अब असम की बर्मी अंगूर का निर्यात दुबई किया गया है।
पूर्वोत्तर राज्यों से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की निर्यात क्षमता में सुधार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, ताजा बर्मी अंगूर की एक खेप, जिसे असमिया भाषा में 'लैटिको' के रूप में जाना जाता है, का एक शिपमेंट गुवाहाटी से हवाई मार्ग से दुबई में निर्यात किया गया है।
लेटिको जो विटामिन सी और आयरन से भरपूर होती है, की एक खेप असम के दरंग जिले के एक संग्रह केंद्र में पैक की गई। एपीडा पंजीकृत किगा एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से खेप को गुवाहाटी हवाई अड्डे से दिल्ली होते हुए दुबई ले जाया गया।
एपीडा पूर्वोत्तर राज्यों को भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात मानचित्र पर लाने के लिए प्रचार गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हाल ही में, एपीडा ने असम से संयुक्त राज्य अमेरिका को 'लाल चावल' की पहली खेप का निर्यात करने में मदद की। आयरन से भरपूर 'लाल चावल' असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में बिना किसी रासायनिक खाद के उगाए जाते हैं। चावल की किस्म को 'बाओ-धान' कहा जाता है, जो असमिया भोजन का एक अभिन्न अंग है।
एपीडा ने लंदन को भौगोलिक संकेतक (जीआई) प्रमाणित गेजी निमो (असम नींबू) के निर्यात में सहायता की है। अब तक लगभग 40 मीट्रिक टन असम नींबू का निर्यात किया जा चुका है।
त्रिपुरा स्थित कृषि संयोग एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से प्राप्त कटहल को लंदन में निर्यात किया गया था। कनसाइनमेंट को सॉल्ट रेंज सप्लाई चेन सॉल्यूशन लिमिटेड की एपीडा सहायता प्राप्त पैक-हाउस सुविधा में पैक किया गया था और कीगा एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्यात किया गया था।
एपीडा ने गुवाहाटी में एक पैक हाउस स्थापित करने के लिए निजी क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिसने यूरोप को ताजे फल और सब्जियों के निर्यात के लिए जरूरी या जरूरी बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया है।
एपीडा खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए जरूरी मार्केटिंग रणनीतियों को विकसित करने, उसके बारे में जानकारी के साथ फैसले लेने के लिए बाजार की जानकारी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कारोबार का प्रदर्शन, कौशल विकास, क्षमता निर्माण और उच्च गुणवत्ता वाली पैकेजिंग के लिए बाजार में विकास की गतिविधियां चलाता है।
एपीडा क्षमता निर्माण, गुणवत्ता नवीनीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास के मामले में पूर्वोत्तर क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस तरह से किसानों को खरीदारों से जोड़ना और पूर्वोत्तर से कृषि उत्पादों की पूरी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना लाभदायक होगा।
पूर्वोत्तर राज्यों से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की निर्यात क्षमता में सुधार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, ताजा बर्मी अंगूर की एक खेप, जिसे असमिया भाषा में 'लैटिको' के रूप में जाना जाता है, का एक शिपमेंट गुवाहाटी से हवाई मार्ग से दुबई में निर्यात किया गया है।
लेटिको जो विटामिन सी और आयरन से भरपूर होती है, की एक खेप असम के दरंग जिले के एक संग्रह केंद्र में पैक की गई। एपीडा पंजीकृत किगा एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से खेप को गुवाहाटी हवाई अड्डे से दिल्ली होते हुए दुबई ले जाया गया।
एपीडा पूर्वोत्तर राज्यों को भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात मानचित्र पर लाने के लिए प्रचार गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हाल ही में, एपीडा ने असम से संयुक्त राज्य अमेरिका को 'लाल चावल' की पहली खेप का निर्यात करने में मदद की। आयरन से भरपूर 'लाल चावल' असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में बिना किसी रासायनिक खाद के उगाए जाते हैं। चावल की किस्म को 'बाओ-धान' कहा जाता है, जो असमिया भोजन का एक अभिन्न अंग है।
In a major boost to exports of agricultural produce from north-eastern states, a shipment of fresh Burmese #grapes (Baccaurea ramiflora) referred as '#Leteku' in Assamese language has been exported to #Dubai from #Guwahati by air route.#AatmaNirbharBharat #Agriculture #APEDA pic.twitter.com/jClJ0ui77c
— APEDA (@APEDADOC) June 26, 2021
त्रिपुरा स्थित कृषि संयोग एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड से प्राप्त कटहल को लंदन में निर्यात किया गया था। कनसाइनमेंट को सॉल्ट रेंज सप्लाई चेन सॉल्यूशन लिमिटेड की एपीडा सहायता प्राप्त पैक-हाउस सुविधा में पैक किया गया था और कीगा एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्यात किया गया था।
एपीडा ने गुवाहाटी में एक पैक हाउस स्थापित करने के लिए निजी क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिसने यूरोप को ताजे फल और सब्जियों के निर्यात के लिए जरूरी या जरूरी बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया है।
एपीडा खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए जरूरी मार्केटिंग रणनीतियों को विकसित करने, उसके बारे में जानकारी के साथ फैसले लेने के लिए बाजार की जानकारी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कारोबार का प्रदर्शन, कौशल विकास, क्षमता निर्माण और उच्च गुणवत्ता वाली पैकेजिंग के लिए बाजार में विकास की गतिविधियां चलाता है।
एपीडा क्षमता निर्माण, गुणवत्ता नवीनीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास के मामले में पूर्वोत्तर क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस तरह से किसानों को खरीदारों से जोड़ना और पूर्वोत्तर से कृषि उत्पादों की पूरी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना लाभदायक होगा।