दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए करे ये उपाय, होगा दोगुना लाभ

Diti Bajpai | Jun 23, 2018, 05:58 IST
पशुओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है क्योंकि संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को तो बढ़ाता ही है साथ ही पशुओं को स्वस्थ भी रखता है।
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लखनऊ। दुधारू पशु ज्यादा गर्मी सहन नहीं कर पाते है जिसका सीधा असर उनके दूध उत्पादन और प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। अगर पशुपालक अपने पशुओं के खान-पान पर ध्यान दे तो गर्मियों में भी दूध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।

संतुलित आहार पशुओं को स्वादिष्ट व पौष्टिक लगता है। ये पाचक होता है। इसको खिलाने से पशुओं में बीमारियां भी कम होती है। इसके साथ ही दूध व घी में भी बढ़ोत्तरी करता है और गाय-भैंस ज्यादा समय तक दूध देती है।

दूध उत्पादन के लिए पशुओं को खिलाएं चाकलेट

बरेली के भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) ने एक ऐसी चॉकलेट विकसित की है जिसको पशुओं को खिलाकर दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इस चॉकलेट का नाम यूरिया मोलासिस मिनिरल ब्लॉक है। यह चॉकलेट दुधारू पशुओं के शरीर में होने वाली पोषण तत्वों की कमी को पूरा करती है। इस चॉकलेट को बनाने के लिए गेहूं का चोकर(चावल), खल (सरसो,ज्वार), यूरिया, खनिज लवण (कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर आदि) नमक का प्रयोग किया गया है। इस चॉकलेट को जुगाली करने वाले पशु ही खा सकते है। पशु को यह चॉकलेट खिलाने से पशु को भूख भी अच्छी लगती है और पशु के दूध उत्पादन में भी वृदि होती है।

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इस चॉकलेट को बनाने के लिए आईवीआरआई संस्थान ने मशीन भी तैयार की है। इस मशीन में एक दिन में प्रति व्यक्ति 100 से 200 चॉकलेट बनाई जा सकती है। यह मशीन बिजली और डीजल से नहीं चलती है बल्कि हाथ से चलाकर इससे चॉकलेट तैयार किया जाता है।

दुधारू पशुओं को दे संतुलित आहार

पशुओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है क्योंकि संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को तो बढ़ाता ही है साथ ही पशुओं को स्वस्थ भी रखता है। व्यस्क पशु, गाभिन पशु और बच्चे इन सभी के आहार की मात्रा अलग-अलग होती है लेकिन पशुपालक इसका ध्यान नहीं रखते है। उनके पास जो भी उपलब्ध होता है दे देते है। अगर आपको सौ किलो संतुलित आहार बनाना है तो इस तरह बनाए-

दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए। चाहें बताए गए दाने मिलाकर 35 प्रतिशत हो या अकेला कोई एक ही प्रकार का दाना हो तो भी खुराक का 35 प्रतिशत दे।

खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए। इनमें से कोई एक खली को दाने में मिला सकते है।

चोकर(गेंहू का चोकर, चना की चूरी, दालों की चूरी, राइस ब्रेन,) की मात्रा लगभग 35 किलो।

खनिज लवण की मात्रा लगभग 2 किलो

नमक लगभग 1 किलो

इन सभी को लिखी हुई मात्रा के अनुसार मिलाकर अपने को पशु को खिला सकते है।

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