बकरी के मांस और दूध से बने ये उत्पाद भी दिला सकते हैं मुनाफा

Diti Bajpai | Dec 27, 2017, 15:55 IST
goat
मथुरा। अभी तक आपने यही सुना होगा कि बाजार में बकरा-बकरी को बेचकर ही अच्छी कमाई की जा सकती है, लेकिन इनके मांस और दूध से बने उत्पाद भी आपको दोगुना मुनाफा दिला सकते है।

पिछले 17 वर्षों से केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान के गोट प्रोडेक्ट टेक्नोलॉजी लेबोरेटरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वी. राजकुमार बकरी के मांस और दूध के उत्पादों पर काम कर रहे है। इन्होंने कई ऐसे उत्पाद तैयार किए है जिनके द्वारा ज्यादा से ज्यादा कमाई कर सकते है।

गाँव कनेक्शन से बातचीत में डॉ वी. राजकुमार ने साक्षात्कार में बताया-

प्रोयागशाला में अभी तक बकरी के मांस से कौन-कौन से उत्पाद तैयार किए गए है?

बकरी के मांस से अभी तक 20 तरह के उत्पादों को तैयार किया गया है। बकरी मांस से बना हुआ क्यूबस, नेग्गट्स, सोसेज, पेटीज़ है। इसके अलावा कुछ ऐसे उत्पाद भी तैयार किए है, जिनको किसान बनाकर सामान्य तापक्रम में लगभग दो महीने तक रख सकते है जैसे गोट मीट आचार, निमकी, बिस्किट । इसके अलावा गोट मिल्क से हर्बल गोट पनीर, चिप्स, गोट मिल्क वडा में वैल्यू एडीशन करके उत्पाद तैयार किए गए है।

पिछले 17 वर्षों से बकरी के मांस और दूध के उत्पादों पर काम कर रहे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ वी. राजकुमार।

जो उत्पाद तैयार किए जा रहे उनको किसान कैसे बनाकर बेच सकते है इसके लिए आप क्या काम कर रहे है?

हमारे संस्थान द्वारा किसानों का चयन करके उनको बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है। कई देशों के किसान ट्रेनिंग के लिए आते है। उसमें हम बकरी के मांस और दूध से बने उत्पादों उन्हीं के सामने तैयार करते है। इसके साथ-साथ उनको पूरी विधि भी बताई जाती है। हमारा प्रयास रहता है कि हमारे द्वारा बनाए गए इन उत्पादों को व्यवसायिक स्तर पर कर रहे बकरी पालन किसान अपनाएं। इन सभी उत्पादों को बनाने की विधि किसानों के लिए उपलब्ध है।

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान द्वारा ले सकते है प्रशिक्षण।

संस्थान द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के बाद अभी तक कितने किसानों ने शुरू किया है?

संस्थान के द्वारा दिए गए प्रशिक्षण में अभी कुछ छोटे स्तर पर किसान गोट आचार और गोट वडा बना रहे है। इनके उत्पादों को किसान बाजार में बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकते है। मांस और दूध से बने उत्पादों बनाने के लिए हम किसानों छह दिन का प्रशिक्षण देते है। इस प्रशिक्षण में लाइव दिखाते है कि कैसे उत्पाद तैयार हो रहे है। कुछ किसान ट्रेनिंग ले कर भी गए है। अगर एक पशु 2500 में किसान बेच रहा है अगर किसान मीट के तौर पर बेचेगा तो वह 4500 तक मीट बेच सकता है। क्योंकि 450 रुपए तक एक किलो मीट मिलता है अगर एक बकरे से 10 किलों मीट निकलता है तो साढ़े चार हजार रुपए का मुनाफा कमा सकते है। अगर किसान इसमें वैल्यू एडिशन करेगा तो इसकी कीमत दोगुनी हो जाएगी।

स्वयं सहायता समूह बनाकर इस व्यवसाय को शुरू किया जा सकता है।

अगर कोई किसान बकरी के मांस और दूध से बने उत्पादों को बनाने का व्यवसाय शुरू करना चाहता है तो क्या सरकार मदद करेगी?

अकेल कोई किसान इसको नहीं शुरु कर सकता है। स्वयं सहायता समूह बनाकर इस व्यवसाय को शुरू किया जा सकता है। इसके लिए सरकार और बैंक मदद करने के लिए तैयार है। आगरा, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली समेत कई बाजारों इन उत्पादों को बेचा जा सकता है। जब उत्पाद लोगों तक पहुंचेंगे तो इनकी डिमाड भी बढ़ेगी।

संस्थान द्वारा बकरी के दूध से तैयार किया गया हर्बल गोट पनीर।
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