कर्नाटक: एक के बाद एक इस्तीफे से खतरे में कांग्रेस-जद(एस) सरकार

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कर्नाटक: एक के बाद एक इस्तीफे से खतरे में कांग्रेस-जद(एस) सरकार

लखनऊ। कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार संकट में घिर गई है। एक के बाद एक विधायकों के इस्तीफे से एचडी कुमारास्वामी की सरकार सकते में है। निर्दलीय विधायक नागेश के मंत्रीपद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस के 21 विधायकों ने भी मंत्रीपद छोड़ दिया है। कांग्रेस के बाद जद(एस) के भी सभी मंत्रियों के अपने मंत्रीपद से इस्तीफे की बात सामने आ रही है।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने जारी किया बयान

कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने मीडिया को बताया कर्नाटक में कांग्रेस के मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। मंत्रिमंडल में आगामी फेरबदल को लेकर फैसला पार्टी करेगी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस की तरह जद(एस)के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है। इसको लेकर परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, जल्द ही नए मंत्रिमंडल का भी गठन कर दिया जाएगा।

कर्नाटक के मंत्री और निर्दलीय विधायक एच. नागेश ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा देकर एच डी कुमारस्वामी नेतृत्व में चल रही जद(एस)-कांग्रेस की सरकार को एक और झटका दिया है।लघु उद्योग मंत्री के तौर पर मंत्रालय में शामिल किए गए नागेश ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल वजुभाई को अपना इस्तीफा सौंपा।

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खेल एवं युवा सशक्तिकरण मंत्री खान ने भी बताया कि उनके विभाग को इस साल केवल 15 करोड़ रुपये का बजट मिला और यह भी कुछ समय पहले ही जारी किया गया है। 13 करोड़ रुपये तो पुराने बिलों को चुकाने में लग जाएंगे। शेष दो करोड़ रुपये के साथ पूरे कर्नाटक में विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करना मुश्किल होगा। परिस्थितियों ने उन्हें इस्तीफा देने को मजबूर किया है।

बहुमत में बने रहने के लिए 113 विधायक जरूरी

जद (एस)-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के विधानसभा में कुल 118 विधायक हैं। इनमें इस्तीफा दे चुके विधायक भी शामिल हैं। इन 118 विधायकों में से अध्यक्ष के अलावा 78 कांग्रेस के, 37 जद (एस) के, बसपा का एक और दो निर्दलीय विधायक हैं। सदन में भाजपा के 105 विधायक हैं। बहुमत के लिए 113 विधायक होने जरूरी हैं। इस्तीफे स्वीकार होने की स्थिति में गठबंधन के भी 105 विधायक हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में कांग्रेस-जद(एस) संकट में आ सकती है।

   

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