कन्नौज: तिर्वा बसपा प्रत्याशी समेत 31 की जमानत जब्त

Ajay MishraAjay Mishra   11 March 2017 9:24 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
कन्नौज: तिर्वा बसपा प्रत्याशी समेत 31 की जमानत जब्तबीजेपी प्रत्याशी अर्चना पांडेय को जीत का प्रमाण पत्र देते आरओ उदयवीर सिंह।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

कन्नौज। जिले की तीनों विधानसभा सीटों में कुल 39 प्रत्याशी चुनाव लडे़। मतदाताओं ने 31 प्रत्याशियों की जमानत भी जब्त कर ली। इसमें तिर्वा विधानसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी भी शामिल हैं।

सपाई किले में सेंध, कन्नौज लोकसभा क्षेत्र की चार विस सीटें फिसलीं

तिर्वा से भाजपा प्रत्याशी कैलाष राजपूत को विजयी होने का प्रमाण पत्र देते आरओ राजेष कुमार यादव।

इस बार सपाई किला ढह गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिम्पल यादव के संसदीय क्षेत्र की चार विधानसभा सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। सिर्फ कन्नौज सदर सुरक्षित सीट पर ही सपा ने लाज बचाई। कन्नौज की 197 छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र से 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। यहां 11 प्रत्याशियों की जमानत नहीं बची। बसपा और सपा प्रत्याशी ही जमानत बचाने वाला वोट पा सके। 197 तिर्वा विधानसभा क्षेत्र में कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। यहां बसपा प्रत्याशी विजय सिंह विद्रोही की जमानत नहीं बची। साथ ही 10 अन्य निर्दलीय और छोटे राजनीतिक दलों के प्रत्याशी कम वोटों पर सिमट कर जमानत नहीं बचा सके।

198 कन्नौज सदर सुरक्षित सीट पर भी 10 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। भाजपा और बसपा प्रत्याशी ही निर्धारित वोट पाने में कामयाब रहे। तिर्वा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग आफिसर राजेष कुमार यादव का कहना है,” कुल पडे़ मतों का छठवां हिस्सा जमानत बचाने के लिए जरूरी है।” सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी विनीत कटियार ने भी कहा कि प्रत्याशी को जमानत बचाने के लिए छठवां हिस्सा वोटों का लाना जरूरी होता है।

नोटा रहा चैथे नंबर पर, निर्दलीय पीछे छूटे

खास बात यह रही कि जितने भी निर्दलीय प्रत्याषी चुनाव लडे़ वह नोटा से पीछे हो गए। कन्नौज सदर विधानसभा सीट से नोटा को 1706 वोट मिले। तिर्वा से 1871 और छिबरामऊ से 1860 वोट नोटा के लिए हुए।

कन्नौज की सुरक्षित सदर सीट से सपा के अनिल दोहरे ने दर्ज की जीत

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.