केरल उपचुनाव: आईयूएमएल 1 लाख वोटों से आगे
गाँव कनेक्शन | Apr 17, 2017, 13:24 IST
मल्लापुरम (आईएएनएस)। केरल की मल्लापुरम लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव की सोमवार को हो रही मतगणना के शुरुआती चरण में आईयूएमएल के दिग्गज और निर्वतमान विधायक पीके कुन्हालीकुट्टी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों से आगे चल रहे हैं। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई।
कुन्हालीकुट्टी अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के स्थानीय निकाय के सदस्य और युवा नेता एम.बी. फैजल से काफी आगे चल रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एन. श्रीप्रकाश तीसरे स्थान पर हैं।
इसी बीच, कुन्हालीकुट्टी घर से बाहर निकल आए और उनके समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी करते हुए उन्हें ऊपर उठा लिया। कुन्हालीकुट्टी ने मीडिया से कहा कि वे ग्रामीण परिषदों में भी आगे चल रहे हैं, जहां वाम मोर्चा सत्ता में है। कुन्हालीकुट्टी ने कहा, ''इसका कारण यह है कि मैंने धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण की जरूरत पर बल दिया और मतदाताओं ने मुझ पर भरोसा जताया है। साथ की कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ की एकता ने भी इसमें मदद की है।''
इस सीट के लिए 12 अप्रैल को वोट डाले गए थे, जिनमें 71.33 प्रतिशत मतदान हुआ था। अब सवाल यह उठता है कि क्या कुन्हालीकुट्टी ई. अहमद से बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे, जिन्होंने 2014 के चुनाव में 1.94 लाख वोटों के भारी अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी।
मल्लापुरम सीट आईयूएमएल नेता ई. अहमद के निधन से रिक्त हो गई थी, जो यहां से सांसद थे। मल्लापुरम जिला आईयूएमएल का गढ़ है और अहमद ने 2014 के चुनाव में इस सीट पर जीत भारी अंतर से जीत हासिल की थी। लेकिन 2016 विधानसभा चुनाव के दौरान आईयूएमएल विधायकों की जीत का अंतर कम हो गया था। हालांकि पार्टी ने सभी सात विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
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कुन्हालीकुट्टी अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के स्थानीय निकाय के सदस्य और युवा नेता एम.बी. फैजल से काफी आगे चल रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एन. श्रीप्रकाश तीसरे स्थान पर हैं।
इसी बीच, कुन्हालीकुट्टी घर से बाहर निकल आए और उनके समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी करते हुए उन्हें ऊपर उठा लिया। कुन्हालीकुट्टी ने मीडिया से कहा कि वे ग्रामीण परिषदों में भी आगे चल रहे हैं, जहां वाम मोर्चा सत्ता में है। कुन्हालीकुट्टी ने कहा, ''इसका कारण यह है कि मैंने धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण की जरूरत पर बल दिया और मतदाताओं ने मुझ पर भरोसा जताया है। साथ की कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ की एकता ने भी इसमें मदद की है।''
इस सीट के लिए 12 अप्रैल को वोट डाले गए थे, जिनमें 71.33 प्रतिशत मतदान हुआ था। अब सवाल यह उठता है कि क्या कुन्हालीकुट्टी ई. अहमद से बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे, जिन्होंने 2014 के चुनाव में 1.94 लाख वोटों के भारी अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी।
मल्लापुरम सीट आईयूएमएल नेता ई. अहमद के निधन से रिक्त हो गई थी, जो यहां से सांसद थे। मल्लापुरम जिला आईयूएमएल का गढ़ है और अहमद ने 2014 के चुनाव में इस सीट पर जीत भारी अंतर से जीत हासिल की थी। लेकिन 2016 विधानसभा चुनाव के दौरान आईयूएमएल विधायकों की जीत का अंतर कम हो गया था। हालांकि पार्टी ने सभी सात विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
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