पीएम मोदी से लेकर नीतीश कुमार : बिहार चुनाव पर नेताओं के बयान वायरल - किसने क्या कहा?
Gaon Connection | Nov 14, 2025, 20:30 IST
बिहार चुनाव 2025 के रुझानों के बीच नेताओं और सेलिब्रिटी उम्मीदवारों के बयान सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। पीएम मोदी और एनडीए शीर्ष नेतृत्व जीत को सुशासन और विकास की मंजूरी बता रहे हैं, जबकि विपक्ष चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठा रहा है।
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए वोटिंग के बाद 14 नवंबर को नतीजों की गिनती शुरू हुई। रुझानों ने यह साफ कर दिया है कि बिहार चुनाव 2025 में NDA गठबंधन को भारी जीत मिल रही है, जबकि महागठबंधन बड़ी हार की ओर बढ़ रहा है। जैसे-जैसे तस्वीर साफ होती जा रही है, देश के बड़े नेताओं, स्टार उम्मीदवारों और दिग्गजों के बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान
पीएम मोदी ने X (ट्विटर) पर लिखा: “अच्छे शासन, विकास, सामाजिक न्याय और जनकल्याण की विजय हुई है। बिहार की जनता ने NDA को ऐतिहासिक जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें बिहार के लिए और अधिक समर्पण से काम करने की शक्ति देगा।”
जेपी नड्डा का संदेश
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी और नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता ने जंगलराज और भ्रष्टाचार को नकारकर सुशासन और स्थिरता को चुना है। उन्होंने इसे “विकसित बिहार – विकसित भारत” की दिशा में बड़ा कदम बताया।
अमित शाह का बयान
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह जीत जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति से आज़ादी की जीत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि NDA सरकार जनता के विश्वास से भी ज्यादा मेहनत और निष्ठा से काम करेगी।
नीतीश कुमार का संदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारी बहुमत के लिए जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मदद और NDA की एकजुटता के कारण यह जीत संभव हुई। उन्होंने चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को भी धन्यवाद दिया और कहा कि “बिहार अब और तेज़ी से विकास करेगा।”
विपक्ष का हमला
अखिलेश यादव का तीखा बयान
सपा प्रमुख ने चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाते हुए लिखा: “SIR का खेल अब किसी राज्य में नहीं चल पाएगा। यह चुनावी साज़िश उजागर हो चुकी है। अब हमारा ‘PPTV प्रहरी’ भाजपा के मंसूबों को नाकाम करेगा।”
कांग्रेस नेताओं के आरोप
कांग्रेस ने भी चुनावी प्रक्रिया को लेकर आपत्ति जताई।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह हेरा-फेरी की गई वोटर लिस्ट और ईवीएम का खेल है।
अजय राय ने आरोप लगाया कि सरकार ने बेईमानी की, लाखों नाम वोटर लिस्ट से हटे और महिलाओं को पैसे देकर प्रभावित किया गया।
हालांकि कांग्रेस ने अपनी कमियों की समीक्षा करने की भी बात कही।
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का संतुलित बयान
मुकेश सहनी ने सम्मानपूर्वक जनादेश स्वीकार किया और कहा: “यह हमारी हार है, हम इसे स्वीकार करते हैं। हर परिणाम एक सीख है और हम अपने संगठन को मजबूत करेंगे।”
खेसारी लाल यादव का सादगी भरा जवाब
छपरा से आरजेडी उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (शत्रुघ्न यादव) पीछे चल रहे हैं। उन्होंने बेहद शांत और विनम्र तरीके से कहा: “लोग हमेशा अच्छे होते हैं। हम जनता के बीच रहकर काम करते रहेंगे। समय आने पर हम अपनी बात रखेंगे।”
2025 के चुनावों में नेताओं के बयान यह दिखाते हैं कि NDA अपनी जीत को सुशासन और विकास का जनादेश बता रहा है, जबकि विपक्ष इसे अनियमितताओं और हेरफेर का नतीजा मान रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन बयानों ने चुनावी माहौल को और गरम कर दिया है। यह भी साफ है कि हार–जीत के बीच शैली और भाषा का फर्क नेताओं के व्यक्तित्व और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को साफ दर्शाता है—कहीं आत्मविश्वास, कहीं आक्रोश, तो कहीं विनम्र स्वीकार्यता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान
पीएम मोदी ने X (ट्विटर) पर लिखा: “अच्छे शासन, विकास, सामाजिक न्याय और जनकल्याण की विजय हुई है। बिहार की जनता ने NDA को ऐतिहासिक जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें बिहार के लिए और अधिक समर्पण से काम करने की शक्ति देगा।”
Good governance has won.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2025
Development has won.
Pro-people spirit has won.
Social justice has won.
Gratitude to each and every person of Bihar for blessing the NDA with a historical and unparalleled victory in the 2025 Vidhan Sabha elections. This mandate gives us renewed…
जेपी नड्डा का संदेश
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी और नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता ने जंगलराज और भ्रष्टाचार को नकारकर सुशासन और स्थिरता को चुना है। उन्होंने इसे “विकसित बिहार – विकसित भारत” की दिशा में बड़ा कदम बताया।
अमित शाह का बयान
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह जीत जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति से आज़ादी की जीत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि NDA सरकार जनता के विश्वास से भी ज्यादा मेहनत और निष्ठा से काम करेगी।
बिहारवासियों का एक-एक वोट भारत की सुरक्षा और संसाधनों से खेलने वाले घुसपैठियों और उनके हितैषियों के खिलाफ मोदी सरकार की नीति में विश्वास का प्रतीक है। वोटबैंक के लिए घुसपैठियों को बचाने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया है।
— Amit Shah (@AmitShah) November 14, 2025
बिहार की जनता ने पूरे देश का मूड बता दिया है कि मतदाता…
नीतीश कुमार का संदेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारी बहुमत के लिए जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मदद और NDA की एकजुटता के कारण यह जीत संभव हुई। उन्होंने चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को भी धन्यवाद दिया और कहा कि “बिहार अब और तेज़ी से विकास करेगा।”
विपक्ष का हमला
अखिलेश यादव का तीखा बयान
सपा प्रमुख ने चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाते हुए लिखा: “SIR का खेल अब किसी राज्य में नहीं चल पाएगा। यह चुनावी साज़िश उजागर हो चुकी है। अब हमारा ‘PPTV प्रहरी’ भाजपा के मंसूबों को नाकाम करेगा।”
कांग्रेस नेताओं के आरोप
कांग्रेस ने भी चुनावी प्रक्रिया को लेकर आपत्ति जताई।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह हेरा-फेरी की गई वोटर लिस्ट और ईवीएम का खेल है।
अजय राय ने आरोप लगाया कि सरकार ने बेईमानी की, लाखों नाम वोटर लिस्ट से हटे और महिलाओं को पैसे देकर प्रभावित किया गया।
हालांकि कांग्रेस ने अपनी कमियों की समीक्षा करने की भी बात कही।
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का संतुलित बयान
मुकेश सहनी ने सम्मानपूर्वक जनादेश स्वीकार किया और कहा: “यह हमारी हार है, हम इसे स्वीकार करते हैं। हर परिणाम एक सीख है और हम अपने संगठन को मजबूत करेंगे।”
खेसारी लाल यादव का सादगी भरा जवाब
छपरा से आरजेडी उम्मीदवार और भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (शत्रुघ्न यादव) पीछे चल रहे हैं। उन्होंने बेहद शांत और विनम्र तरीके से कहा: “लोग हमेशा अच्छे होते हैं। हम जनता के बीच रहकर काम करते रहेंगे। समय आने पर हम अपनी बात रखेंगे।”
2025 के चुनावों में नेताओं के बयान यह दिखाते हैं कि NDA अपनी जीत को सुशासन और विकास का जनादेश बता रहा है, जबकि विपक्ष इसे अनियमितताओं और हेरफेर का नतीजा मान रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन बयानों ने चुनावी माहौल को और गरम कर दिया है। यह भी साफ है कि हार–जीत के बीच शैली और भाषा का फर्क नेताओं के व्यक्तित्व और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को साफ दर्शाता है—कहीं आत्मविश्वास, कहीं आक्रोश, तो कहीं विनम्र स्वीकार्यता।