इन योजनाओं और फैसलों से नीतीश हुए मजबूत
Manish Mishra | Nov 14, 2025, 21:46 IST
बिहार चुनाव 2025 के नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नीतीश कुमार दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की शपथ लेने के लिए तैयार, पढ़िए क्या थीं वो योजनाएँ जिन्होंने बिहार चुनाव में बहुमत हासिल कराई है।
बिहार विधानसभा चुनावों के परिणामआ चुके हैं, और एनडीए की सरकार बनना तय है। राज्य में नीतीश सरकार द्वारा लिए गए इन योजनाओं और फैसलों ने उन्हें मजबूत किया।
बिहार में 4 अप्रैल 2016 का दिन हमेशा याद रखा जाएगा, जब पूर्ण शराबबंदी लागू हुई। इस फैसले की कई स्तरों पर आलोचना भी हुई, लेकिन इस फैसले ने महिला मतदाताओं में नीतीश की स्वीकार्यता को इतना मजबूत कर दिया कि वह आज तक कायम है।
10,000 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता गेम चेंजर
इसके उलट, त्योहारी सीजन से पहले एनडीए का बड़ा मास्टरस्ट्रोक सामने आया जब हर महिला के खाते में 10,000 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता दी गई। लगभग 25 लाख महिलाओं को सीधे लाभ मिला।
महिला सशक्तिकरण से मजबूती
नीतीश कुमार की महिला सशक्तिकरण की छवि वर्षों से स्थिर और मजबूत रही है। पंचायत और नगर निकायों में 50% आरक्षण, पुलिस भर्ती में 35% कोटा और जीविका समूह मॉडल ने नीतीश को मजबूत बनाया।
इस योजना में महिलाओं को 10,00,000 तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। 50 प्रतिशत गैर-वापसी योग्य अनुदान के रूप में और शेष 50 प्रतिशत ब्याज मुक्त ऋण के रूप में मिलता है। ट्रेनिंग की भी व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
इसमें महिलाओं को 10 हजार से दो लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिलती है, जिससे वो कारोबार शुरू कर सकें। सितंबर में पीएम मोदी ने बिहार की महिलाओं के लिए इस स्कीम का ऐलान किया।
लड़कियों को साइकिल
नीतीश ने शुरुआत से ही महिलाओं पर खास ध्यान दिया। इसकी शुरुआत हुई 2006 में साइकिल और यूनिफॉर्म योजना से। जब लड़कियां साइकिल चलाकर स्कूल जाने लगीं, तो यह तस्वीर सामाजिक बदलाव का पोस्टर बन गई।
नीतीश ने युवाओं को भी साधने में कसर नहीं छोड़ी। ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ के तहत 20 से 25 साल के 12वीं पास बेरोज़गार युवाओं को दो साल तक 1,000 रुपये प्रति माह शुरू किया। ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ योजना में छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त शिक्षा लोन दिया।
नीतीश ने आम आदमी को जोड़ने पर काम किया। हाल में सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर सीधे 1100 रुपये की। इससे करीब एक करोड़ लाभार्थियों को फायदा मिला, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं।
अगस्त 2025 से घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा ने काम किया। यह उन ‘सात निश्चय’ कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसने ग्रामीण और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे ‘हर घर नल का जल’ और बेहतर सड़कों पर फोकस किया।
शराबबंदी से महिलाओं का साथ
बिहार में 4 अप्रैल 2016 का दिन हमेशा याद रखा जाएगा, जब पूर्ण शराबबंदी लागू हुई। इस फैसले की कई स्तरों पर आलोचना भी हुई, लेकिन इस फैसले ने महिला मतदाताओं में नीतीश की स्वीकार्यता को इतना मजबूत कर दिया कि वह आज तक कायम है।
10,000 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता गेम चेंजर
इसके उलट, त्योहारी सीजन से पहले एनडीए का बड़ा मास्टरस्ट्रोक सामने आया जब हर महिला के खाते में 10,000 रुपये की सीधी आर्थिक सहायता दी गई। लगभग 25 लाख महिलाओं को सीधे लाभ मिला।
महिला सशक्तिकरण से मजबूती
नीतीश कुमार की महिला सशक्तिकरण की छवि वर्षों से स्थिर और मजबूत रही है। पंचायत और नगर निकायों में 50% आरक्षण, पुलिस भर्ती में 35% कोटा और जीविका समूह मॉडल ने नीतीश को मजबूत बनाया।
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना
इसमें महिलाओं को 10 हजार से दो लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिलती है, जिससे वो कारोबार शुरू कर सकें। सितंबर में पीएम मोदी ने बिहार की महिलाओं के लिए इस स्कीम का ऐलान किया।
लड़कियों को साइकिल
भत्ते से लेकर 4 लाख के क्रेडिट कार्ड तक
नीतीश ने युवाओं को भी साधने में कसर नहीं छोड़ी। ‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ के तहत 20 से 25 साल के 12वीं पास बेरोज़गार युवाओं को दो साल तक 1,000 रुपये प्रति माह शुरू किया। ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ योजना में छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त शिक्षा लोन दिया।
पेंशन 400 से बढ़ाकर 1100 रुपये
नीतीश ने आम आदमी को जोड़ने पर काम किया। हाल में सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर सीधे 1100 रुपये की। इससे करीब एक करोड़ लाभार्थियों को फायदा मिला, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं।
125 यूनिट मुफ्त बिजली
अगस्त 2025 से घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा ने काम किया। यह उन ‘सात निश्चय’ कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसने ग्रामीण और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे ‘हर घर नल का जल’ और बेहतर सड़कों पर फोकस किया।