Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में 1 जनवरी तक हाई अलर्ट
Gaon Connection | Dec 27, 2025, 12:29 IST
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उत्तर भारत इन दिनों भीषण सर्दी, घने कोहरे और शीत दिवस की चपेट में है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में 1 जनवरी 2026 तक सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। कम दृश्यता, गिरता तापमान और कोल्ड वेव का असर जनजीवन, यातायात और कृषि पर साफ़ दिखने लगा है। जानिए किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरा, कितना गिरेगा तापमान और किसानों व आम लोगों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह।
<p>उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान कई जगह 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है।<br></p>
उत्तर भारत इन दिनों सर्दी के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। सुबह होते ही सड़कों पर छाई सफ़ेद धुंध, कंपकंपाती ठंड और दिनभर सूरज का न निकल पाना आम हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, उत्तराखंड और आसपास के राज्यों में घना से अत्यंत घना कोहरा, शीत दिवस और कुछ क्षेत्रों में कोल्ड वेव की स्थिति बनी हुई है। यह हालात नए साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2026 तक बने रह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश इस समय ठंड और कोहरे का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरा है। IMD के अनुसार कई जिलों में दृश्यता शून्य के करीब पहुँच गई है।
लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, बरेली और मुरादाबाद जैसे बड़े शहरों में सुबह के समय वाहन रेंगते नज़र आए। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 और 27 दिसंबर को शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति दर्ज की गई, जहाँ दिन का तापमान सामान्य से काफ़ी नीचे चला गया।
मौसम विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार
उत्तर प्रदेश: 1 जनवरी 2026 तक घना से अत्यंत घना कोहरा
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़: 30 दिसंबर तक
बिहार: 28 दिसंबर तक कई इलाकों में घना कोहरा
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश: 31 दिसंबर तक
असम, मेघालय और पूर्वोत्तर राज्य: अलग-अलग क्षेत्रों में 29-31 दिसंबर तक
कोहरे के साथ तापमान में आई गिरावट ने आम जनजीवन को और कठिन बना दिया है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान कई जगह 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है।
कई राज्यों में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री कम बना हुआ है। पंजाब के पटियाला में दिन का अधिकतम तापमान महज़ 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सर्दी का अब तक का सबसे कम अधिकतम तापमान माना जा रहा है।
राजस्थान के उत्तरी हिस्सों और झारखंड में कोल्ड वेव की चेतावनी जारी की गई है। लगातार ठंड के कारण:
IMD ने किसानों को सर्द मौसम को देखते हुए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है
मौसम विभाग की आम लोगों से अपील
क्या करें:
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिसंबर और जनवरी उत्तर भारत के सबसे ठंडे महीने होते हैं। फिलहाल राहत की उम्मीद कम है। ऐसे में मौसम पूर्वानुमान पर नज़र रखना, सावधानी बरतना और प्रशासन की सलाहों का पालन करना ही इस सर्दी से सुरक्षित निकलने का सबसे कारगर तरीका है।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा असर
लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, गोरखपुर, बरेली और मुरादाबाद जैसे बड़े शहरों में सुबह के समय वाहन रेंगते नज़र आए। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 और 27 दिसंबर को शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति दर्ज की गई, जहाँ दिन का तापमान सामान्य से काफ़ी नीचे चला गया।
किन राज्यों में कब तक रहेगा कोहरे का असर?
उत्तर प्रदेश: 1 जनवरी 2026 तक घना से अत्यंत घना कोहरा
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़: 30 दिसंबर तक
बिहार: 28 दिसंबर तक कई इलाकों में घना कोहरा
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश: 31 दिसंबर तक
असम, मेघालय और पूर्वोत्तर राज्य: अलग-अलग क्षेत्रों में 29-31 दिसंबर तक
तापमान में तेज़ गिरावट से बढ़ी मुश्किलें
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कई राज्यों में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री कम बना हुआ है। पंजाब के पटियाला में दिन का अधिकतम तापमान महज़ 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सर्दी का अब तक का सबसे कम अधिकतम तापमान माना जा रहा है।
शीत दिवस और कोल्ड वेव का असर
- सर्दी-जुकाम, फ्लू और सांस की बीमारियों का ख़तरा बढ़ रहा है
- बुज़ुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए जोखिम अधिक
- खुले में काम करने वाले मज़दूरों और दिहाड़ी श्रमिकों की मुश्किलें बढ़ीं
- फसलों, पशुपालन और जल आपूर्ति पर प्रतिकूल असर की आशंका
- यातायात और उड़ानों पर सीधा असर
- हाईवे पर दुर्घटनाओं का ख़तरा बढ़ गया है
- ट्रेनों और उड़ानों में देरी की स्थिति बन रही है
- वाहन चलाते समय फॉग लाइट और लो-बीम हेडलाइट का उपयोग बेहद ज़रूरी
किसानों के लिए मौसम विभाग की अहम सलाह
- रबी फसलों में हल्की और आवश्यकता अनुसार सिंचाई करें
- सब्ज़ियों की नर्सरी और नाजुक पौधों को पॉलिथीन या भूसे से ढकें
- पशुओं को रात में खुले में न रखें, ठंड से बचाव करें
- पोल्ट्री फार्म में कृत्रिम रोशनी और गर्मी की व्यवस्था बनाए रखें
क्या करें, क्या न करें?
क्या करें:
- गर्म कपड़े पहनें, सिर और हाथ-पैर ढककर रखें
- घरों में हीटर या अलाव का इस्तेमाल करते समय पर्याप्त वेंटिलेशन रखें
- ठंड लगने, सांस फूलने या सीने में जकड़न जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- अनावश्यक रूप से सुबह और देर रात बाहर निकलने से बचें
- कोहरे में तेज़ गति से वाहन न चलाएं
- बंद कमरे में अलाव या गैस हीटर जलाने से बचें