प्रणब मुखर्जी को कोत दिव्वार के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया गया
गाँव कनेक्शन | Sep 16, 2016, 16:21 IST
अबिदजन (भाषा)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति अलासेन उवातारा ने कोत दिव्वार का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया। प्रणब यहां अपनी पहली यात्रा पर पहुंचे हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का यहां हवाई अड्डे पर शानदार स्वागत किया गया। प्रणब मुखर्जी मंगलवार शाम को वहां के राष्ट्रपति उवातारा की ओर से राष्ट्रपति भवन में आयोजित भोज में शामिल हुए जहां उन्हें ग्रांड क्रास नेशनल आर्डर आफ द रिपब्लिक आफ कोत दिव्वार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजमणि ने कहा कि यह प्रणब मुखर्जी को प्रदान किया गया ऐसा पहला सम्मान है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुखर्जी को कई तरह की मानद उपाधि प्राप्त हुई है। पर यह किसी देश द्वारा दिया गया ऐसा पहला सम्मान है। भोज में अपने संबोधन में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ऐसा सही समझा जाता है कि भारत और कोत दिव्वार के बीच सद्भावना दोनों देशों के बीच भौगोलिक दूरी की मोहताज नहीं है और दीर्घकालीन मित्रता और फलदायक सहयोग ने इस दूरी को अप्रासंगिक बना दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘महोदय, मैं नेशनल आर्डर आफ द रिपब्लिक आफ कोत दिव्वार प्रदान करने के आपके भाव से काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच दीर्घकालीन आपसी मित्रता के प्रतीक के तौर पर देखता हूं।''
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का यहां हवाई अड्डे पर शानदार स्वागत किया गया। प्रणब मुखर्जी मंगलवार शाम को वहां के राष्ट्रपति उवातारा की ओर से राष्ट्रपति भवन में आयोजित भोज में शामिल हुए जहां उन्हें ग्रांड क्रास नेशनल आर्डर आफ द रिपब्लिक आफ कोत दिव्वार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजमणि ने कहा कि यह प्रणब मुखर्जी को प्रदान किया गया ऐसा पहला सम्मान है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुखर्जी को कई तरह की मानद उपाधि प्राप्त हुई है। पर यह किसी देश द्वारा दिया गया ऐसा पहला सम्मान है। भोज में अपने संबोधन में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ऐसा सही समझा जाता है कि भारत और कोत दिव्वार के बीच सद्भावना दोनों देशों के बीच भौगोलिक दूरी की मोहताज नहीं है और दीर्घकालीन मित्रता और फलदायक सहयोग ने इस दूरी को अप्रासंगिक बना दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘महोदय, मैं नेशनल आर्डर आफ द रिपब्लिक आफ कोत दिव्वार प्रदान करने के आपके भाव से काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच दीर्घकालीन आपसी मित्रता के प्रतीक के तौर पर देखता हूं।''