पश्चिम बंगालः मुकुल रॉय का दावा, सीपीएम, कांग्रेस और टीएमसी के 107 विधायक होंगे बीजेपी में शामिल
गाँव कनेक्शन | Jul 13, 2019, 12:45 IST
मुकुल रॉय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पास 107 विधायकों की सूची तैयार है और वे जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे।
लखनऊ। पश्चिम बंगाल बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने दावा किया है कि सीपीएम, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 107 विधायक जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे। इससे राज्य में सत्ता का समीकरण भी बिगड़ सकता है। मुकुल रॉय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके पास 107 विधायकों की सूची तैयार है और वे जल्द ही बीजेपी में शामिल होंगे। गौरतलब है कि बीजेपी नेता मुकुल रॉय पहले टीएमसी में थे और ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाते थे। वह यूपीए के जमाने में रेल मंत्री भी रह चुके हैं।
क्या है पश्चिम बंगाल विधानसभा का समीकरण?
2016 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 294 सीटों में से 211 सीट जीते थे। वहीं कांग्रेस को 44, सीपीएम को 26 और बीजेपी को सिर्फ तीन सीट मिली थी। पश्चिम बंगाल में बहुमत का आंकड़ा 148 है। ऐसे में अगर 107 विधायक बीजेपी में शामिल हो भी जाते हैं, तब भी ममता बनर्जी की सरकार बची रह सकती है। हालांकि अगर ऐसा होता है तो यह ममता सरकार के लिए एक बड़ी नाकामयाबी होगी।
हालांकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी (22 सीट) के बाद बीजेपी (18 सीट) दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस दौरान पश्चिम बंगाल में लगातार राजनीतिक हिंसा बढ़ी है। बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं के आपस के झगड़े हर रोज सुर्खियां बटोर रही हैं।
Mukul Roy, BJP in Kolkata: 107 West Bengal MLAs from CPM, Congress and TMC will join BJP. We have their list prepared and they are in contact with us pic.twitter.com/SJ48v5WHMW
— ANI (@ANI) July 13, 2019
2016 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 294 सीटों में से 211 सीट जीते थे। वहीं कांग्रेस को 44, सीपीएम को 26 और बीजेपी को सिर्फ तीन सीट मिली थी। पश्चिम बंगाल में बहुमत का आंकड़ा 148 है। ऐसे में अगर 107 विधायक बीजेपी में शामिल हो भी जाते हैं, तब भी ममता बनर्जी की सरकार बची रह सकती है। हालांकि अगर ऐसा होता है तो यह ममता सरकार के लिए एक बड़ी नाकामयाबी होगी।
हालांकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीएमसी (22 सीट) के बाद बीजेपी (18 सीट) दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस दौरान पश्चिम बंगाल में लगातार राजनीतिक हिंसा बढ़ी है। बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं के आपस के झगड़े हर रोज सुर्खियां बटोर रही हैं।