मिर्च की खेती ला रही किसानों के जीवन में मिठास
Virendra Singh | May 08, 2019, 06:23 IST
बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। स्वाद में तीखी पर किसानों के जीवन में हरी मिर्च की खेती मिठास घोल रही है। यहां से मिर्च उत्तर प्रदेश के कई शहरों में तो जाती है साथ ही दुबई तक जाती है। किसान मिर्च के साथ दूसरी फसलों की खेती कर दोगुना मुनाफा कमाते हैं।
बाराबंकी जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर उत्तर दिशा में स्थित नगर पंचायत बेलहरा में बड़े पैमाने पर हरी मिर्च की खेती करने वाले श्रीचंद मौर्य बताते हैं, "हमने इस बार भी करीब 2 एकड़ क्षेत्रफल में हरी मिर्च और लहसुन की सहफसली खेती की है। सितंबर के अंत में और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में हम लहसुन की बुवाई कर देते हैं अक्टूबर में ही हम मिर्च की नर्सरी कर देते हैं जिसकी जनवरी के प्रथम सप्ताह में खेतों में रोहित कर दिया जाता है मार्च में लहसुन की फसल तैयार हो जाती है और लहसुन की खुदाई करके खेतों से लहसुन की फसल को निकाल लेते हैं।"
वो आगे कहते हैं, "एक एकड़ में करीब 20 कुंतल लहसुन का उत्पादन हो जाता है इससे हमारी पूरी लागत निकल आती है मिर्च की फसल हमें एक हिसाब से मुफ्त में मिलती है हरी मिर्च का उत्पादन भी अप्रैल में शुरू हो जाता है जो अगर अधिक बरसात ना हो तो सितंबर तक लगातार उत्पादन होता रहता है।"
आगे श्री चंद और बताते हैं कि हरी मिर्च का उत्पादन औसतन 120 कुंतल तक होता है लेकिन अच्छे किसान अपने खेतों में करीब प्रति एकड़ 200 कुंटल तक का उत्पादन करते हैं
लागत और मुनाफे के बारे में आगे बताते हैं कि एक एकड़ खेती में करीब 20000 रुपए की लागत लग जाती है जो हमारी लहसुन से ही निकल आती है इस साल लहसुन और हरी मिर्च दोनों का भाव अभी अच्छा चल रहा है जिससे हमें उम्मीद है कि हर साल की अपेक्षा इस बार हमें अच्छा मुनाफा मिलेगा पिछली बार लहसुन बड़ा सस्ता बिका था और हरी मिर्च का भी रेट कुछ अच्छा नहीं रहा था पर अब की बार ऐसा नहीं लगता है की भाव गिरेगा जिससे अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है
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बाराबंकी जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर उत्तर दिशा में स्थित नगर पंचायत बेलहरा में बड़े पैमाने पर हरी मिर्च की खेती करने वाले श्रीचंद मौर्य बताते हैं, "हमने इस बार भी करीब 2 एकड़ क्षेत्रफल में हरी मिर्च और लहसुन की सहफसली खेती की है। सितंबर के अंत में और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में हम लहसुन की बुवाई कर देते हैं अक्टूबर में ही हम मिर्च की नर्सरी कर देते हैं जिसकी जनवरी के प्रथम सप्ताह में खेतों में रोहित कर दिया जाता है मार्च में लहसुन की फसल तैयार हो जाती है और लहसुन की खुदाई करके खेतों से लहसुन की फसल को निकाल लेते हैं।"
वो आगे कहते हैं, "एक एकड़ में करीब 20 कुंतल लहसुन का उत्पादन हो जाता है इससे हमारी पूरी लागत निकल आती है मिर्च की फसल हमें एक हिसाब से मुफ्त में मिलती है हरी मिर्च का उत्पादन भी अप्रैल में शुरू हो जाता है जो अगर अधिक बरसात ना हो तो सितंबर तक लगातार उत्पादन होता रहता है।"
आगे श्री चंद और बताते हैं कि हरी मिर्च का उत्पादन औसतन 120 कुंतल तक होता है लेकिन अच्छे किसान अपने खेतों में करीब प्रति एकड़ 200 कुंटल तक का उत्पादन करते हैं
लागत और मुनाफे के बारे में आगे बताते हैं कि एक एकड़ खेती में करीब 20000 रुपए की लागत लग जाती है जो हमारी लहसुन से ही निकल आती है इस साल लहसुन और हरी मिर्च दोनों का भाव अभी अच्छा चल रहा है जिससे हमें उम्मीद है कि हर साल की अपेक्षा इस बार हमें अच्छा मुनाफा मिलेगा पिछली बार लहसुन बड़ा सस्ता बिका था और हरी मिर्च का भी रेट कुछ अच्छा नहीं रहा था पर अब की बार ऐसा नहीं लगता है की भाव गिरेगा जिससे अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है
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