जानें स्तन कैंसर से बचाव के तरीके 

Astha SinghAstha Singh   27 Oct 2017 4:10 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
जानें स्तन कैंसर से बचाव के तरीके स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता होनी चाहिए 

लखनऊ। इन दिनों महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाली बीमारी ब्रेस्ट कैंसर है। भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर का शिकार होने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अुनसार, भारत में हर साल पांच लाख लोग कैंसर से अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं तो वहीं पॉपुलेशन बेस्ड कैंसर रजिस्ट्री (PBCR) के अनुसार, भारत में एक साल में करीब 1 लाख 44 हजार ब्रेस्ट कैंसर के नए मरीज सामने आ रहे हैं।

गलत जीवनशैली और जागरूकता की कमी के चलते भारत में ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। घबराएं नहीं! इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। पर इससे पहले बचाव की ज़रूरत हैं। दुनियाभर में अक्टूबर महीने को स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड एवोल्यूशन की तरफ से किए गए एक सर्वे के मुताबिक भारत में 2013 में 47,587 महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण हुई।

लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कैंसर विशेषज्ञ डॉ विजय कुमार ने स्तन कैंसर के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके बताए।

स्तन कैंसर के कारण

  • जिनके बच्चे नहीं होते हैं, उनमें स्तन कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है|
  • आयु बढ़ने के साथ-साथ स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ते जाता है।
  • यदि आपको पहले से कैंसर है या स्तन संबंधित रोग है तो इसका खतरा बढ़ जाता है।
  • एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन से लंबे समय तक संसर्ग में आने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता है।
  • अल्कोहलिक और अव्यवस्थित लाइफस्टाइल या अधिक वजन होना स्तन कैंसर का कारण बनता है।
  • स्तन कैंसर आनुवांशिकी प्राप्त किसी जीन के कारण होता है।

स्तन कैंसर के लक्षण

  • स्तन पर या बांह के नीचे (बगल में) उभार या मोटापन।
  • निप्पल से पानी या खून जैसा रिसाव होना।
  • निप्पल्स का अंदर की ओर धंसना।
  • स्तन पर लालिमा या सूजन।
  • स्तन स्किन पर किसी संतरे जैसी बनावट के गड्ढे बनना।
  • स्तन की गोलाई में कोई बदलाव जैसे एक का दूसरे की अपेक्षा ज़्यादा उभर आना।
  • स्तन की त्वचा पर कोई फोड़ा या अल्सर जो ठीक न होता हो।

डॉ विजय कुमार ने बताया की इन दिनों महिलाओं में कैंसर की बात करें तो ब्रेस्ट कैंसर के केस ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। ज्यादातर महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता तब चल पाता है जब वह लास्ट स्टेज पर होता है। इसका सही समय पर पता चल जाना बहुत जरूरी है। इसलिए आप इन बातों का ध्यान रखें और खुद को इस बीमारी से बचाएं।

संबंधित खबर :- भारत में हर वर्ष बढ़ रहे हैं 1.44 लाख स्तन कैंसर के नए मरीज

वजन

ब्रेस्ट कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा तब बढ़ जाता है, जब 30-35 साल की उम्र में महिलाओं को वजन बढ़ता है। इससे बचने के लिए आप हर उम्र में अपने वजन को कंट्रोल में रखिए।

नशा

शराब के नशे से भी ब्रेस्ट कैंसर होता है। हारवर्ड नर्सेस हेल्थ स्टडी के अनुसार अगर कोई महिला दिन भर में किसी भी रूप में एक से ज्यादा बार शराब का सेवन करती है तो उससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 20-25 प्रतिशत बढ़ जाता है।

व्यायाम और मेडिटेशन

कई शोधों से यह बात साबित हुई है कि रोज व्यायाम और मेडिटेशन करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम रहता है। रोज नहीं तो हफ्ते में कम-से-कम पांच दिन आधे घंटे या उससे ज्यादा वक्त के लिए व्यायाम जरूर करें।

संतुलित आहार

लोग संतुलित आहार लें। फल सब्जी खाएं।बाहर के खानों से परहेज करें।

संबंधित खबरें :- पुरुषों को भी होता है स्तन कैंसर, जानें रोकथाम के उपाय

खराब जीवनशैली से बढ़ता है स्तन कैंसर का खतरा, ये वनस्पतियां हैं फायदेमंद

       

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.